कैथल
राजकीय अनुबंधित अध्यापक संघ हरियाणा ने रेशनेलाइजेशन से प्रभावित अतिथि अध्यापकों को बिना सेवा बाधित किए समायोजित करने की मांग की है। इस बारे में उन्होंने प्राथमिक विद्यालय शिक्षा अधिकारी कैथल के माध्यम से निदेशक प्राथमिक विद्यालय शिक्षा पंचकूला हरियाणा के नाम एक ज्ञापन भी सौपा। संघ के अध्यक्ष रमेश गुलियाणा ने अतिथि अध्यापकों ं को संबोधित करते हुए कहा कि रेशनेलाइजेशन का बहाना बनाकर प्रदेश भर में एक हजार से अधिक जेबीटी अतिथि अध्यापकों को हटा दिया गया है। भविष्य में मास्टर कैडर के अध्यापकों को हटाने की सरकार ने योजना बनानी शुरू कर दी है जिसे वे सहन नहीं करेंगे।
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अध्यापक पात्रता परीक्षा पास उम्मीदवारों की मंगलवार को एक बैठक का आयोजन हनुमान वाटिका में हुई। इसमें 15 जनवरी को प्रदेश स्तरीय रैली करने का निर्णय लिया गया। इस मौके पर उम्मीदवारों को संबोधित करते हुए संघ के प्रदेशाध्यक्ष राजेंद्र शर्मा ने कहा कि प्रदेश में सरकार के ढुलमुल रवैये से करीब 30 हजार अध्यापकों के पद खाली पड़े हैं।
और सरकार हाईकोर्ट में मार्च 2011 में दिए गए उस शपथ पत्र का भी पालन नहीं कर पा रही जिसमें 31 दिसंबर तक नियमित भर्ती करने का वायदा किया गया था। शर्मा ने कहा कि 15 जनवरी को झज्जर में प्रदेश स्तर की रैली कर जोरदार संघर्ष शुरू किया जाएगा। संघ के महासचिव सुनील यादव ने कहा कि अतिथि अध्यापकों का कार्यकाल 31 मार्च 2012 को समाप्त हो जाएगा। अगर सरकार ने न्यायालय के निर्णय का सम्मान नहीं किया तो वे एक अप्रैल को रोहतक में आर पार की लड़ाई के लिए रैली करेंगे।
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आवेदन प्रक्रिया पर स्कूलों के इस रवैये पर एक अभिभावक ने बताया कि पश्चिम विहार स्थित दून पब्लिक स्कूल में जब वह दाखिले की जानकारी के लिए पहुंचे तो उन्हें पता चला कि आवेदन फॉर्म 500 रुपये कीमत पर उपलब्ध है। हालांकि, आवेदन फॉर्म पर कहीं भी स्कूल का नाम नहीं है और उस पर अभिनव शिक्षा संस्थान छपा है, लेकिन पता, ई-मेल व वेबसाइट दून पब्लिक स्कूल की ही है। उनका कहना था कि चूंकि उन्हें अपने बच्चे का दाखिला इस स्कूल में कराना है, इसलिए निदेशालय के फरमान के बावजूद 25 रुपए के बजाए उन्होंने 500 रुपए का फॉर्म खरीदा।
इसी तरह, एक अन्य अभिभावक ने जनकपुरी स्थित सेंट मार्क्स स्कू ल की ज्यादतियों के बारे में बताया कि यहां तो आवेदन की अंतिम तिथि 28 दिसम्बर निर्धारित थी। यहां निदेशालय के आदेशों से परे न सिर्फ अभिभावकों का पेशा पूछा जा रहा है, बल्कि उनकी शिक्षा सम्बंधी जानकारी भी मांगी जा रही है। एडमिशन नर्सरी डॉट कॉम के प्रमुख सुमित वोहरा कहते हैं कि निदेशालय के आदेशों के विरुद्ध स्कूलों का यह रवैया नया नहीं है। साल दर साल राजधानी के कुछ स्कूल ऐसे ही दाखिले अंजाम देते आ रहे हैं।
