जहा शीतकालीन अवकाश के दौरान स्कूली बच्चे रजाई में दुबके रहेगे, वहीं कुछेक गुरुजी उनके के भविष्य संवारने की ट्रेनिंग लेंगे। शिक्षा विभाग ने सात से 16 जनवरी के दरम्यान भी सर्विस टीचर ट्रेनिंग चालू रखने का फैसला किया है। इसके लिए प्रात के सभी डीपीसी को सूचना भेजी गई है।
राज्य परियोजना निदेशक की तरफ से जिला परियोजना अधिकारी को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि शिक्षकों को दी जाने वाली सात दिवसीय सर्विस टीचर ट्रेनिंग शीतकालीन छुट्टी के दौरान भी खुली रहेगी। ट्रेनिंग के दौरान अनुपस्थित पाए गए शिक्षकों पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी। शिक्षकों के लिए राहत भरी खबर यह है कि इसके एवज में कभी भी वित्तीय वर्ष के अंदर अवकाश ले सकते है।
सरकारी कैलेंडर के अनुसार सात से 16 जनवरी तक शीतकालीन छुट्टी घोषित की गई है। जाहिर सी बात है कि इसका मजा प्रशिक्षण शिविर में भाग ले रहे शिक्षक अपने बाकी साथियों के साथ नहीं ले पाएंगे। जहा कड़ाके की ठड से आम लोग व बाकी शिक्षक अपने घर में दुबके रहेगे वहीं कुछेक शिक्षक शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने के प्रयास में जुटे रहेगे। गौरतलब है कि सतत व्यापक मूल्याकन व बच्चों के सर्वागीण विकास से जुड़ी हुई जानकारियो को देने के लिए जिला के तमाम प्राइमरी शिक्षकों को खंड स्तर पर व अपर प्राइमरी शिक्षकों सब डिविजन स्तर पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रत्येक प्रशिक्षण शिविर 60 शिक्षक भाग ले रहे है। यह प्रशिक्षण शिविर न्यू हौराइजन कंपनी की तरफ से दी जा रही है।
एसएसए के डीपीसी डा. मधु मित्तल बताती है कि प्रशिक्षण में शामिल शिक्षक एक माह के अंदर कम्पलसेट्ररी लीव ले सकते है। उनका कहना है कि प्रशिक्षण के दौरान अनुपस्थित पाए गए शिक्षक पर कार्रवाई की जाएगी।
राज्य परियोजना निदेशक की तरफ से जिला परियोजना अधिकारी को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि शिक्षकों को दी जाने वाली सात दिवसीय सर्विस टीचर ट्रेनिंग शीतकालीन छुट्टी के दौरान भी खुली रहेगी। ट्रेनिंग के दौरान अनुपस्थित पाए गए शिक्षकों पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी। शिक्षकों के लिए राहत भरी खबर यह है कि इसके एवज में कभी भी वित्तीय वर्ष के अंदर अवकाश ले सकते है।
सरकारी कैलेंडर के अनुसार सात से 16 जनवरी तक शीतकालीन छुट्टी घोषित की गई है। जाहिर सी बात है कि इसका मजा प्रशिक्षण शिविर में भाग ले रहे शिक्षक अपने बाकी साथियों के साथ नहीं ले पाएंगे। जहा कड़ाके की ठड से आम लोग व बाकी शिक्षक अपने घर में दुबके रहेगे वहीं कुछेक शिक्षक शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने के प्रयास में जुटे रहेगे। गौरतलब है कि सतत व्यापक मूल्याकन व बच्चों के सर्वागीण विकास से जुड़ी हुई जानकारियो को देने के लिए जिला के तमाम प्राइमरी शिक्षकों को खंड स्तर पर व अपर प्राइमरी शिक्षकों सब डिविजन स्तर पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रत्येक प्रशिक्षण शिविर 60 शिक्षक भाग ले रहे है। यह प्रशिक्षण शिविर न्यू हौराइजन कंपनी की तरफ से दी जा रही है।
एसएसए के डीपीसी डा. मधु मित्तल बताती है कि प्रशिक्षण में शामिल शिक्षक एक माह के अंदर कम्पलसेट्ररी लीव ले सकते है। उनका कहना है कि प्रशिक्षण के दौरान अनुपस्थित पाए गए शिक्षक पर कार्रवाई की जाएगी।
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