चंडीगढ़। शिक्षा मंत्री के कई फैसलों को लेकर पंजाब के शिक्षा विभाग में लंबे समय से विवाद चल रहे हैं। स्कूल शिक्षा विभाग के पूर्व डायरेटर जनरल कृष्ण कुमार के बाद कई छोटे अधिकारियों से होते हुए गाज अब प्रमुख सचिव सी राउल पर गिर गई है।
सी राउल को शिक्षा विभाग से हटाकर खुड्डे लाइन करते हुए रक्षा कल्याण विभाग दिया गया है। सूत्रों के अनुसार उनक ा कसूर यह है कि उन्होंने निजी ईटीटी संस्थाओं के गैर कानूनी तरीके से दाखिल किए गए छात्रों के मुकदमे में एससीईआरटी के तत्कालीन निदेशक डा. अवतार सिंह के नियमों के मुताबिक लिए स्टैंड का साथ दिया था। इसके अलावा पंद्रह दिनों के लिए छुट्टी पर जाने के बाद कथित ईटीटी पेपर लीक मामले में उनके स्टाफ के एससीईआरटी के निदेशक अवतार सिंह, सीईओ नाभा रोशन सूद और एक उप निदेशक जगतार सिंह कुलड़िया को निलंबित कर दिया गया था। सूत्रों के अनुसार प्रमुख सचिव की इस मामले में दिलचस्पी मंत्री को रास नहीं आ रही थी।
गौरतलब है कि इससे पहले तत्कालीन डीजीएसई स्कूल और सर्वशिक्षा अभियान के निदेशक कृष्ण कुमार ने अध्यापकों की भरती करके उनको नियुक्ति पत्र देने तथा अन्य मुद्दों पर मंत्री के मौखिक आदेश न मानने से बवाल मचा था। मीडिया में मचे इस पूरे बवाल के दौरान मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने आखिर में मंत्री सेवा सिंह सेखवां का साथ दिया और कृष्ण कुमार का तबादला कर दिया। सूत्रों के अनुसार तब प्रमुख सचिव का झुकाव मंत्री के साथ माना जा रहा था।
इसी दौरान मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार के साथ लगे पीआरओ मालविंदर सिंह माली (जो मूल रूप से अध्यापक हैं) का पहले तबादला और अब निलंबन कर दिया गया है। जबकि मीडिया सलाहकार हरचरण बैंस ने दो बार लिखकर भी दिया कि इसकी मुख्यमंत्री कार्यालय को जरूरत है, इसलिए रिलीव नहीं किया जा सकता। माली इन दिनों तीन महीने की लंबी छुट्टी पर हैं।
•इससे पूर्व डीजीएसई, एससीआरटी के निदेशक, सीईओ, डिप्टी डायरेक्ट और पीआरओ माली बन चुके हैं शिकार
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