नई दिल्ली. केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने मंगलवार को 10वीं व 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं का कार्यक्रम घोषित कर दिया। वैकल्पिक आधार पर होने वाली दसवीं की परीक्षाएं 1 मार्च से 26 मार्च और 12वीं की परीक्षाएं 1 मार्च से 13 अप्रैल तक चलेंगी। देशभर में सभी केन्द्रों पर परीक्षाएं प्रात: 10.30 बजे शुरू होंगी।
बारहवीं की परीक्षा में इस बार करीब 7 लाख 55 हजार परीक्षार्थी बैठेंगे, जो बीते साल के मुकाबले करीब 15 हजार कम हैं। बीते साल यह संख्या 7 लाख 70 हजार थी। वहीं दसवीं में इस बार 10 वीं बोर्ड की वैकल्पिक परीक्षा देने वाले छात्रों की संख्या 4 लाख 90 हजार है। स्कूली स्तर पर होने वाली दसवीं की समेटिव-2 परीक्षा के लिए कार्यक्रम बाद में घोषित किया जाएगा। बोर्ड की प्रवक्ता रमा शर्मा ने बताया कि परीक्षा कार्यक्रम की जानकारी के लिए बोर्ड की वेबसाइट सीबीएसई डॉट निक डॉट
इन पर लॉगइन कर सकते हैं।
12वीं का परीक्षा कार्यक्रम
1 मार्च अंग्रेजी
3 मार्च राजनीति विज्ञान
5 मार्च फिजिक्स
6 मार्च बिजनेस स्टडीज
10 मार्च बायोटेक्नोलॉजी
13 मार्च केमिस्ट्री
14 मार्च इतिहास
15 मार्च एकाउंटेंसी
17 मार्च बायोलॉजी
19 मार्च हिन्दी
21 मार्च अर्थशास्त्र
24 मार्च गणित
26 मार्च कम्प्यूटर साइंस
4 अप्रैल भूगोल
7 अप्रैल संस्कृत
13 अप्रैल साइकोलॉजी
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प्रदेश में साइंस एवं टैक्नोलॉजी के प्रति विद्यार्थियों में रूचि पैदा करने के लिए सरकार सक्रिय हो गई है। अधिक से अधिक विद्यार्थी साइंस की पढ़ाई करें, इसके लिए भारत सरकार ने इंस्पायर अवार्ड स्कीम शुरू की है। इस स्कीम के तहत विद्यार्थियों को साढ़े 26 लाख रुपए वितरित किए गए जाएंगे। प्रत्येक चयनित विद्यार्थी को पांच हजार रुपए की राशि दी जाएगी।
भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने स्कूली स्तर पर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के प्रचार प्रसार का बीड़ा उठाया है। क्योंकि पिछले कई सालों में साइंस के प्रति विद्यार्थियों को मोह घट गया था। अधिकतर विद्यार्थी जॉब ओरिएंटेड कोर्स की ओर से दौड़ पड़े थे।
ऐसे में कालेज स्तर पर साइंस साइड की पढ़ाई के लिए प्रतिभावान विद्यार्थियों की कमी खलने लगी थी। इसी समस्या को दूर करने के लिए मंत्रालय ने स्कूल लेवल पर ही विद्यार्थियों का रुझान विज्ञान के प्रति करने की योजना को अपनाया है। इस योजना के तहत स्कूल स्तर पर ही विद्यार्थियोंं को साइंस पढऩे के लिए प्रेरित किया जाएगा, ताकि कालेज लेवल पर विद्यार्थी सांइस पढऩे के लिए रूचिपूर्वक आगे आएं। इंस्पायर अवार्ड स्कीम के तहत शुरुआत में 269 विद्यार्थियों के लिए 13 लाख 45 हजार रुपए बजट मुहैया कराया गया है। विद्यार्थी इस राशि का प्रयोग अपनी साइंस की पढ़ाई के उत्थान पर खर्च करेंगे। ढाई हजार रुपए साइंस मॉडल पर और ढाई हजार रुपए टीए व डीए पर खर्च किए जाएंगे।
