सिविल सेवा परीक्षा, 2011 से सिविल सेवा :प्रारंभिक: परीक्षा की पद्धति और पाठ्यक्रम में परिवर्तन किया गया है और संशोधित पद्धति के अंतर्गत परीक्षार्थियों को 200...200 अंक के दो प्रश्नपत्राों को हल करना होगा।
कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन मंत्राालय में राज्यमंत्राी वी. नारायणसामी ने लोकसभा में आज दानवे रावसाहेब पाटिल, केपी धनपालन, किरीट प्रेमजीभाई सोलंकी और प्रतापराव गणपतराव जाधव के प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि अभी तक सामान्य अध्ययन का 150 अंक का एक प्रश्नपत्रा हुआ करता था और 300 अंक का दूसरा प्रश्नपत्रा होता था जहां उम्मीदवार को 23 वैकल्पिक प्रश्नपत्राों में से एक चुनना होता था। संशोधित पद्धति के अंतर्गत 200...200 अंक के दो प्रश्नपत्रा होंगे।
एक अन्य प्रश्न के उत्तर में नारायणसामी ने कहा कि सिविल सेवा :प्रारंभिक: परीक्षा मंे परिवर्तन अलघ समिति, द्वितीय प्रशासनिक सुधार आयोग की सिफारिशों पर विचार करने के बाद और संघ लोक सेवा आयोग की सिफारिशों के आधार पर किये गये हैं।
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