बिना मंजूरी के आकस्मिक अवकाश सर्विस ब्रेक +++फरवरी के अंत तक जारी हो जाएगा ग्रेड सैकंड शिक्षक भर्ती का रिजल्ट!

जयपुर.राज्य कर्मचारियों के लिए बिना मंजूरी के आकस्मिक अवकाश लेना भारी पड़ सकता है। इसे जानबूझकर कार्यालय से गैरहाजिर होना मानते हुए सर्विस भी ब्रेक की जा सकती है। इसके लिए सरकार ने सभी विभागों को एक परिपत्र जारी कर राजस्थान सेवा नियम 1951 के प्रावधानों को सख्ती से लागू करने को कहा है। उधर, राजसीको के सीएमडी पंकज के बिना मंजूरी के छुट्टी पर चले जाने के मामले में सरकार ने अभी तक कुछ नहीं किया, जबकि इन अधिकारियों के लिए इस तरह का परिपत्र 2010 में ही जारी किया हुआ है।

वित्त विभाग की ओर से जारी परिपत्र के अनुसार उन हालात को अपवाद माना जा सकता है जिनमें

कर्मचारी स्वास्थ्य कारणों से कार्यालय आने में असमर्थ हो। परिपत्र में कहा गया कि कर्मचारियों को छुट्टी पर जाने से पहले सक्षम अधिकारी से छुट्टी मंजूर करानी चाहिए।

प्रमुख कार्मिक सचिव खेमराज का कहना है कि अखिल भारतीय सेवा के अधिकारियों के लिए इस तरह का परिपत्र वर्ष 2010 में ही जारी किया हुआ है। उल्लेखनीय है कि आईएएस अधिकारी पंकज ने मुख्य सचिव को 108 दिन की छुट्टी के लिए आवेदन किया था। मुख्य सचिव सलाउद्दीन अहमद ने उनकी छुट्टी नामंजूर कर दी थी। पंकज इससे पहले ही छुट्टी पर चले गए। इससे पहले भी कुछ आईएएस और आईपीएस अधिकारियों के इस तरह छुट्टी जाने के मामले सामने आ चुके हैं।


विदेश के लिए 3 सप्ताह पहले लेनी होगी छुट्टी 

निजी विदेश यात्रा पर जाने वाले राज्य सेवा के अधिकारी अथवा कर्मचारियों को छुट्टी के लिए 3 सप्ताह पहले आवेदन करना होगा। यह व्यवस्था इसलिए की गई है ताकि समय रहते उनकी छुट्टी मंजूरी अथवा मंजूर नहीं होने की सूचना उन्हें मिल सके। अभी ज्यादातर अधिकारी यह सोचकर छुट्टी पर चले जाते हैं कि आवेदन किया है तो मंजूर हो चुका होगा अथवा हो जाएगा। इससे कई बार जरूरी सरकारी काम अटक जाते हैं।
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अजमेर. राजस्थान लोक सेवा आयोग ग्रेड सेकंड शिक्षक भर्ती परीक्षा का परिणाम फरवरी माह के अंत तक जारी करेगा। आयोग युद्ध स्तर पर परिणाम जारी करने की तैयारियां कर रहा है। कई कारण ऐसे हैं जिनकी वजह से परिणाम में देरी हो रही है। आयोग के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक ग्रेड सेकंड के सभी विषयों की करीब 12 लाख उत्तर पुस्तिकाएं हैं।

इनकी जांच की जा रही है। जाहिर है इसमें समय लग रहा है। इसके अलावा एक से अधिक आवेदन भरने, आवेदन पत्रों में विषय आदि के करेक्शन, एक अभ्यर्थी का अलग-अलग केंद्रों पर परीक्षा देना आदि भी देरी का कारण हैं।

आयोग सूत्रों के मुताबिक इस बार ग्रेड सेकंड में साक्षात्कार का प्रावधान भी समाप्त हो चुका है। इससे जांच में देरी हो रही है।इसके मद्देनजर परिणाम सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर तैयार हो रहा है।

दूसरी ओर, आयोग सचिव डॉ. केके पाठक ने परिणाम जारी करने को लेकर प्रदेश भर में फैली अफवाहों को देखते हुए अभ्यर्थियों से कहा है कि आयोग इस माह के अंत तक परिणाम जारी करने की कोशिश कर रहा है।

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