बारहवीं की परीक्षा में इस बार करीब 7 लाख 55 हजार परीक्षार्थी बैठेंगे, जो बीते साल के मुकाबले करीब 15 हजार कम हैं। बीते साल यह संख्या 7 लाख 70 हजार थी। वहीं दसवीं में इस बार 10 वीं बोर्ड की वैकल्पिक परीक्षा देने वाले छात्रों की संख्या 4 लाख 90 हजार है। स्कूली स्तर पर होने वाली दसवीं की समेटिव-2 परीक्षा के लिए कार्यक्रम बाद में घोषित किया जाएगा। बोर्ड की प्रवक्ता रमा शर्मा ने बताया कि परीक्षा कार्यक्रम की जानकारी के लिए बोर्ड की वेबसाइट सीबीएसई डॉट निक डॉट
इन पर लॉगइन कर सकते हैं।
12वीं का परीक्षा कार्यक्रम
1 मार्च अंग्रेजी
3 मार्च राजनीति विज्ञान
5 मार्च फिजिक्स
6 मार्च बिजनेस स्टडीज
10 मार्च बायोटेक्नोलॉजी
13 मार्च केमिस्ट्री
14 मार्च इतिहास
15 मार्च एकाउंटेंसी
17 मार्च बायोलॉजी
19 मार्च हिन्दी
21 मार्च अर्थशास्त्र
24 मार्च गणित
26 मार्च कम्प्यूटर साइंस
4 अप्रैल भूगोल
7 अप्रैल संस्कृत
13 अप्रैल साइकोलॉजी
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अब साइंस में बढ़ेगा स्टूडेंट्स का इंट्रेस्ट
प्रदेश में साइंस एवं टैक्नोलॉजी के प्रति विद्यार्थियों में रूचि पैदा करने के लिए सरकार सक्रिय हो गई है। अधिक से अधिक विद्यार्थी साइंस की पढ़ाई करें, इसके लिए भारत सरकार ने इंस्पायर अवार्ड स्कीम शुरू की है। इस स्कीम के तहत विद्यार्थियों को साढ़े 26 लाख रुपए वितरित किए गए जाएंगे। प्रत्येक चयनित विद्यार्थी को पांच हजार रुपए की राशि दी जाएगी।
भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने स्कूली स्तर पर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के प्रचार प्रसार का बीड़ा उठाया है। क्योंकि पिछले कई सालों में साइंस के प्रति विद्यार्थियों को मोह घट गया था। अधिकतर विद्यार्थी जॉब ओरिएंटेड कोर्स की ओर से दौड़ पड़े थे।
ऐसे में कालेज स्तर पर साइंस साइड की पढ़ाई के लिए प्रतिभावान विद्यार्थियों की कमी खलने लगी थी। इसी समस्या को दूर करने के लिए मंत्रालय ने स्कूल लेवल पर ही विद्यार्थियों का रुझान विज्ञान के प्रति करने की योजना को अपनाया है। इस योजना के तहत स्कूल स्तर पर ही विद्यार्थियोंं को साइंस पढऩे के लिए प्रेरित किया जाएगा, ताकि कालेज लेवल पर विद्यार्थी सांइस पढऩे के लिए रूचिपूर्वक आगे आएं। इंस्पायर अवार्ड स्कीम के तहत शुरुआत में 269 विद्यार्थियों के लिए 13 लाख 45 हजार रुपए बजट मुहैया कराया गया है। विद्यार्थी इस राशि का प्रयोग अपनी साइंस की पढ़ाई के उत्थान पर खर्च करेंगे। ढाई हजार रुपए साइंस मॉडल पर और ढाई हजार रुपए टीए व डीए पर खर्च किए जाएंगे।
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