चंडीगढ़. पंजाब यूनिवर्सिटी की प्रोफेशनल डिग्रियां फर्जी तरीके से तैयार करके सैकड़ों युवा विदेशों में भेजे गए हैं। इसका खुलासा कनाडा हाई कमीशन की तरफ से पीयू को भेजी गई डिग्रियों की जांच के बाद हुआ है। कनाडा हाई कमीशन ने पीयू से प्रोफेशनल डिग्री लेने वाले दो दर्जन से अधिक स्टूडेंट की डिग्रियां जांच के लिए भेजी थीं।
विदेश भेजने के लिए पीयू से फर्जी डिग्री हासिल करने का फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद पीयू प्रशासन के हाथ पांव फूले हुए हैं। सूत्रों के अनुसार यह फर्जीवाड़ा लंबे समय से चल रहा है। अकेले कनाडा ही नहीं बल्कि अमेरिका और यूरोप के कई अन्य देशों में भी युवकों को फर्जी डिग्री थमाकर विदेश भेजा जा रहा है। गौरतलब है कि पीयू की डिग्री एवं प्रमाण पत्र शाखा ने करीब 25 डिग्रियों को फर्जी बताया है। पीयू प्रशासन की ओर से डिग्रियां फर्जी होने संबंधी रिपोर्ट कनाडा हाई कमीशन को भेजी गई है।
ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन के दूतावास भी सतर्क
ऑस्ट्रेलिया तथा ब्रिटेन गए कई युवकों ने भी पीयू से फर्जी डिग्री हासिल की हैं। इन देशों के दूतावासों
के पास इसकी जानकारी पहुंची है, इसके बाद कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। चंडीगढ़ की कई इमीग्रेशन कंपनियों पर बैंकों के फर्जी कागजातों के जरिए युवकों को विदेश भेजने के मामले में पहले ही ऑस्ट्रेलियाई तथा ब्रिटेन के दूतावासों की तरफ से पुलिस को शिकायत दी जा चुकी हैं।
फर्जी डिग्री धारकों के खिलाफ अभियान
कनाडा तथा यूरोपीय देशों में फर्जी डिग्री लेकर प्रवेश करने वालों के खिलाफ व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। इनमें से कई युवकों को कनाडा तथा अन्य देशों की सरकारों की तरफ से वापस भेजा जा रहा है। लाखों रुपये लौटाने के बावजूद भी ये युवक अब इमीग्रेशन एजेंटों तथा फर्जी डिग्री तैयार करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज कराने से कतरा रहे हैं।
नहीं दर्ज कराया केस
पीयू में फर्जी डिग्रियां तैयार हो रही हैं और इन्हें लेकर युवक विदेश रवाना हो रहे हैं। बावजूद इसके पीयू प्रशासन की ओर से इस संबंध में चुप्पी साधी हुई है। यहां तक की पुलिस में भी इसकी शिकायत दर्ज नहीं कराई। इसको लेकर तमाम सवाल खड़े हो रहे हैं।
ऐसा हो सकता है, लेकिन मेरे ध्यान में यह बात नहीं है। मुझे पीयू की हर चीज की जानकारी नहीं है। रिकॉर्ड देखने पर ही बताया जा सकता है।
-एके भंडारी, कंट्रोलर एवं रजिस्ट्रार,पीयू
हां, हाई कमीशन से सर्टिफिकेट जांच के लिए आते रहते हैं। कनाडा एंबेसी से भी सर्टिफिकेट आए थे। फर्जी सर्टिफिकेट के बारे में एंबेसी अथवा हाई कमीशन को जानकारी दे दी जाती है।
-सुलक्षणा शर्मा, असिस्टेंट रजिस्ट्रार सर्टिफिकेट
\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\
विदेश भेजने के लिए पीयू से फर्जी डिग्री हासिल करने का फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद पीयू प्रशासन के हाथ पांव फूले हुए हैं। सूत्रों के अनुसार यह फर्जीवाड़ा लंबे समय से चल रहा है। अकेले कनाडा ही नहीं बल्कि अमेरिका और यूरोप के कई अन्य देशों में भी युवकों को फर्जी डिग्री थमाकर विदेश भेजा जा रहा है। गौरतलब है कि पीयू की डिग्री एवं प्रमाण पत्र शाखा ने करीब 25 डिग्रियों को फर्जी बताया है। पीयू प्रशासन की ओर से डिग्रियां फर्जी होने संबंधी रिपोर्ट कनाडा हाई कमीशन को भेजी गई है।
ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन के दूतावास भी सतर्क
ऑस्ट्रेलिया तथा ब्रिटेन गए कई युवकों ने भी पीयू से फर्जी डिग्री हासिल की हैं। इन देशों के दूतावासों
के पास इसकी जानकारी पहुंची है, इसके बाद कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। चंडीगढ़ की कई इमीग्रेशन कंपनियों पर बैंकों के फर्जी कागजातों के जरिए युवकों को विदेश भेजने के मामले में पहले ही ऑस्ट्रेलियाई तथा ब्रिटेन के दूतावासों की तरफ से पुलिस को शिकायत दी जा चुकी हैं।
फर्जी डिग्री धारकों के खिलाफ अभियान
कनाडा तथा यूरोपीय देशों में फर्जी डिग्री लेकर प्रवेश करने वालों के खिलाफ व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। इनमें से कई युवकों को कनाडा तथा अन्य देशों की सरकारों की तरफ से वापस भेजा जा रहा है। लाखों रुपये लौटाने के बावजूद भी ये युवक अब इमीग्रेशन एजेंटों तथा फर्जी डिग्री तैयार करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज कराने से कतरा रहे हैं।
नहीं दर्ज कराया केस
पीयू में फर्जी डिग्रियां तैयार हो रही हैं और इन्हें लेकर युवक विदेश रवाना हो रहे हैं। बावजूद इसके पीयू प्रशासन की ओर से इस संबंध में चुप्पी साधी हुई है। यहां तक की पुलिस में भी इसकी शिकायत दर्ज नहीं कराई। इसको लेकर तमाम सवाल खड़े हो रहे हैं।
ऐसा हो सकता है, लेकिन मेरे ध्यान में यह बात नहीं है। मुझे पीयू की हर चीज की जानकारी नहीं है। रिकॉर्ड देखने पर ही बताया जा सकता है।
-एके भंडारी, कंट्रोलर एवं रजिस्ट्रार,पीयू
हां, हाई कमीशन से सर्टिफिकेट जांच के लिए आते रहते हैं। कनाडा एंबेसी से भी सर्टिफिकेट आए थे। फर्जी सर्टिफिकेट के बारे में एंबेसी अथवा हाई कमीशन को जानकारी दे दी जाती है।
-सुलक्षणा शर्मा, असिस्टेंट रजिस्ट्रार सर्टिफिकेट
\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\
No comments:
Post a Comment
thanks for your valuable comment