ऐसे में अब जरूरी हो जाता है कि शिक्षा निदेशालय ऐसे स्कूलों पर कड़ी कार्रवाई करे। वह कहते हैं कि अभिभावक इसलिए खुलकर सामने नहीं आते हैं, क्योंकि वे अपने बच्चों का दाखिल इन स्कूलों में कराना चाहते हैं। इसके चलते अब निदेशालय को ही मामले की पड़ताल कर कार्रवाई अंजाम देनी होगी, तभी दाखिला प्रक्रिया पारदर्शी और नियमों के तहत अंजाम दी जा सकेगी। \\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\
नया साल अब चंद दिन दूर है। मोबाइल एसएमएस, इंटरनेट टू मोबाइल एसएमएस और सोशल नेटवर्किग साइट्स पर बधाइयों का सिलसिला शुरू हो चुका है, लेकिन मोबाइल एसएमएस पर 30 दिसंबर की रात से ही हर एसएमएस की कीमत चुकानी पड़ेगी। 30 दिसंबर की रात से विशेष एसएमएस वाउचर प्लान डी एक्टिवेट हो जाएगी। मोबाइल कंपनियों ने इसकी सूचना भी उपभोक्ताओं को देनी शुरू कर दी है।
लोकल एक, इंटरनेशनल पांच रुपए में: दो दिनों के लिए लोकल एसएमएस एक रुपए नेशनल 1.50 और इंटरनेशनल एसएमएस 5 रुपए का होगा। आम दिनों के मुकाबले एसएमएस चार्ज ज्यादा होने से कंज्यूमर एसएमएस के लिए वाया टू एसएमएस 160 बाय टू, वे टू एसएमएस और एसएमएस कंट्री जैसी वेबसाइट्स पर जाएंगे। हालांकि लोड ज्यादा होने से साइट खुलने में परेशानी आ सकती है। मोबाइल रिचार्ज का काम करने वाले श्याम जुनेजा के अनुसार पूरे साल में सबसे ज्यादा एसएमएस नए साल पर ही होते हैं।
एक यूजर औसत 5 एसएमएस करेगा :प्रदेश में सभी नेटवर्क के करीब लगभग 75 लाख उपभोक्ता हैं। सामान्य दिनों में एक उपभोक्ता तीन से चार एसएमएस प्रतिदिन करता है। दीपावली और नए साल पर औसत प्रति व्यक्ति 7- 8 एसएमएस करता है। इस लिहाज से प्रदेश के उपभोक्ता लगभग 6 करोड़ बधाइयां बांटेंगे।
वोडाफोन के नरेश कुमार के अनुसार सोशल नेटवर्किग साइट्स का प्रभाव बढ़ने से एसएमएस की संख्या थोड़ी कम हुई है। खुशी इस बात की है कि कंज्यूमर टेक्नोलॉजी से जुड़ रहे हैं। इसके बावजूद एसएमएस का खूब प्रचलन है। युवाओं में मोबाइल पर इंटरनेट का क्रेज बढ़ रहा है। छोटे शहरों में भी मोबाइल इंटरनेट का प्रयोग काफी बढ़ रहा है।
आया यह बदलाव : युवाओं में जन्मदिन और अन्य मौकों पर मोबाइल की अपेक्षा सोशल नेटवर्किग साइट पर संदेश भेजे जा रहे हैं।
ग्रुप एसएमएस करने वालों की संख्या कम हो रही है। नेटवर्किग साइट्स पर विश करने का चलन तेजी से बढ़ रहा है।
नए साल, दीपावली, जन्मदिन और अन्य फेस्टिवल के समय काल से ज्यादा एसएमएस हो रहे हैं।
राजकीय अनुबंधित अध्यापक संघ हरियाणा ने रेशनेलाइजेशन से प्रभावित अतिथि अध्यापकों को बिना सेवा बाधित किए समायोजित करने की मांग की है। इस बारे में उन्होंने प्राथमिक विद्यालय शिक्षा अधिकारी कैथल के माध्यम से निदेशक प्राथमिक विद्यालय शिक्षा पंचकूला हरियाणा के नाम एक ज्ञापन भी सौपा। संघ के अध्यक्ष रमेश गुलियाणा ने अतिथि अध्यापकों ं को संबोधित करते हुए कहा कि रेशनेलाइजेशन का बहाना बनाकर प्रदेश भर में एक हजार से अधिक जेबीटी अतिथि अध्यापकों को हटा दिया गया है। भविष्य में मास्टर कैडर के अध्यापकों को हटाने की सरकार ने योजना बनानी शुरू कर दी है जिसे वे सहन नहीं करेंगे।
