जयपुर. प्रदेश में सात हजार सिपाहियों की भर्ती होगी। इसके लिए अप्रैल से भर्ती प्रक्रिया शुरू होगी, जो नवंबर तक चलेगी। इस बार सिपाही बनने के लिए परीक्षार्थी को ऑन लाइन पेपर कराए जाने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए पुलिस मुख्यालय में कंपनियों का चयन किया जा रहा है।
यही कंपनियां अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र पर कम्प्यूटर उपलब्ध कराएंगी। अगर किसी कारणवश इस बार ऑन लाइन परीक्षा नहीं कराई जा सकी तो लिखित में परीक्षा ली जाएगी, लेकिन
इसके बाद दूसरे चरण में वर्ष 2013 में होने वाली भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह से ऑन लाइन होगी। पुलिस विभाग ने तीन साल में 20 हजार सिपाहियों की भर्ती की जाएगी।
पुलिस मुख्यालय सूत्रों के अनुसार अभ्यर्थियों से अप्रैल में ऑन लाइन आवेदन मांगे जाएंगे। जुलाई माह में परीक्षा होगी। सिपाहियों की भर्ती के बाद शहरी थानों में 60 तथा ग्रामीण थानों में 45 पुलिसकर्मियों की नियुक्ति हो सकेगी। नफरी पूरी होने पर जवानों को वीकली ऑफ मिल सकेगा।
एडीजी (हैडक्वार्टर) मनोज भट्ट का कहना है कि ऑन लाइन परीक्षा के लिए कंपनियों से वार्ता कर रहे हैं। कंपनी का चयन जल्द कर लिया जाएगा। ऑन लाइन प्रक्रिया से भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता आएगी।
पेपर करते ही हाथोंहाथ रिजल्ट
अगर परीक्षा ऑन लाइन होती है तो परीक्षार्थी को पेपर पूरा करते ही हाथोंहाथ रिजल्ट मिल जाएगा। परीक्षार्थी द्वारा पेपर को सबमिट कराने के कुछ सैकंड बाद नंबर पता चल जाएंगे। यह भी तय हो जाएगा कि उसका चयन आगे की प्रक्रिया के लिए हुआ है या नहीं। परीक्षार्थी आपस में नकल नहीं करें इसके लिए प्रत्येक अभ्यर्थी को अलग-अलग पेपर मिलेगा।
खुद तय कर सकेंगे परीक्षा तिथि
परीक्षार्थी ऑन लाइन परीक्षा देने के लिए खुद तिथि का चयन कर सकेगा। आवेदन के समय ही परीक्षार्थी से उसकी सुविधा के अनुसार परीक्षा तिथि का चयन कराया जाएगा। परीक्षा आयोजित करने वाली कंपनी उसकी च्वाइस के अनुसार परीक्षा देने के लिए प्रवेश पत्र और परीक्षा केंद्र जारी करेगी।
जिसे कम्प्यूटर का ज्ञान नहीं उसका क्या?
