कैथल : पंडित दीन दयाल उपाध्याय की जयंती को शताब्दी वर्ष के रुप में मना रही हरियाणा सरकार ने शिक्षा विभाग के माध्यम से सरकारी स्कूलों में भी इसे मनाने का फैसला किया है। शिक्षा विभाग के सभी छोटे बड़े अधिकारियों की ड्यूटी कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए लगाई गई है। हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ सरकार और शिक्षा विभाग के इस फैसले का विरोध करती है।
यूनियन के जिला प्रधान सतबीर गोयत, सचिव बुटा सिंह, रामपाल शर्मा और विजेंद्र मोर ने बताया कि प्रदेश की भाजपा सरकार एक खास विचारधारा को स्कूलों के अंदर लागू करने पर तुली हुई है। देश के असली हीरो को भुलाकर तथा कथित नायकों की जयंती स्कूलों में मनाई जा रही है। कार्यक्रम में कोई कमी न रहे इसके लिए शिक्षा विभाग ने पूरी ताकत झोंकते हुए सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया जा रहा है। विभाग के छोटे बड़े सभी अधिकारियों की ड्यूटी कार्यक्रम के लिए लगाई गई हैं और कई दिनों से स्कूलों में इसकी तैयारियां चल रही हैं। सरकार और शिक्षा विभाग विद्यार्थियों को शिक्षा देने का मूल उद्देश्य भूल इस तरह की जयंती मनाने में व्यस्त है। यूनियन सरकार के इस फैसले की कड़ी निंदा करती है। यूनियन सरकार के शिक्षा देने के उद्देश्य से भटकने के विरोध में अब ब्लाक व जिला स्तर पर सम्मेलन के बाद 10 व 12 नवंबर को पलवल में राज्य स्तरीय अधिवेशन करने जा रही है।
किताबें ढूंढ़ रहे शिक्षक
पंडित दीन दयाल उपाध्याय के जीवन से अवगत करवाने के लिए शिक्षकों को भी कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। शिक्षकों बाजारों और पुस्तकालयों से किताबें ढूंढ कर ला रहे हैं, ताकि विद्यार्थियों को कार्यक्रम के लिए तैयारी करवाई जा सके।
ऐसे जताया जाएगा विरोध
शिक्षा विभाग के निर्देश मिलने के कारण सरकारी स्कूलों में दीन दयाल उपाध्याय की जयंती को मनाया जाएगा, लेकिन इसके विरोध में अब इसी महीने आने वाली शहीद भगत सिंह की जयंती 28 सितंबर को कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। सुबह प्रार्थना सभा में भाषण प्रतियोगिता होगी और फिर दोपहर की आधी छुट्टी के बाद प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। यूनियन के सदस्यों का कहना है कि अगर स्कूलों में किसी खास विचारधारा के व्यक्ति की जयंती को मनाया जा सकता है तो फिर देश के आजादी के असली हीरो सच्चे शहीदों की जयंती को क्यों नहीं।
किताबें ढूंढ़ रहे शिक्षक
पंडित दीन दयाल उपाध्याय के जीवन से अवगत करवाने के लिए शिक्षकों को भी कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। शिक्षकों बाजारों और पुस्तकालयों से किताबें ढूंढ कर ला रहे हैं, ताकि विद्यार्थियों को कार्यक्रम के लिए तैयारी करवाई जा सके।
ऐसे जताया जाएगा विरोध
शिक्षा विभाग के निर्देश मिलने के कारण सरकारी स्कूलों में दीन दयाल उपाध्याय की जयंती को मनाया जाएगा, लेकिन इसके विरोध में अब इसी महीने आने वाली शहीद भगत सिंह की जयंती 28 सितंबर को कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। सुबह प्रार्थना सभा में भाषण प्रतियोगिता होगी और फिर दोपहर की आधी छुट्टी के बाद प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। यूनियन के सदस्यों का कहना है कि अगर स्कूलों में किसी खास विचारधारा के व्यक्ति की जयंती को मनाया जा सकता है तो फिर देश के आजादी के असली हीरो सच्चे शहीदों की जयंती को क्यों नहीं।
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