Declaration of Results :- Sr.Secondary 29-12-11,Hos 29-12-11 at 8.A.M
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भिवानी, 26 दिसंबर (हप्र)। पात्र अध्यापक संघ अब अतिथि अध्यापकों को बाहर कर 35 हजार रिक्त पदों की भर्ती करने सहित अपनी लंबित मांगों को लेकर अब चुप बैठने की बजाए कांग्रेस सरकार से सीधे टकराव के मूड में है। अपनी रणनीति को अंजाम तक पहुंचाने के लिए संघ ने नए पात्र शिक्षकों को संगठन में शामिल करने के लिए अंदरखाते 24 दिसंबर से 10 जनवरी तक प्रदेश स्तर पर सघन जनसंपर्क अभियान शुरू कर दिया है तथा एक लाख शिक्षकों के साथ 15 जनवरी को रोहतक में पात्र अध्यापक उपेक्षा रैली कर सरकार पर दबाव बनाने का पूरा मन बना लिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पात्र अध्यापक संघ प्रदेश सरकार से अब तक दो दर्जन बार मंत्री व वित्तायुक्त तक की वार्ता कर चुका है तथा बार-बार अतिथि अध्यापकों को बाहर कर उनके स्थान पर पात्र अध्यापकों की भर्ती की मांग कर चुका है लेकिन हर बार कोरे आश्वासनों के अलावा उनको कुछ नहीं मिला है। संघ के पदाधिकारी अतिथि अध्यापकों के मुकाबले संख्या बल की कमी के कारण पहले मात्र सीमित आंदोलन कर सरकार को अपनी मांग से अवगत करवाते रहते थे लेकिन अतिथि अध्यापकों की सुविधाओं में बेतहाशा बढ़ोतरी व पात्र अध्यापकों की संख्या में एक लाख की भागीदारी से अब पात्र शिक्षक संघ ने सरकार से सीधे टकराव का रुख अख्तियार कर लिया है। संघ के पदाधिकारियों का कहना है प्रदेश सरकार एक तरफ तो डिग्रीधारी शिक्षकों से पात्रता परीक्षा आयोजित कर रही है, वहीं दूसरी तरफ उच्च न्यायालय के आदेश व अपने द्वारा दिए गए हल्फनामे पर खरा उतरने में नाकाम साबित हो रही है। प्रदेश के विभिन्न विद्यालयों में मौजूदा समय में 35 हजार अध्यापकों व प्राध्यापकों के पद रिक्त हैं तथा एक लाख से ज्यादा पात्रधारक सड़कों पर बेरोजगार घूम रहे हैं इसीलिए प्रदेश सरकार को तुरंत प्रभाव से इन पदों पर भर्ती प्रक्रिया आरंभ करनी चाहिए।
उनका मानना है कि वे पिछले तीन वर्षो से शांतिप्रिय अपनी मांग रख रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं होने से उनके सामने राज्यस्तर पर बड़ा आंदोलन करने के अलावा कोई चारा नहीं बचा है।
पात्र अध्यापक संघ प्रदेश के मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव एमएस चौपड़ा व शिक्षामंत्री गीता भुक्कल से कई बार वार्ता कर इन अतिथि अध्यापकों को हटा कर स्थायी भर्ती करने की मांग कर चुका है लेकिन प्रदेश सरकार जानबूझ कर सारे मामले पर चुप्पी साधे हुए है। उन्होंने कहा कि पात्र अध्यापक संघ ने 24 दिसंबर से अब सभी जिला मुख्यालयों पर सम्मेलन शुरू कर दिए हैं, जिसके तहत नये शिक्षकों को संगठन में शामिल करने व प्रदेश स्तरीय उपेक्षा रैली में एक लाख की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय पदाधिकारियों को जिम्मेवारी सौंपी जाएगी। इसी कड़ी में 24 दिसंबर को सिरसा व झज्जर, 25 दिसंबर को फतेहाबाद व हिसार में सफल सम्मेलन हो चुके है तथा कल 27 दिसंबर को कैथल व जींद, 28 दिसंबर को रोहतक व सोनीपत, 29 दिसंबर को पानीपत व करनाल, 2 जनवरी 2012 को यमुनानगर व कुरुक्षेत्रा, 3 जनवरी को अंबाला व पंचकूला, 6 जनवरी को नेहरु पार्क भिवानी, 8 जनवरी को नारनौल व रेवाड़ी, 9 जनवरी को गुडग़ावां व फरीदाबाद, 10 जनवरी को नुह व पलवल में जिला स्तरीय सम्मेलनों का आयोजन किया जाएगा। इस बारे में पात्र अध्यापक संघ प्रदेशाध्यक्ष राजेन्द्र शर्मा ने कहा कि अतिथि अध्यापकों को बाहर कर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो वे न्यायालय के अलावा सड़क पर आंदोलन करेंगे।