सिपाही बनने के लिए न्यूनतम योग्यता दसवीं पास है। ऐसे में पुलिस अधिकारियों का मानना है कि ग्रामीण इलाकों के अधिकांश अभ्यर्थियों को कम्प्यूटर का ज्ञान नहीं होगा। ऐसे में वे ऑन लाइन परीक्षा नहीं दे सकते। इसके लिए दो दिन पहले हुई मीटिंग में तय किया गया है कि फिलहाल भर्ती में ऑन लाइन तथा ओएमआर शीट से पेपर हल करने का विकल्प दिया जाए। इसके बाद आगामी परीक्षाओं में कम्प्यूटर ज्ञान अनिवार्य होने की योग्यता रखी जाएगी और भर्ती परीक्षा ऑन लाइन ही ली जाएगी।
डमी पेपर भी मिलेगा
परीक्षार्थी ऑन लाइन पेपर हल कैसे करे, इसके लिए पुलिस मुख्यालय की वेबसाइट पर डमी पेपर डाला जाएगा। इसके जरिए अभ्यर्थी प्रक्रिया को समझ सकेंगे।
\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\
हमीरपुर. टीचर्स एलिजिबिलिटी टेस्ट (टीईटी) देने वाले करीब 20 हजार अभ्यर्थियों के फार्म रिजेक्ट हो जाएंगे। हिमाचल प्रदेश अधीनस्थ सेवाएं चयन बोर्ड ने यह परीक्षा आवेदनों की छंटनी किए बिना ही आयोजित करवा दी है। परीक्षा के लिए सरकार ने बीए में 50 फीसदी अंकों की शर्त रखी थी, लेकिन बोर्ड के अनुसार करीब 20 हजार परीक्षार्थी इस शर्त को पूरा नहीं करते। अभ्यर्थियों को परीक्षा में बैठने के लिए रोलनंबर नहीं भेजे जाने थे, लेकिन बोर्ड को यह परीक्षा मार्च से पहले करवाने को कहा गया था।
इसी कारण सभी आवेदनों की छंटनी किए बिना ही रोलनंबर जारी कर दिए गए। परीक्षा शुरू होने से पहले परीक्षार्थियों को इसकी सूचना दी थी। उनसे कहा गया था कि अगर वह शर्त पूरी नहीं करते तो परीक्षा में शामिल न हों। अधिकतर ने शर्त में छूट मिलने की उम्मीद में परीक्षा दी।
क्या है परीक्षा का नियम
एसएसएसबी सभी तरह की परीक्षाएं आवेदनों की छंटनी के बाद ही करवाता है। टीईटी के लिए करीब 90 हजार आवेदन आए थे जिनमें अंक प्रतिशत 50 फीसदी की शर्त अनिवार्य थी। इससे कम अंक वाले परीक्षा में बैठने के लिए पात्र नहीं थे। अफरा-तफरी और सरकार की किसी नाराजगी से बचने के लिए बोर्ड ने परीक्षा करवा दिया। अब बोर्ड ने स्पष्ट क दिया है कि अप्रात्र परीक्षार्थियों के आवेदन रद्द किए जाएंगे।
यही कंपनियां अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र पर कम्प्यूटर उपलब्ध कराएंगी। अगर किसी कारणवश इस बार ऑन लाइन परीक्षा नहीं कराई जा सकी तो लिखित में परीक्षा ली जाएगी, लेकिन
इसके बाद दूसरे चरण में वर्ष 2013 में होने वाली भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह से ऑन लाइन होगी। पुलिस विभाग ने तीन साल में 20 हजार सिपाहियों की भर्ती की जाएगी।
पुलिस मुख्यालय सूत्रों के अनुसार अभ्यर्थियों से अप्रैल में ऑन लाइन आवेदन मांगे जाएंगे। जुलाई माह में परीक्षा होगी। सिपाहियों की भर्ती के बाद शहरी थानों में 60 तथा ग्रामीण थानों में 45 पुलिसकर्मियों की नियुक्ति हो सकेगी। नफरी पूरी होने पर जवानों को वीकली ऑफ मिल सकेगा।
एडीजी (हैडक्वार्टर) मनोज भट्ट का कहना है कि ऑन लाइन परीक्षा के लिए कंपनियों से वार्ता कर रहे हैं। कंपनी का चयन जल्द कर लिया जाएगा। ऑन लाइन प्रक्रिया से भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता आएगी।
पेपर करते ही हाथोंहाथ रिजल्ट
अगर परीक्षा ऑन लाइन होती है तो परीक्षार्थी को पेपर पूरा करते ही हाथोंहाथ रिजल्ट मिल जाएगा। परीक्षार्थी द्वारा पेपर को सबमिट कराने के कुछ सैकंड बाद नंबर पता चल जाएंगे। यह भी तय हो जाएगा कि उसका चयन आगे की प्रक्रिया के लिए हुआ है या नहीं। परीक्षार्थी आपस में नकल नहीं करें इसके लिए प्रत्येक अभ्यर्थी को अलग-अलग पेपर मिलेगा।
खुद तय कर सकेंगे परीक्षा तिथि
परीक्षार्थी ऑन लाइन परीक्षा देने के लिए खुद तिथि का चयन कर सकेगा। आवेदन के समय ही परीक्षार्थी से उसकी सुविधा के अनुसार परीक्षा तिथि का चयन कराया जाएगा। परीक्षा आयोजित करने वाली कंपनी उसकी च्वाइस के अनुसार परीक्षा देने के लिए प्रवेश पत्र और परीक्षा केंद्र जारी करेगी।
जिसे कम्प्यूटर का ज्ञान नहीं उसका क्या?
