जागरण संवाद केंद्र, जींद : हाल ही में सरकार द्वारा निकाली गई जेबीटी अध्यापकों की भर्ती प्रक्रिया पर विवाद पैदा हो गया है। सरकार ने बीएड डिग्री किए हुए जेबीटी की पात्रता पास करने वाले प्रदेश के 15 हजार पात्रों को एक ही झटके में अपात्र बना दिया है। यदि बीएड डिग्री किए हुए जेबीटी की पात्रता पास करने वाले कोर्ट नहीं गए तो वह इस भर्ती से वंचित रह जाएंगे। कोर्ट जिन आवेदकों को हरी झंडी देगा, हरियाणा राज्य शिक्षक भर्ती बोर्ड केवल उन्हें ही भर्ती में शामिल करेगा। गत वर्ष 5 व 6 नवंबर को हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने हरियाणा शिक्षक पात्रता परीक्षा आयोजित की थी। इसमें सरकार द्वारा बीएड डिग्रीधारकों को भी जेबीटी यानी डीएड की पात्रता परीक्षा में बैठने की अनुमति दी थी। लगभग 15 हजार बीएड डिग्रीधारकों ने जेबीटी के लिए एचटेट परीक्षा पास की। शिक्षा बोर्ड ने भी उनको पात्रता सर्टिफिकेट दे दिया और इसकी मान्यता 1 दिसंबर 2016 तक दी गई। हाल में हरियाणा राज्य शिक्षक भर्ती बोर्ड ने प्राथमिक शिक्षकों के 9870 पद विज्ञापित किए हैं और इनकी भर्ती प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। 8 दिसंबर तक ऑनलाइन आवेदन लिये जाएंगे। विज्ञापन में कहीं भी इनकी योग्यता को मान्यता नहीं दी गई है और न ही ऑनलाइन फार्मेट में ऐसा कोई विकल्प दिया गया है, जिससे इनका फार्म सबमिट हो सके। पात्रता परीक्षा पास कर चुके सुरेश कुमार, विजय, सतीश कुमार, जोगेंद्र, हरबीर सिंह, नरेश ने कहा कि उन्होंने एचटेट के आवेदन पर 600 रुपये खर्च किए और परीक्षा के लिए आने-जाने में भी काफी स