रोहतक स्थित महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में ग्लोबल स्टडी सेंटर एवं सब सेंटरों के आवंटन में लगभग 400 करोड़ रुपये के घोटाले की शिकायत पर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने विश्वविद्यालय के वीसी डॉ. आरपी हुड्डा को 9 जुलाई के लिए नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। हाईकोर्ट ने राज्य के मुख्य सचिव को भी नोटिस जारी किया है। रोहतक के रविंद्र कुमार की ओर से दायर जनहित याचिका में कहा गया है कि यूनिवíसटी के वीसी डॉ. आरपी हुड्डा ने नियमों को ठेंगा दिखाते दस ग्लोबल स्टडी सेंटरों को खोलने की इजाजत दे दी। इस मामले में लगभग 400 करोड़ रुपये
का घोटाला किया गया है। याचिका में बताया गया है कि यूनिवíसटी में डिस्टेंस एवं ई-लìनग, इंफार्मेशन एंड स्टूडैंट सपोर्ट सेंटर एवं ग्लोबल स्टडी सेंटरों को खोले जाना का खाका तैयार किया गया था, जिसमें से निजी फ्रैंचाइजियों को 10 ग्लोबल स्टडी सेंटर खोले जाने की अनुमति दी थी। यह सेंटर कुलपति ने अपनी विशेष शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए खोले थे। इस मामले में ग्लोबल स्टडी सेंटरों को आगे सब स्टडी सेंटर खोले जाने की शक्तियां भी दी गईं, जिसके तहत यह सब सेंटर देश व विदेश में किसी भी जगह सब सेंटर खोल कर कई तरह के कोर्स व प्रोग्राम शुरू कर सकते थे। यूनिवíसटी को इन सेंटरों से केवल 3 करोड़ की आय हुई जबकि इन ग्लोबल स्टडी सेंटर ने लगभग 400 करोड़ रुपये कमाए। नतीजा यह हुआ कि कुछ ही महीनों के भीतर इन 10 ग्लोबल स्टडी सेंटरों ने आगे 8800 सब सेंटर देश के विभिन्न क्षेत्रों में खोल दिए गए और उनसे 5 लाख से 25 लाख चार्ज किया। यूनिवíसटी खुद इन सब सेंटरों को खोलती तो जो पैसा फ्रैंचाइजियों ने कमाया वह पूरा पैसा यूनिवíसटी के खाते में आना चाहिए था। इससे यूनिवíसटी को 400 करोड़ का घाटा हुआ है।http://in.jagran.yahoo.com/epaper/index.php?location=9&edition=2012-05-03#id=1117395474102261880_9_2012-05-03
का घोटाला किया गया है। याचिका में बताया गया है कि यूनिवíसटी में डिस्टेंस एवं ई-लìनग, इंफार्मेशन एंड स्टूडैंट सपोर्ट सेंटर एवं ग्लोबल स्टडी सेंटरों को खोले जाना का खाका तैयार किया गया था, जिसमें से निजी फ्रैंचाइजियों को 10 ग्लोबल स्टडी सेंटर खोले जाने की अनुमति दी थी। यह सेंटर कुलपति ने अपनी विशेष शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए खोले थे। इस मामले में ग्लोबल स्टडी सेंटरों को आगे सब स्टडी सेंटर खोले जाने की शक्तियां भी दी गईं, जिसके तहत यह सब सेंटर देश व विदेश में किसी भी जगह सब सेंटर खोल कर कई तरह के कोर्स व प्रोग्राम शुरू कर सकते थे। यूनिवíसटी को इन सेंटरों से केवल 3 करोड़ की आय हुई जबकि इन ग्लोबल स्टडी सेंटर ने लगभग 400 करोड़ रुपये कमाए। नतीजा यह हुआ कि कुछ ही महीनों के भीतर इन 10 ग्लोबल स्टडी सेंटरों ने आगे 8800 सब सेंटर देश के विभिन्न क्षेत्रों में खोल दिए गए और उनसे 5 लाख से 25 लाख चार्ज किया। यूनिवíसटी खुद इन सब सेंटरों को खोलती तो जो पैसा फ्रैंचाइजियों ने कमाया वह पूरा पैसा यूनिवíसटी के खाते में आना चाहिए था। इससे यूनिवíसटी को 400 करोड़ का घाटा हुआ है।http://in.jagran.yahoo.com/epaper/index.php?location=9&edition=2012-05-03#id=1117395474102261880_9_2012-05-03
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