कई अध्यापकों को एसीपी का इंतजार

नरेश पंवार, कैथल
जिले के कई जेबीटी अध्यापक अपनी एसीपी लगने का इतजार एक साल से ज्यादा समय से कर रहे है लेकिन आज तक भी उन अध्यापकों को एसीपी प्रदान नही की गई, जिससे अध्यापकों को हर मास काफी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।
एसीपी कर्मचारियों को 10 साल की सेवा के बाद दिया जाने वाली अतिरिक्त वेतन वृद्धि है। वर्ष दो हजार में नियुक्त अध्यापकों को वर्ष दो हजार 10 के नवंबर से यह लाभ दिया जाना चाहिए
था, लेकिन कुछ अध्यापकों को यह कह कर इस लाभ से वंचित कर दिया गया कि उनकी निजी मिसिल पदोन्नति मामलों के साथ पंचकूला स्थित मुख्यालय में भेज दी गई है, जिससे बिना निजी मिसिल के जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी उन्हे एसीपी प्रदान नहीं कर सकते।
हैरानी की बात है कि वर्ष दो हजार हजार में पदोन्नति के लिए सैकड़ों अध्यापकों के केस पंचकूला भेजे गए थे, जिनके साथ निजी मिसिल भी भेजी गई थी, लेकिन उनमें से लगभग 15 अध्यापकों को छोड़कर सभी को एसीपी प्रदान कर दी गई थी। वे अध्यापक आज भी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय के लगातार चक्कर काट रहे है।
क्या रहा कारण
जिन अध्यापकों के मामले पदोन्नति के लिए पंचकूला मुख्यालय भेजे जाते हैं। उन अध्यापकों के सभी दस्तावेजों जैसे निजी मिसिल, सभी एसीआर आदि की एक समरी शीट तैयार कर खंड व जिला स्तर पर रख ली जाती है तथा मूल दस्तावेज पदोन्नति मामले के साथ भेज दिए जाते हैं, लेकिन गुहला व पूंडरी खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय इन अध्यापकों की समरी शीट तैयार न कर मूल रूप से ही दस्तावेज पदोन्नति मामले के लिए भेज दिए, जिससे इन अध्यापकों को आज तक यह लाभ प्राप्त नहीं हुआ।
लापरवाही की हद
शिक्षा विभाग मुख्यालय ने सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को नवंबर, 2011 में पत्र सूचित किया गया कि वे दो हजार में भर्ती अध्यापकों की निजी मिसिल मुख्यालय से ले जाएं, लेकिन कार्यालय के कर्मचारी जो हर सप्ताह मुख्यालय के कई चक्कर लगाते है। इन अध्यापकों की निजी मिसिल वापस नहीं लेकर आए और जिन 36 अध्यापकों की निजी मिसल वापस पहुची है, उनमें केवल तीन अध्यापक ऐसे है जिन को एसीपी नहीं मिली थी और वे फाइल आज तक खंड कार्यालयों को नहीं भेजी गई है।
ठीक नहीं है रवैया
प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला प्रधान रोशन लाल पंवार ने बताया कि विभाग के कार्यालय के कर्मचारियों का शिक्षकों के प्रति रवैया ठीक नहीं है। उनकी लापरवाही का खामियाजा अध्यापकों को भुगतना पड़ता है। उन्होंने माग की है कि अपने कार्य में लापरवाही बरतने वाले दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
इन अध्यापकों को नही मिली एसीपी
पूंडरी खंड से अनिल कुमार, रामदिया जीपीएस जडौला, आशा देवी जीपीएस बदनारा, सुभाष चंद जीपीएस बिशनपुरी पाई, गुहला खंड से गुरचरण, राजपाल जीपीएस चीका, यशपाल जीपीएस खुशहाल माजरा, रोहताश, कमलेश जीपीएस गुहला, महेंद्र सिंह जीपीएस थेह बनेड़ा आदि शामिल हैं।


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