हिसार. गुरु जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस (एचएसबी) नए सत्र में नया कोर्स लांच करने की तैयारी में है। एमबीए में छह तरह के नए कोर्स संचालित करने की तैयारी है। एचएसबी कुछ कोर्स आने वाले सत्र में तो कुछ अगले सत्र में शुरू कर सकता है।
स्कूल की नई इमारत का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है और जून तक इसके तैयार होने की संभावना है। ऐसे में स्कूल प्रबंधन इमारत का बेहतर प्रयोग करने के लिए पहले से ही योजना तैयार कर रहा है। कौन सा कोर्स 2012/13 से चलेगा और कौन सा 2013/14 से यह फैसला बोर्ड ऑफ गवर्नरस (बीओजी) करेंगे।
बैठक आज
हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस के बोर्ड ऑफ गवर्नरस की बैठक सोमवार को है। बैठक में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। इस बैठक की अध्यक्षता जीजेयू के कुलपति डॉ.एमएल रंगा करेंगे। इसमें गवर्निग बॉडी के सदस्य, एचएसबी के निदेशक, अधिष्ठाता भी शामिल होंगे।
क्या है इंटीग्रेटेड कोर्स?
एक ऐसा कोर्स जो दो अलग-अलग कोर्स की डिग्री देता है। वह इंटीग्रेटेड कोर्स कहलाता है। इसमें शुरू से ही छात्र की दिशा तय हो जाती है और उसे उस विषय में विशेषज्ञता हासिल करने में सहायता होती है। जैसे बारहवीं के बाद बीएससी, एलएलबी आदि।
हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस के निदेशक प्रोफेसर एससी कुंडू बताते हैं कि किसी विषय विशेष पर फोकस अगर कोर्स स्कूल में संचालित होंगे तो इससे छात्रों को काफी लाभ पहुंचेगा। इस समय विषय विशेषज्ञ की मांग बढ़ी है। कंपनियां किसी एक विषय का विशेषज्ञ चाहती हैं।
ऐसे में रिटेल पर फोकस अलग कोर्स छात्रों को बड़ा अवसर देगा। आने वाले समय में रिटेल एक बहुत बड़ा सेक्टर होने जा रहा है। विदेशी निवेश के चलते इंटरनेशनल बिजनेस के विशेषज्ञता वाले लोगों को भी काफी अवसर होंगे। और यही बात फाइनेंस और मार्केटिंग पर भी लागू होती है।
अब जीजेयू में बारहवीं के बाद एडमिशन
अगर एचएसबी के बोर्ड ऑफ गवर्नरस ने सोमवार को सहमति दे दी तो अगले सत्र से जीजेयू में बारहवीं के बाद ही छात्रों को एमबीए करने का मौका मिलेगा। बीओजी की बैठक में इस पांच वर्षीय इंटीग्रेटेड कोर्स इन एमबीए का प्रस्ताव पेश किया जाएगा। इससे पहले एचएयू ने पिछले सत्र में दसवीं के बाद छह वर्षीय बीएससी इन एग्रीकल्चर और बीएससी इन होमसाइंस की शुरुआत कर चुका है।
स्कूल की नई इमारत का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है और जून तक इसके तैयार होने की संभावना है। ऐसे में स्कूल प्रबंधन इमारत का बेहतर प्रयोग करने के लिए पहले से ही योजना तैयार कर रहा है। कौन सा कोर्स 2012/13 से चलेगा और कौन सा 2013/14 से यह फैसला बोर्ड ऑफ गवर्नरस (बीओजी) करेंगे।
बैठक आज
हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस के बोर्ड ऑफ गवर्नरस की बैठक सोमवार को है। बैठक में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। इस बैठक की अध्यक्षता जीजेयू के कुलपति डॉ.एमएल रंगा करेंगे। इसमें गवर्निग बॉडी के सदस्य, एचएसबी के निदेशक, अधिष्ठाता भी शामिल होंगे।
क्या है इंटीग्रेटेड कोर्स?
एक ऐसा कोर्स जो दो अलग-अलग कोर्स की डिग्री देता है। वह इंटीग्रेटेड कोर्स कहलाता है। इसमें शुरू से ही छात्र की दिशा तय हो जाती है और उसे उस विषय में विशेषज्ञता हासिल करने में सहायता होती है। जैसे बारहवीं के बाद बीएससी, एलएलबी आदि।
हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस के निदेशक प्रोफेसर एससी कुंडू बताते हैं कि किसी विषय विशेष पर फोकस अगर कोर्स स्कूल में संचालित होंगे तो इससे छात्रों को काफी लाभ पहुंचेगा। इस समय विषय विशेषज्ञ की मांग बढ़ी है। कंपनियां किसी एक विषय का विशेषज्ञ चाहती हैं।
ऐसे में रिटेल पर फोकस अलग कोर्स छात्रों को बड़ा अवसर देगा। आने वाले समय में रिटेल एक बहुत बड़ा सेक्टर होने जा रहा है। विदेशी निवेश के चलते इंटरनेशनल बिजनेस के विशेषज्ञता वाले लोगों को भी काफी अवसर होंगे। और यही बात फाइनेंस और मार्केटिंग पर भी लागू होती है।
अब जीजेयू में बारहवीं के बाद एडमिशन
अगर एचएसबी के बोर्ड ऑफ गवर्नरस ने सोमवार को सहमति दे दी तो अगले सत्र से जीजेयू में बारहवीं के बाद ही छात्रों को एमबीए करने का मौका मिलेगा। बीओजी की बैठक में इस पांच वर्षीय इंटीग्रेटेड कोर्स इन एमबीए का प्रस्ताव पेश किया जाएगा। इससे पहले एचएयू ने पिछले सत्र में दसवीं के बाद छह वर्षीय बीएससी इन एग्रीकल्चर और बीएससी इन होमसाइंस की शुरुआत कर चुका है।
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