राकेश कुमार शर्मा, हिसार प्रदेश के सरकारी स्कूलों में 25 से 30 वर्षो से सेवा दे रहे हजारों मास्टर व हेडमास्टर पदोन्नति मिलने का सपना कभी पूरा नहीं कर पाएंगे। ये पदोन्नति का इंतजार करते-करते ही सेवानिवृत्त हो जाएंगे। इनमें कई ऐसे हैं जो मास्टर के पद पर नियुक्त हुए थे और कुछ माह बाद मास्टर के पद से ही रिटायर हो जाएंगे। सिरसा स्थित जीएमएसएस स्कूल के मास्टर राजेश चंद्र सेठी इसका उदाहरण हैं। वह मास्टर के पद पर नियुक्त हुए थे और इसी वर्ष अक्टूबर में रिटायर हो रहे हैं। वहीं पुठी समैण हाई स्कूल के हेडमास्टर रामपाल सिंह मई में, रेवाड़ी में हाई स्कूल के हेडमास्टर सत्यवीर सिंह जनवरी में, कुरुक्षेत्र हाई स्कूल की हेडमास्टर सुरजीत कुमारी तनेजा अगस्त में सेवानिवृत होंगी। सरकारी स्कूलों में 20 हजार से अधिक मास्टर कार्य कर रहे हैं। इनमें से दो हजार से अधिक मास्टर व लगभग 1600 हेडमास्टर पदोन्नति का इंतजार कर रहे हैं। पिछले तीन वर्षो से शिक्षा विभाग ने पदोन्नति की किसी प्रकार की लिस्ट आउट नहीं की है। जल्द दी जाएगी पदोन्नति : अतिरिक्त शिक्षा आयुक्त सतबीर सैनी ने बताया कि मास्टर व हेडमास्टर को पदोन्नति देने के लिए फाइल तैयार की जा चुकी है। मास्टरों को पदोन्नति देने के लिए अगले माह से कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। उल्लेखनीय है कि लगभग दस हजार मास्टर, हेडमास्टर आदि को पदोन्नति देने के लिए कन्फर्ममेंशन फाइल तैयार कर विभाग को सौंपी जा चुकी है। पांच हजार से अधिक पद खाली : प्रदेश के स्कूलों में 5000 से अधिक मास्टरों की पोस्ट खाली हैं। वर्तमान समय में प्रदेश के स्कूलों में लगभग 26 हजार पोस्ट हैं लेकिन लगभग 20 हजार मास्टर ही कार्य कर रहे हैं। पदोन्नति के लिए करेंगे रैली : पदोन्नति सहित विभिन्न मांगों को लेकर मास्टर वर्ग झज्जर में 26 फरवरी को रैली करेगा। इस दौरान मास्टरों को पदोन्नति देने, खाली पदों को जल्द भरने सहित अन्य मांगों के लिए प्रदर्शन किया जाएगा।