प्रदेश की शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने आंदोलनरत कर्मचारियों से समझौता वार्ता के दौरान 488 लिपिकों के तबादला आदेश वापस लेने से साफ इन्कार कर दिया है। हरियाणा एजुकेशन मिनिस्ट्रीयल स्टाफ एसोसिएशन इन तबादला आदेश रद कराने की मांग पर अड़ी है। साथ ही लिपिकों के लिए अलग तबादला नीति बनाने की मांग भी दोहराई गई है। हरियाणा एजूकेशन मिनिस्ट्रीयल स्टाफ एसोसिएशन के आ ान पर कर्मचारी 15 सूत्रीय मांगों को लेकर पंचकूला में आंदोलनरत हैं। इस आंदोलन के कारण 25 अप्रैल को डीईओ, बीईओ दफ्तरों में तैनात 488 लिपिकों के तबादले कर दिए गए। एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संदीप सांगवान और महासचिव कमलजीत सिंह
बख्तुआ के नेतृत्व में आठ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल से उनके कार्यालय में वार्ता की। इस दौरान शिक्षा विभाग के उपनिदेशक जिले सिंह भी मौजूद रहे। प्रेस प्रवक्ता सतीश सेठी के अनुसार शिक्षा मंत्री कर्मचारियों की 15 सूत्रीय मांगों में से अधिकतर मानने के लिए तैयार हो गई हैं लेकिन 488 लिपिकों के तबादला आदेश वापस लेने से इन्कार कर दिया गया है। प्रदेश अध्यक्ष संदीप सांगवान का कहना है कि मंत्री के साथ हुई वार्ता के बिंदु शुक्रवार तक ऑन रिकॉर्ड आ जाएंगे। इसके बाद ही आंदोलन के संबंध में फैसला लिया जाएगा। राज्य सरकार हर तीन साल में लिपिकों का तबादला कर सकती है, लेकिन लिपिकों को भ्रष्ट कहकर उनके थोक में तबादले करने का कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने शिक्षा मंत्री से कहा है कि पालिसी सबके लिए समान रूप से लागू की जानी चाहिए।
बख्तुआ के नेतृत्व में आठ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल से उनके कार्यालय में वार्ता की। इस दौरान शिक्षा विभाग के उपनिदेशक जिले सिंह भी मौजूद रहे। प्रेस प्रवक्ता सतीश सेठी के अनुसार शिक्षा मंत्री कर्मचारियों की 15 सूत्रीय मांगों में से अधिकतर मानने के लिए तैयार हो गई हैं लेकिन 488 लिपिकों के तबादला आदेश वापस लेने से इन्कार कर दिया गया है। प्रदेश अध्यक्ष संदीप सांगवान का कहना है कि मंत्री के साथ हुई वार्ता के बिंदु शुक्रवार तक ऑन रिकॉर्ड आ जाएंगे। इसके बाद ही आंदोलन के संबंध में फैसला लिया जाएगा। राज्य सरकार हर तीन साल में लिपिकों का तबादला कर सकती है, लेकिन लिपिकों को भ्रष्ट कहकर उनके थोक में तबादले करने का कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने शिक्षा मंत्री से कहा है कि पालिसी सबके लिए समान रूप से लागू की जानी चाहिए।
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