भारत में उच्च शिक्षा की संभावना विदेशों से बेहतर


स्टॉफोर्डशायर यूनिवर्सिटी, यूनाईटेड किंगडम के वाइस चांसलर प्रोफेसर माइकल गन ने कहा है कि इंडिया में उच्च शिक्षा की संभावना दूसरे देशों से बेहतर है। उन्होंने कहा कि भारत में छात्रों की प्लेसमेंट की समस्या नहीं है, आवश्यकता है कि संस्थान इस प्रकार छात्रों को पढ़ाएं कि वे मार्केट के अनुरूप तैयार होकर निकलें। प्रो. गन शनिवार को एपिट एसडी इंडिया के छठे दीक्षांत समारोह को संबोधित करने से पूर्व पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि भारतीय छात्र अब घर से ही विदेशों की डिग्री ऑनलाइन प्राप्त कर रहे हैं। इसे देखते हुए न केवल स्टॉफोर्डशायर यूनिवर्सिटी ने भारत के साथ उच्च शिक्षा के लिए करार किया है, बल्कि भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद भी इन विश्र्वविद्यालय द्वारा प्रदान की जा रही उपाधि को अपनी मान्यता दी है। उन्होंने कहा कि विशेषकर तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में वही संस्थान आगे बढ़ेंगे, जो मार्केट की डिमांड के अनुरूप में अपने पाठयक्रमों को अपडेट करते रहेंगे। प्रो. गेन ने कहा कि भारतीय छात्रों को अध्ययन के दौरान विषय चयन करने की आजादी है, जिससे उन्हें अध्ययन में परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता है। उन्होंने दावा किया कि एपिट हरियाणा के एक मात्र संस्थान है, जहां के छात्रों का प्लेसमेंट दर 98 प्रतिशत है। इस अवसर पर एपिट पानीपत के निदेशक डॉ आर के चौधरी ने कहा कि छह वर्ष में संस्थान ने कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं, विशेषकर प्लेसमेंट के क्षेत्र में। यहां के छात्रों की डिमांड मार्केट में सदैव बनी रहती है। उन्होंने आशा व्यक्त की संस्थान शीघ्र ही शत प्रतिशत प्लेसमेंट दर प्राप्त कर लेगा

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