करनाल : नौकरी बहाली की मांग को लेकर धरने पर बैठे जेबीटी शिक्षकों ने शनिवार को काला दशहरा मनाकर विरोध जताया। साथ ही शहर भर में काली पट्टी बांधकर पैदल मार्च भी निकाला।उधर आमरण अनशन पर बैठे 17 में से तीन और शिक्षकों ऋषिपाल, सूरजप्रकाश व सुशील की भी तबीयत बिगड़ गई, जिन्हें कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज में दाखिल करवाया गया है। इससे पहले तीन महिला शिक्षक सीमा, पंकज रानी व सुनीता दाखिल हैं। मेडिकल कालेज प्रबंधन के मुताबिक जेबीटी शिक्षकों की हालत स्थिर बनी हुई है।
बता दें कि लघु सचिवालय के सामने जेबीटी के धरने का 20 दिनों से जारी है। 10 दिन के क्रमिक अनशन के बाद पिछले 10 दिन से 17 जेबीटी शिक्षक आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं। जबकि कोर्ट के किसी भी आदेश में हमें निकालने के ऑर्डर नहीं है। यह सरकार का और शिक्षा विभाग का तानाशाही रवैया है, जिसके कारण 1259 परिवारों के लिए रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है।शिक्षकों ने सुबह ही सेक्टर 12 स्थित लघु सचिवालय के बाहर नमो टी स्टाल लगाकर चाय बनाई और राहगीरों को पांच रुपये प्रति कप के हिसाब से पिलाई। इस दौरान बच्चों ने भी प्रदर्शन में भाग लिया।
एसकेएस ने किया समर्थन
जेबीटी शिक्षकों के समर्थन में सर्व कर्मचारी संघ भी उतर आया है। संघ के महासचिव सुभाष लांबा ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि तीन अक्टूबर तक जेबीटी शिक्षकों को ज्वाइन नहीं करवाया जाता तो पूरे प्रदेश में आंदोलन किया जाएगा, जिसकी जवाबदेही सरकार की होगी।
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