नई दिल्ली
आने वाले दिनों में आपको जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र सहित कई अन्य तरह के जरूरी कागजात के लिए सरकारी दफ्तरों या फिर सरकार की ओर से स्थापित किए जाने वाले ई-कियोस्क तक भी जाने की जरूरत नहीं होगी। आप अपने मोबाइल फोन से ही एसएमएस कर इनके लिए आवेदन कर पाएंगे। यही नहीं, एमएमएस के माध्यम से आपके मोबाइल पर ही इनकी डिलीवरी भी हो जाएगी। फिर आप अपनी सुविधा अनुसार कहीं से भी इनका प्रिंट ले सकेंगे।
दूरसंचार एवं सूचना तकनीक मंत्रालय के आईटी विभाग ने इसकी कवायद शुरू कर दी है। इस सेवा के लिए वह निजी कंपनियों से बात कर रहा है। उम्मीद की जा रही है कि एक बार कार्य शुरू होने पर ये सुविधा एक से दो साल के अंदर हासिल होने लगेगी।
सूचना तकनीक विभाग के एक अधिकारी ने कहा ‘इस तरह की सुविधा रेलवे ने हाल ही में शुरू करने का निर्णय किया था जिसमें एमएमएस से ई-टिकट भेजने की कार्रवाई शुरू की जानी थी। जब ई-टिकट एमएमएस से भेजी जा सकती है तो फिर प्रमाण-पत्र क्यों नहीं, यही सोचते हुए इस दिशा में कार्य शुरू किया गया है। हम निजी कंपनियों से इसके लिए करार के प्रयास कर रहे हैं जिससे लोगों को यह सुविधा हासिल हो पाए।’ इस अधिकारी ने कहा कि सरकार देश के हर हिस्से में ई-कियोस्क भी लगाने की कार्रवाई कर रही है जिससे आम लोग वहां से भी इस तरह के आवेदन कर पाएं और एक निश्चित राशि पर संबंधित प्रमाण-पत्र के प्रिंट ले पाएं। मोबाइल पर भी यह सुविधा देने का एकमात्र लक्ष्य आम लोगों के लिए सेवा हासिल करने के अधिकतम विकल्प उपलब्ध कराना है। जिन प्रमाण पत्रों को इस सेवा के तहत उपलब्ध कराने का विचार है उसमें जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र, वैवाहिक प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र आदि शामिल हैं।
एक अन्य अधिकारी के मुताबिक विभिन्न कंपनियों ने इस योजना को लेकर सकारात्मक रुख दिखाया है। प्रमाण पत्रों को लेकर आम तौर पर लोगों को काफी परेशानी होती है। अगर यह योजना सफल होती है तो यह एक क्रांतिकारी कदम होगा।
आने वाले दिनों में आपको जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र सहित कई अन्य तरह के जरूरी कागजात के लिए सरकारी दफ्तरों या फिर सरकार की ओर से स्थापित किए जाने वाले ई-कियोस्क तक भी जाने की जरूरत नहीं होगी। आप अपने मोबाइल फोन से ही एसएमएस कर इनके लिए आवेदन कर पाएंगे। यही नहीं, एमएमएस के माध्यम से आपके मोबाइल पर ही इनकी डिलीवरी भी हो जाएगी। फिर आप अपनी सुविधा अनुसार कहीं से भी इनका प्रिंट ले सकेंगे।
दूरसंचार एवं सूचना तकनीक मंत्रालय के आईटी विभाग ने इसकी कवायद शुरू कर दी है। इस सेवा के लिए वह निजी कंपनियों से बात कर रहा है। उम्मीद की जा रही है कि एक बार कार्य शुरू होने पर ये सुविधा एक से दो साल के अंदर हासिल होने लगेगी।
सूचना तकनीक विभाग के एक अधिकारी ने कहा ‘इस तरह की सुविधा रेलवे ने हाल ही में शुरू करने का निर्णय किया था जिसमें एमएमएस से ई-टिकट भेजने की कार्रवाई शुरू की जानी थी। जब ई-टिकट एमएमएस से भेजी जा सकती है तो फिर प्रमाण-पत्र क्यों नहीं, यही सोचते हुए इस दिशा में कार्य शुरू किया गया है। हम निजी कंपनियों से इसके लिए करार के प्रयास कर रहे हैं जिससे लोगों को यह सुविधा हासिल हो पाए।’ इस अधिकारी ने कहा कि सरकार देश के हर हिस्से में ई-कियोस्क भी लगाने की कार्रवाई कर रही है जिससे आम लोग वहां से भी इस तरह के आवेदन कर पाएं और एक निश्चित राशि पर संबंधित प्रमाण-पत्र के प्रिंट ले पाएं। मोबाइल पर भी यह सुविधा देने का एकमात्र लक्ष्य आम लोगों के लिए सेवा हासिल करने के अधिकतम विकल्प उपलब्ध कराना है। जिन प्रमाण पत्रों को इस सेवा के तहत उपलब्ध कराने का विचार है उसमें जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र, वैवाहिक प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र आदि शामिल हैं।
एक अन्य अधिकारी के मुताबिक विभिन्न कंपनियों ने इस योजना को लेकर सकारात्मक रुख दिखाया है। प्रमाण पत्रों को लेकर आम तौर पर लोगों को काफी परेशानी होती है। अगर यह योजना सफल होती है तो यह एक क्रांतिकारी कदम होगा।
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