राज्य सरकार ने स्वघोषित और फर्जी विश्वविद्यालयों से विद्यार्थियों को सावधान रहने की सलाह दी है। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने जिन 21 स्वघोषित व नकली विश्वविद्यालय चिह्नित किए हैं, उनकी सूची राज्य सरकार ने सभी विश्वविद्यालयों के पास भेज दिया है। इनमें
1 मैथाली यूनिवर्सिटी/ विश्वविद्यालय दरभंगा,
2 वारानासेया संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी जगतपुरी दिल्ली,
3 कॉमर्शियल यूनिवर्सिटी लिमिटेड दरियागंज दिल्ली,
4 युनाइटेड नेशंस यूनिवर्सिटी दिल्ली,
5 एडीआर-सेंट्रिक ज्यूरीडीयल यूनिवर्सिटी एडीआर हाउस आठ जे गोपाल टावर 25 राजेंद्रा पैलेस नई दिल्ली
6 इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड इंजीनियरिंग नई दिल्ली शामिल हैं।
7 बडागवनी सरकार वर्ल्ड ओपन यूनिवर्सिटी एजुकेशन सोसायटी गोकक बेलगांव (कर्नाटक),
8 सेंट जोंस यूनिवर्सिटी किशनअट्टम केरल, केशरवानी विद्यापीठ जबलपुर (एमपी),
9 राजा अरेबिक यूनिवर्सिटी नागपुर,
10 तमिलनाडु में डीडीबी संस्कृत यूनिवर्सिटी पुटूर त्रीची,
11 इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव मेडिसन कोलकाता को भी फर्जी विश्वविद्यालयों में शामिल किया गया है।
उत्तर प्रदेश में स्वघोषित व नकली विश्वविद्यालयों में
12महिला ग्राम विद्यापीठ/ विश्वविद्यालय (वूमन यूनिवर्सिटी) प्रयाग इलाहाबाद (यूपी),
13गांधी हिंदी विद्यापीठ प्रयाग इलाहाबाद (यूपी),
14 नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ इलेक्ट्रो कांप्लेक्स होम्योपैथी कानपुर,
15नेताजी सुभाष चंद्र बोस यूनिवर्सिटी (ओपन यूनिवर्सिटी) अचलताल अलीगढ़ (यूपी),
16 उत्तर प्रदेश विश्वविद्यालय कोसीकला मथुरा (यूपी),
17 महाराणा प्रताप शिक्षा निकेतन विश्वविद्यालय प्रतापगढ़ (यूपी),
18 इंद्रप्रस्थ शिक्षा परिषद इंस्टीट्यूशनल एरिया खोडा माकनपुर नोएडा फेज-2 (यूपी) और
19 गुरुकुल विश्वविद्यालय वृंदावन मथुरा (यूपी) शामिल है।
प्रवक्ता ने बताया कि प्रदेश में वर्तमान में सरकार द्वारा 23 मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय स्थापित हैं।
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