गुड़गांव . 12वीं कक्षा की उत्तर पुस्तिकाएं चेक कर रहे अध्यापकों और भिवानी बोर्ड के अधिकारियों की कछुआ चाल को देखते हुए दिल्ली विश्वविद्यालय इस बार भी हरियाणा के छात्रों की पहुंच से बाहर दिखाई दे रहा है। दिल्ली विश्वविद्यालय में कॉमन एडमिशन फॉर्म भरने की प्रक्रिया हर साल की तरह इस बार भी मई के अंतिम सप्ताह में शुरू होने की उम्मीद है। यह प्रक्रिया मात्र 10 से 15 दिन के लिए होती है। जबकि भिवानी बोर्ड रिजल्ट घोषित करने के लिए 10 जून तक का टारगेट बनाकर चल रहा है।
लेट रिजल्ट ने पहले भी कई छात्रों के सपने किए हैं चकनाचूर : 12वीं कक्षा का रिजल्ट सिर्फ इस बार लेट आने की उम्मीद नहीं है। पहले वर्ष 2010 में भी हरियाणा बोर्ड ने 12वीं कक्षा का रिजल्ट बहुत देरी से
घोषित हुआ था। उस समय दिल्ली विश्वविद्यालय के एडमिशन फॉर्म भरने के लिए मात्र दो दिन का समय बचा हुआ था। भीड़ बहुत ज्यादा थी।
इसी कारण कई छात्र फॉर्म भरने से वंचित रह गए थे। द्रोणाचार्य कॉलेज में पढ़ने वाली बीए की छात्रा सोनम ने बताया कि वह दिल्ली विश्वविद्यालय से मैथ्स या इंग्लिश ऑनर्स का कोर्स करना चाहती थी। विश्वविद्यालय द्वारा जारी की गई कट ऑफ के अनुसार भी उसे अच्छे कॉलेजों में एडमिशन मिल रहा था, लेकिन 12वीं का रिजल्ट लेट आने के कारण वह एडमिशन फॉर्म ही नहीं भर पाई। सिर्फ सोनम ही नहीं बल्कि कई छात्रों के दिल्ली विश्वविद्यालय जाने के सपने रिजल्ट लेट आने के कारण चकनाचूर हो गए थे।
बोर्ड का यह है प्लान
उत्तर पुस्तिकाओं को चेक करने को लेकर इस बार अध्यापकों के विरोध के चलते कई दिनों तक चेकिंग का कार्य नहीं हो सका। जिस कारण चेकिंग कार्य प्रभावित हुआ है। 12वीं के करीबन तीन लाख 91 हजार छात्रों की उत्तर पुस्तिकाओं को चेक करने के लिए बोर्ड ने पहले 4487 टीचर लगाए थे। कई दिन चेकिंग का कार्य प्रभावित रहा। चेकिंग का कार्य अब समय पर समाप्त हो जाए इसलिए अतिरिक्त 2456 टीचरों को चेकिंग ड्यूटी पर लगाया गया है। जिला शिक्षा अधिकारियों और सभी स्कूलों को चेकिंग कार्य में लगे टीचरों को फ्री करने के लिए सख्त निर्देश दिए गए हैं।
हमारी कोशिश है कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार 10 जून से पहले 12वीं का रिजल्ट घोषित कर दिया जाए। जब तक उत्तर-पुस्तिकाएं चेक होने का कार्य पूरा नहीं हो जाता तब तक रिजल्ट के विषय में फाइनल कोई तारीख तय नहीं की जा सकती। -मीनाक्षी, जनसंपर्क अधिकारी, भिवानी बोर्डhttp://www.bhaskar.com/article/HAR-OTH-haryana-students-to-stay-far-away-this-time-du-3203596.html?OF5=
लेट रिजल्ट ने पहले भी कई छात्रों के सपने किए हैं चकनाचूर : 12वीं कक्षा का रिजल्ट सिर्फ इस बार लेट आने की उम्मीद नहीं है। पहले वर्ष 2010 में भी हरियाणा बोर्ड ने 12वीं कक्षा का रिजल्ट बहुत देरी से
घोषित हुआ था। उस समय दिल्ली विश्वविद्यालय के एडमिशन फॉर्म भरने के लिए मात्र दो दिन का समय बचा हुआ था। भीड़ बहुत ज्यादा थी।
इसी कारण कई छात्र फॉर्म भरने से वंचित रह गए थे। द्रोणाचार्य कॉलेज में पढ़ने वाली बीए की छात्रा सोनम ने बताया कि वह दिल्ली विश्वविद्यालय से मैथ्स या इंग्लिश ऑनर्स का कोर्स करना चाहती थी। विश्वविद्यालय द्वारा जारी की गई कट ऑफ के अनुसार भी उसे अच्छे कॉलेजों में एडमिशन मिल रहा था, लेकिन 12वीं का रिजल्ट लेट आने के कारण वह एडमिशन फॉर्म ही नहीं भर पाई। सिर्फ सोनम ही नहीं बल्कि कई छात्रों के दिल्ली विश्वविद्यालय जाने के सपने रिजल्ट लेट आने के कारण चकनाचूर हो गए थे।
बोर्ड का यह है प्लान
उत्तर पुस्तिकाओं को चेक करने को लेकर इस बार अध्यापकों के विरोध के चलते कई दिनों तक चेकिंग का कार्य नहीं हो सका। जिस कारण चेकिंग कार्य प्रभावित हुआ है। 12वीं के करीबन तीन लाख 91 हजार छात्रों की उत्तर पुस्तिकाओं को चेक करने के लिए बोर्ड ने पहले 4487 टीचर लगाए थे। कई दिन चेकिंग का कार्य प्रभावित रहा। चेकिंग का कार्य अब समय पर समाप्त हो जाए इसलिए अतिरिक्त 2456 टीचरों को चेकिंग ड्यूटी पर लगाया गया है। जिला शिक्षा अधिकारियों और सभी स्कूलों को चेकिंग कार्य में लगे टीचरों को फ्री करने के लिए सख्त निर्देश दिए गए हैं।
हमारी कोशिश है कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार 10 जून से पहले 12वीं का रिजल्ट घोषित कर दिया जाए। जब तक उत्तर-पुस्तिकाएं चेक होने का कार्य पूरा नहीं हो जाता तब तक रिजल्ट के विषय में फाइनल कोई तारीख तय नहीं की जा सकती। -मीनाक्षी, जनसंपर्क अधिकारी, भिवानी बोर्डhttp://www.bhaskar.com/article/HAR-OTH-haryana-students-to-stay-far-away-this-time-du-3203596.html?OF5=
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