सिपाही बनने के लिए न्यूनतम योग्यता दसवीं पास है। ऐसे में पुलिस अधिकारियों का मानना है कि ग्रामीण इलाकों के अधिकांश अभ्यर्थियों को कम्प्यूटर का ज्ञान नहीं होगा। ऐसे में वे ऑन लाइन परीक्षा नहीं दे सकते। इसके लिए दो दिन पहले हुई मीटिंग में तय किया गया है कि फिलहाल भर्ती में ऑन लाइन तथा ओएमआर शीट से पेपर हल करने का विकल्प दिया जाए। इसके बाद आगामी परीक्षाओं में कम्प्यूटर ज्ञान अनिवार्य होने की योग्यता रखी जाएगी और भर्ती परीक्षा ऑन लाइन ही ली जाएगी।
डमी पेपर भी मिलेगा
परीक्षार्थी ऑन लाइन पेपर हल कैसे करे, इसके लिए पुलिस मुख्यालय की वेबसाइट पर डमी पेपर डाला जाएगा। इसके जरिए अभ्यर्थी प्रक्रिया को समझ सकेंगे।
\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\
हमीरपुर. टीचर्स एलिजिबिलिटी टेस्ट (टीईटी) देने वाले करीब 20 हजार अभ्यर्थियों के फार्म रिजेक्ट हो जाएंगे। हिमाचल प्रदेश अधीनस्थ सेवाएं चयन बोर्ड ने यह परीक्षा आवेदनों की छंटनी किए बिना ही आयोजित करवा दी है। परीक्षा के लिए सरकार ने बीए में 50 फीसदी अंकों की शर्त रखी थी, लेकिन बोर्ड के अनुसार करीब 20 हजार परीक्षार्थी इस शर्त को पूरा नहीं करते। अभ्यर्थियों को परीक्षा में बैठने के लिए रोलनंबर नहीं भेजे जाने थे, लेकिन बोर्ड को यह परीक्षा मार्च से पहले करवाने को कहा गया था।
इसी कारण सभी आवेदनों की छंटनी किए बिना ही रोलनंबर जारी कर दिए गए। परीक्षा शुरू होने से पहले परीक्षार्थियों को इसकी सूचना दी थी। उनसे कहा गया था कि अगर वह शर्त पूरी नहीं करते तो परीक्षा में शामिल न हों। अधिकतर ने शर्त में छूट मिलने की उम्मीद में परीक्षा दी।
क्या है परीक्षा का नियम
एसएसएसबी सभी तरह की परीक्षाएं आवेदनों की छंटनी के बाद ही करवाता है। टीईटी के लिए करीब 90 हजार आवेदन आए थे जिनमें अंक प्रतिशत 50 फीसदी की शर्त अनिवार्य थी। इससे कम अंक वाले परीक्षा में बैठने के लिए पात्र नहीं थे। अफरा-तफरी और सरकार की किसी नाराजगी से बचने के लिए बोर्ड ने परीक्षा करवा दिया। अब बोर्ड ने स्पष्ट क दिया है कि अप्रात्र परीक्षार्थियों के आवेदन रद्द किए जाएंगे।