शिक्षकाें की वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट (एसीआर) से किसी भी प्रकार का छेड़छाड़ होने पर खंड शिक्षा अधिकारियों को जिम्मेदार माना जाएगा। प्राथमिक शिक्षा निदेशक इस आशय के आदेश जारी कर दिए हैं।
जेबीटी शिक्षकों की ओर से कई बार हरियाणा प्राथमिक शिक्षक संघ से शिकायत की जा रही थी कि, उनकी एसीआर रिपोर्ट को लेकर शिक्षा अधिकारी गंभीरता नहीं दिखाते हैं। इसका खामियाजा उन्हें पदोन्नति एवं क्रमोन्नति के दौरान भुगतना पड़ता है। संघ का यह भी आरोप है कि उनकी एसीआर को सही समय पर उच्च अधिकारियों के पास भी नहीं भेजा जाता है। जिले के शिक्षा विभाग के अधिकारी इसके लिए डीडीओ को ही दोषी ठहरा देते हैं। जिम्मेदारी तय न होने की वजह से जेबीटी शिक्षकों को पदोन्नति के लिए चंडीगढ़ के चक्कर लगाना पड़ता है।
मामले को गंभीरता से लेते हुए प्राथमिक शिक्षा निदेशक ने एसीआर के लिए खंड शिक्षा अधिकारी को जिम्मेदार बना दिया गया है। आदेश के अनुसार खंड शिक्षा अधिकारी हर साल एसीआर रिपोर्ट को समय पर पूरा करके उच्चाधिकारियों को भेजेंगे। रिपोर्ट को संभाल कर रखने की जिम्मेदारी भी खंड शिक्षा अधिकारी की होगी।
जेबीटी शिक्षकों की ओर से कई बार हरियाणा प्राथमिक शिक्षक संघ से शिकायत की जा रही थी कि, उनकी एसीआर रिपोर्ट को लेकर शिक्षा अधिकारी गंभीरता नहीं दिखाते हैं। इसका खामियाजा उन्हें पदोन्नति एवं क्रमोन्नति के दौरान भुगतना पड़ता है। संघ का यह भी आरोप है कि उनकी एसीआर को सही समय पर उच्च अधिकारियों के पास भी नहीं भेजा जाता है। जिले के शिक्षा विभाग के अधिकारी इसके लिए डीडीओ को ही दोषी ठहरा देते हैं। जिम्मेदारी तय न होने की वजह से जेबीटी शिक्षकों को पदोन्नति के लिए चंडीगढ़ के चक्कर लगाना पड़ता है।
मामले को गंभीरता से लेते हुए प्राथमिक शिक्षा निदेशक ने एसीआर के लिए खंड शिक्षा अधिकारी को जिम्मेदार बना दिया गया है। आदेश के अनुसार खंड शिक्षा अधिकारी हर साल एसीआर रिपोर्ट को समय पर पूरा करके उच्चाधिकारियों को भेजेंगे। रिपोर्ट को संभाल कर रखने की जिम्मेदारी भी खंड शिक्षा अधिकारी की होगी।
No comments:
Post a Comment
thanks for your valuable comment