राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने परीक्षकों का भुगतान समय पर हो इसके लिए नई व्यवस्था शुरू की है। अब परीक्षक को कॉपी के बंडल के साथ ही बैंक पास के प्रथम पेज की फोटोकॉपी भी साथ देने के निर्देश दिए गए हैं। इससे परीक्षक का ऑनलाइन खाते में भुगतान समय पर जमा हो सकेगा।
बोर्ड में रात्रिकालीन कार्य शुरू हो चुका है और सीनियर सेकंडरी परीक्षा के अब तक हुए पेपरों की कॉपियां जांचने के लिए परीक्षकों को भेजने का कार्य शुरू हो गया है। बोर्ड ने इस बार परीक्षकों
को निर्देश दिए हैं कि परीक्षकों को पारिश्रमिक के शीघ्र भुगतान के लिए पारिश्रमिक बिल (आईसीआर शीट) भेजी गई है।
परीक्षक को इसमें अपना बैंक अकाउंट नंबर तथा बैंक का आईएफएससी कोड भरकर पास बुक के प्रथम पेज की फोटोकॉपी लगानी आवश्यक है। जब परीक्षक उत्तर पुस्तिका संग्रहण केंद्र पर कापी का बंडल जमा कराए, तब ही अलग से इसे भी जमा कराए। पारिश्रमिक बिल बंडल में पैक नहीं करें। संग्रहण केंद्र अगर बंद मिलता है तो रजिस्टर्ड डाक से बोर्ड के उपनिदेशक (गोपनीय) जीके माथुर के नाम बोर्ड कार्यालय भेजा जाए।
इसलिए की व्यवस्था :
बोर्ड ने गत दो वर्षो से परीक्षकों के पारिश्रमिक बिलों के भुगतान की भी ऑनलाइन व्यवस्था कर रखी है। बीते वर्ष की परीक्षा में करीब 20 हजार परीक्षकों ने अपनी सेवाएं दी थीं। इनमें से अभी भी बड़ी संख्या में परीक्षकों के भुगतान बाकी हैं। इसके पीछे तर्क यही दिया जा रहा है कि परीक्षकों द्वारा बैंक अकाउंट की सही जानकारी बोर्ड को उपलब्ध नहीं कराई गई। इसके चलते समय पर भुगतान नहीं हो रहा है।
बोर्ड ने परीक्षक के खाते की सही जानकारी मिल जाए। इसके लिए ही पास बुक के प्रथम पेज की फोटोकॉपी साथ मांगी है। इस पेज में ही परीक्षक के खाते का पूरा ब्यौरा बैंक को मिल सकेगा।
'सभी परीक्षकों से उनके बैंक खाते की पास बुक के प्रथम पेज की फोटो स्टेट कापी मांगी गई है। परीक्षक के खाते का सही ब्यौरा मिल सकेगा और भुगतान समय पर करने में सुविधा रहेगी।'
मिरजूराम शर्मा सचिव, राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर
बोर्ड में रात्रिकालीन कार्य शुरू हो चुका है और सीनियर सेकंडरी परीक्षा के अब तक हुए पेपरों की कॉपियां जांचने के लिए परीक्षकों को भेजने का कार्य शुरू हो गया है। बोर्ड ने इस बार परीक्षकों
को निर्देश दिए हैं कि परीक्षकों को पारिश्रमिक के शीघ्र भुगतान के लिए पारिश्रमिक बिल (आईसीआर शीट) भेजी गई है।
परीक्षक को इसमें अपना बैंक अकाउंट नंबर तथा बैंक का आईएफएससी कोड भरकर पास बुक के प्रथम पेज की फोटोकॉपी लगानी आवश्यक है। जब परीक्षक उत्तर पुस्तिका संग्रहण केंद्र पर कापी का बंडल जमा कराए, तब ही अलग से इसे भी जमा कराए। पारिश्रमिक बिल बंडल में पैक नहीं करें। संग्रहण केंद्र अगर बंद मिलता है तो रजिस्टर्ड डाक से बोर्ड के उपनिदेशक (गोपनीय) जीके माथुर के नाम बोर्ड कार्यालय भेजा जाए।
इसलिए की व्यवस्था :
बोर्ड ने गत दो वर्षो से परीक्षकों के पारिश्रमिक बिलों के भुगतान की भी ऑनलाइन व्यवस्था कर रखी है। बीते वर्ष की परीक्षा में करीब 20 हजार परीक्षकों ने अपनी सेवाएं दी थीं। इनमें से अभी भी बड़ी संख्या में परीक्षकों के भुगतान बाकी हैं। इसके पीछे तर्क यही दिया जा रहा है कि परीक्षकों द्वारा बैंक अकाउंट की सही जानकारी बोर्ड को उपलब्ध नहीं कराई गई। इसके चलते समय पर भुगतान नहीं हो रहा है।
बोर्ड ने परीक्षक के खाते की सही जानकारी मिल जाए। इसके लिए ही पास बुक के प्रथम पेज की फोटोकॉपी साथ मांगी है। इस पेज में ही परीक्षक के खाते का पूरा ब्यौरा बैंक को मिल सकेगा।
'सभी परीक्षकों से उनके बैंक खाते की पास बुक के प्रथम पेज की फोटो स्टेट कापी मांगी गई है। परीक्षक के खाते का सही ब्यौरा मिल सकेगा और भुगतान समय पर करने में सुविधा रहेगी।'
मिरजूराम शर्मा सचिव, राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर
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