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पात्रता पास संघ की प्रदेश स्तरीय रैली 15 को
कैथलअध्यापक पात्रता परीक्षा पास उम्मीदवारों की मंगलवार को एक बैठक का आयोजन हनुमान वाटिका में हुई। इसमें 15 जनवरी को प्रदेश स्तरीय रैली करने का निर्णय लिया गया। इस मौके पर उम्मीदवारों को संबोधित करते हुए संघ के प्रदेशाध्यक्ष राजेंद्र शर्मा ने कहा कि प्रदेश में सरकार के ढुलमुल रवैये से करीब 30 हजार अध्यापकों के पद खाली पड़े हैं।
और सरकार हाईकोर्ट में मार्च 2011 में दिए गए उस शपथ पत्र का भी पालन नहीं कर पा रही जिसमें 31 दिसंबर तक नियमित भर्ती करने का वायदा किया गया था। शर्मा ने कहा कि 15 जनवरी को झज्जर में प्रदेश स्तर की रैली कर जोरदार संघर्ष शुरू किया जाएगा। संघ के महासचिव सुनील यादव ने कहा कि अतिथि अध्यापकों का कार्यकाल 31 मार्च 2012 को समाप्त हो जाएगा। अगर सरकार ने न्यायालय के निर्णय का सम्मान नहीं किया तो वे एक अप्रैल को रोहतक में आर पार की लड़ाई के लिए रैली करेंगे।
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25 का फॉर्म 500 में बेच रहे हैं स्कूल
नई दिल्ली। शिक्षा निदेशालय की लाख कोशिशों के बाद भी राजधानी के पब्लिक स्कूल नियमों का उल्लंघन करने से बाज नहीं आ रहे हैं। दो जनवरी, 2012 से दाखिला प्रक्रिया शुरू करने की घोषणा के बावजूद न सिर्फ स्कूल धड़ल्ले से दाखिला फॉर्म बेच रहे हैं, बल्कि इसके लिए कथित तौर पर 500 रुपए तक वसूल रहे हैं। इतना ही नहीं, अभिभावकों की आमदनी पूछने पर शिक्षा निदेशालय की पाबंदी को भी स्कूल मानने को तैयार नहीं हैं।आवेदन प्रक्रिया पर स्कूलों के इस रवैये पर एक अभिभावक ने बताया कि पश्चिम विहार स्थित दून पब्लिक स्कूल में जब वह दाखिले की जानकारी के लिए पहुंचे तो उन्हें पता चला कि आवेदन फॉर्म 500 रुपये कीमत पर उपलब्ध है। हालांकि, आवेदन फॉर्म पर कहीं भी स्कूल का नाम नहीं है और उस पर अभिनव शिक्षा संस्थान छपा है, लेकिन पता, ई-मेल व वेबसाइट दून पब्लिक स्कूल की ही है। उनका कहना था कि चूंकि उन्हें अपने बच्चे का दाखिला इस स्कूल में कराना है, इसलिए निदेशालय के फरमान के बावजूद 25 रुपए के बजाए उन्होंने 500 रुपए का फॉर्म खरीदा।
इसी तरह, एक अन्य अभिभावक ने जनकपुरी स्थित सेंट मार्क्स स्कू ल की ज्यादतियों के बारे में बताया कि यहां तो आवेदन की अंतिम तिथि 28 दिसम्बर निर्धारित थी। यहां निदेशालय के आदेशों से परे न सिर्फ अभिभावकों का पेशा पूछा जा रहा है, बल्कि उनकी शिक्षा सम्बंधी जानकारी भी मांगी जा रही है। एडमिशन नर्सरी डॉट कॉम के प्रमुख सुमित वोहरा कहते हैं कि निदेशालय के आदेशों के विरुद्ध स्कूलों का यह रवैया नया नहीं है। साल दर साल राजधानी के कुछ स्कूल ऐसे ही दाखिले अंजाम देते आ रहे हैं।