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भिवानी, 26 दिसंबर (हप्र)। पात्र अध्यापक संघ अब अतिथि अध्यापकों को बाहर कर 35 हजार रिक्त पदों की भर्ती करने सहित अपनी लंबित मांगों को लेकर अब चुप बैठने की बजाए कांग्रेस सरकार से सीधे टकराव के मूड में है। अपनी रणनीति को अंजाम तक पहुंचाने के लिए संघ ने नए पात्र शिक्षकों को संगठन में शामिल करने के लिए अंदरखाते 24 दिसंबर से 10 जनवरी तक प्रदेश स्तर पर सघन जनसंपर्क अभियान शुरू कर दिया है तथा एक लाख शिक्षकों के साथ 15 जनवरी को रोहतक में पात्र अध्यापक उपेक्षा रैली कर सरकार पर दबाव बनाने का पूरा मन बना लिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पात्र अध्यापक संघ प्रदेश सरकार से अब तक दो दर्जन बार मंत्री व वित्तायुक्त तक की वार्ता कर चुका है तथा बार-बार अतिथि अध्यापकों को बाहर कर उनके स्थान पर पात्र अध्यापकों की भर्ती की मांग कर चुका है लेकिन हर बार कोरे आश्वासनों के अलावा उनको कुछ नहीं मिला है। संघ के पदाधिकारी अतिथि अध्यापकों के मुकाबले संख्या बल की कमी के कारण पहले मात्र सीमित आंदोलन कर सरकार को अपनी मांग से अवगत करवाते रहते थे लेकिन अतिथि अध्यापकों की सुविधाओं में बेतहाशा बढ़ोतरी व पात्र अध्यापकों की संख्या में एक लाख की भागीदारी से अब पात्र शिक्षक संघ ने सरकार से सीधे टकराव का रुख अख्तियार कर लिया है। संघ के पदाधिकारियों का कहना है प्रदेश सरकार एक तरफ तो डिग्रीधारी शिक्षकों से पात्रता परीक्षा आयोजित कर रही है, वहीं दूसरी तरफ उच्च न्यायालय के आदेश व अपने द्वारा दिए गए हल्फनामे पर खरा उतरने में नाकाम साबित हो रही है। प्रदेश के विभिन्न विद्यालयों में मौजूदा समय में 35 हजार अध्यापकों व प्राध्यापकों के पद रिक्त हैं तथा एक लाख से ज्यादा पात्रधारक सड़कों पर बेरोजगार घूम रहे हैं इसीलिए प्रदेश सरकार को तुरंत प्रभाव से इन पदों पर भर्ती प्रक्रिया आरंभ करनी चाहिए।
उनका मानना है कि वे पिछले तीन वर्षो से शांतिप्रिय अपनी मांग रख रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं होने से उनके सामने राज्यस्तर पर बड़ा आंदोलन करने के अलावा कोई चारा नहीं बचा है।
पात्र अध्यापक संघ प्रदेश के मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव एमएस चौपड़ा व शिक्षामंत्री गीता भुक्कल से कई बार वार्ता कर इन अतिथि अध्यापकों को हटा कर स्थायी भर्ती करने की मांग कर चुका है लेकिन प्रदेश सरकार जानबूझ कर सारे मामले पर चुप्पी साधे हुए है। उन्होंने कहा कि पात्र अध्यापक संघ ने 24 दिसंबर से अब सभी जिला मुख्यालयों पर सम्मेलन शुरू कर दिए हैं, जिसके तहत नये शिक्षकों को संगठन में शामिल करने व प्रदेश स्तरीय उपेक्षा रैली में एक लाख की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय पदाधिकारियों को जिम्मेवारी सौंपी जाएगी। इसी कड़ी में 24 दिसंबर को सिरसा व झज्जर, 25 दिसंबर को फतेहाबाद व हिसार में सफल सम्मेलन हो चुके है तथा कल 27 दिसंबर को कैथल व जींद, 28 दिसंबर को रोहतक व सोनीपत, 29 दिसंबर को पानीपत व करनाल, 2 जनवरी 2012 को यमुनानगर व कुरुक्षेत्रा, 3 जनवरी को अंबाला व पंचकूला, 6 जनवरी को नेहरु पार्क भिवानी, 8 जनवरी को नारनौल व रेवाड़ी, 9 जनवरी को गुडग़ावां व फरीदाबाद, 10 जनवरी को नुह व पलवल में जिला स्तरीय सम्मेलनों का आयोजन किया जाएगा। इस बारे में पात्र अध्यापक संघ प्रदेशाध्यक्ष राजेन्द्र शर्मा ने कहा कि अतिथि अध्यापकों को बाहर कर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो वे न्यायालय के अलावा सड़क पर आंदोलन करेंगे।
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हिसार : हरियाणा मास्टर वर्ग एसोसिएशन की जिला कार्यकारिणी की बैठक क्रांतिमान पार्क में आयोजित की गई। जिला प्रधान रोहताश छाछिया की अध्यक्षता में हुई सभा में मुख्य वक्ता राज्य कोषाध्यक्ष आर्य संजय ने कहा कि स्कूलों में खाली पदों पर पदोन्नति न करके राज्य सरकार निशुल्क व अनिवार्य शिक्षा के अधिकार का हनन कर रही है। उन्होंने कहा कि प्राध्यापक पद पर पदोन्नति के लिए सरकार पात्रता परीक्षा लागू
करना चाहती है इसका मास्टर वर्ग एसो. विरोध करती है। इस अवसर पर राज्य उप प्रधान राजसिंह मलिक ने स्कूलों का समय 9 बजे करने की मांग की। सभा में राजकंवर राजथल, भागसिंह मलिक, अजमेर सरस्वती, जयभगवान कश्यप, रमेश सुथार, विजेंद्र नैन, ओमप्रकाश गंगवा, विजेंद्र बडाला, रमेश पूनिया, इंद्रसिंह, विनोद मोर, कुलदीप पूनिया, विजेंद्र गिल मौजूद थे।
करना चाहती है इसका मास्टर वर्ग एसो. विरोध करती है। इस अवसर पर राज्य उप प्रधान राजसिंह मलिक ने स्कूलों का समय 9 बजे करने की मांग की। सभा में राजकंवर राजथल, भागसिंह मलिक, अजमेर सरस्वती, जयभगवान कश्यप, रमेश सुथार, विजेंद्र नैन, ओमप्रकाश गंगवा, विजेंद्र बडाला, रमेश पूनिया, इंद्रसिंह, विनोद मोर, कुलदीप पूनिया, विजेंद्र गिल मौजूद थे।
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