ऐसे में अब जरूरी हो जाता है कि शिक्षा निदेशालय ऐसे स्कूलों पर कड़ी कार्रवाई करे। वह कहते हैं कि अभिभावक इसलिए खुलकर सामने नहीं आते हैं, क्योंकि वे अपने बच्चों का दाखिल इन स्कूलों में कराना चाहते हैं। इसके चलते अब निदेशालय को ही मामले की पड़ताल कर कार्रवाई अंजाम देनी होगी, तभी दाखिला प्रक्रिया पारदर्शी और नियमों के तहत अंजाम दी जा सकेगी।
नए साल पर रहेगा एसएमएस ब्लैक आउट
रोहतक. नए साल पर दोस्तों और अन्य लोगों को एसएमएस से बधाई देने वालों को थोड़ी सी परेशानी होगी। इस बार एसएमएस ब्लैक आउट दो दिन का रहेगा। 30 दिसंबर रात 12 बजे से लेकर एक जनवरी रात 12 बजे तक हर एसएमएस के चार्ज लगेंगे। युवाओं के लिए राहत की बात है कि दोनों दिन एक नंबर से एक दिन में अधिकतम 200 एसएमएस की पाबंदी नहीं रहेगी।नया साल अब चंद दिन दूर है। मोबाइल एसएमएस, इंटरनेट टू मोबाइल एसएमएस और सोशल नेटवर्किग साइट्स पर बधाइयों का सिलसिला शुरू हो चुका है, लेकिन मोबाइल एसएमएस पर 30 दिसंबर की रात से ही हर एसएमएस की कीमत चुकानी पड़ेगी। 30 दिसंबर की रात से विशेष एसएमएस वाउचर प्लान डी एक्टिवेट हो जाएगी। मोबाइल कंपनियों ने इसकी सूचना भी उपभोक्ताओं को देनी शुरू कर दी है।
लोकल एक, इंटरनेशनल पांच रुपए में: दो दिनों के लिए लोकल एसएमएस एक रुपए नेशनल 1.50 और इंटरनेशनल एसएमएस 5 रुपए का होगा। आम दिनों के मुकाबले एसएमएस चार्ज ज्यादा होने से कंज्यूमर एसएमएस के लिए वाया टू एसएमएस 160 बाय टू, वे टू एसएमएस और एसएमएस कंट्री जैसी वेबसाइट्स पर जाएंगे। हालांकि लोड ज्यादा होने से साइट खुलने में परेशानी आ सकती है। मोबाइल रिचार्ज का काम करने वाले श्याम जुनेजा के अनुसार पूरे साल में सबसे ज्यादा एसएमएस नए साल पर ही होते हैं।
एक यूजर औसत 5 एसएमएस करेगा :प्रदेश में सभी नेटवर्क के करीब लगभग 75 लाख उपभोक्ता हैं। सामान्य दिनों में एक उपभोक्ता तीन से चार एसएमएस प्रतिदिन करता है। दीपावली और नए साल पर औसत प्रति व्यक्ति 7- 8 एसएमएस करता है। इस लिहाज से प्रदेश के उपभोक्ता लगभग 6 करोड़ बधाइयां बांटेंगे।
वोडाफोन के नरेश कुमार के अनुसार सोशल नेटवर्किग साइट्स का प्रभाव बढ़ने से एसएमएस की संख्या थोड़ी कम हुई है। खुशी इस बात की है कि कंज्यूमर टेक्नोलॉजी से जुड़ रहे हैं। इसके बावजूद एसएमएस का खूब प्रचलन है। युवाओं में मोबाइल पर इंटरनेट का क्रेज बढ़ रहा है। छोटे शहरों में भी मोबाइल इंटरनेट का प्रयोग काफी बढ़ रहा है।
आया यह बदलाव : युवाओं में जन्मदिन और अन्य मौकों पर मोबाइल की अपेक्षा सोशल नेटवर्किग साइट पर संदेश भेजे जा रहे हैं।
ग्रुप एसएमएस करने वालों की संख्या कम हो रही है। नेटवर्किग साइट्स पर विश करने का चलन तेजी से बढ़ रहा है।
नए साल, दीपावली, जन्मदिन और अन्य फेस्टिवल के समय काल से ज्यादा एसएमएस हो रहे हैं।
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