रतिया (फतेहाबाद) : हरियाणा महिला आयोग की अध्यक्ष सुशीला शर्मा दुष्कर्म पीडि़त छात्रा के स्कूल छोड़ने के मामले की जानकारी लेने के लिए शनिवार को नंगल ढाणी पहुंची। स्कूल में पहुंचकर आयोग की अध्यक्ष ने जानकारी हासिल की किंतु लड़की के घर पर ताला लगा होने के कारण परिवार से बातचीत नहीं पाई। इसके बाद टीम वापस लौट गई। सुशीला शर्मा पीडि़त पक्ष के संबंध में जानकारी लेने के लिए बिना किसी सूचना के ढाणी नंगल पहुंची थीं। पीडि़त छात्रा के घर पर ताला था। इसके बाद टीम पीडि़त छात्रा के घर के नजदीक रहने वाले अन्य परिवार के लोगों से भी मिली। बाद में महिला आयोग की टीम राजकीय माध्यमिक विद्यालय बोड़ा के स्कूल में पहुंची। जहां पीडि़त छात्रा व उनकी बहनों का दाखिला करवाया गया है। टीम ने शिक्षकों से इस संबंध में जानकारी जुटाने का प्रयास किया। सुशीला शर्मा ने कहा कि पीडि़त छात्रा के साथ जो भी घटनाक्रम हुआ, वह निंदनीय है, लेकिन भविष्य में इस तरह के घटनाक्रम न हों उसको रोकना ही आयोग का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि हालांकि परिवार का कोई भी सदस्य नहीं मिला है, फिर भी विशेषकच्र बच्चियों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने का ही प्रयास किया जा रहा है। स्कूल प्रशासन की तरफ सेच्भी बच्चियों की शिक्षा का पूरा प्रबंध किया गया और साइकिलों के साथ-साथ शिक्षा सामग्री भी प्रदान की गई है। ये था मामला : ढाणी नंगल निवासी छठी कक्षा की छात्रा के साथ स्कूल के बाहर रेहड़ी लगाने वाले सोहन लाल ने पांच माह तक दुष्कर्म किया। 13 वर्षीय इस बच्ची के साथ दुष्कर्म किए जाने की जानकारी पीडि़त परिवार को 13 अक्टूबर को लगी। जिसके बाद मामले की सूचना पुलिस को दे दी गई। इसी दौरान स्कूल से पीडि़त छात्रा व उसकी दो बहनों का नाम काट दिया गया। छात्रा के पिता का आरोप रहा कि उसे जबरन लिखाकर लड़कियों को स्कूल से हटाया गया है। जबकि खाई स्थित राजकीय स्कूल के अध्यापकों ने कहा कि लड़की के पिता ने ही तीनों लड़कियों को स्कूल से हटाया है
स्कूल पहुंची महिला आयोग की टीम
रतिया (फतेहाबाद) : हरियाणा महिला आयोग की अध्यक्ष सुशीला शर्मा दुष्कर्म पीडि़त छात्रा के स्कूल छोड़ने के मामले की जानकारी लेने के लिए शनिवार को नंगल ढाणी पहुंची। स्कूल में पहुंचकर आयोग की अध्यक्ष ने जानकारी हासिल की किंतु लड़की के घर पर ताला लगा होने के कारण परिवार से बातचीत नहीं पाई। इसके बाद टीम वापस लौट गई। सुशीला शर्मा पीडि़त पक्ष के संबंध में जानकारी लेने के लिए बिना किसी सूचना के ढाणी नंगल पहुंची थीं। पीडि़त छात्रा के घर पर ताला था। इसके बाद टीम पीडि़त छात्रा के घर के नजदीक रहने वाले अन्य परिवार के लोगों से भी मिली। बाद में महिला आयोग की टीम राजकीय माध्यमिक विद्यालय बोड़ा के स्कूल में पहुंची। जहां पीडि़त छात्रा व उनकी बहनों का दाखिला करवाया गया है। टीम ने शिक्षकों से इस संबंध में जानकारी जुटाने का प्रयास किया। सुशीला शर्मा ने कहा कि पीडि़त छात्रा के साथ जो भी घटनाक्रम हुआ, वह निंदनीय है, लेकिन भविष्य में इस तरह के घटनाक्रम न हों उसको रोकना ही आयोग का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि हालांकि परिवार का कोई भी सदस्य नहीं मिला है, फिर भी विशेषकच्र बच्चियों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने का ही प्रयास किया जा रहा है। स्कूल प्रशासन की तरफ सेच्भी बच्चियों की शिक्षा का पूरा प्रबंध किया गया और साइकिलों के साथ-साथ शिक्षा सामग्री भी प्रदान की गई है। ये था मामला : ढाणी नंगल निवासी छठी कक्षा की छात्रा के साथ स्कूल के बाहर रेहड़ी लगाने वाले सोहन लाल ने पांच माह तक दुष्कर्म किया। 13 वर्षीय इस बच्ची के साथ दुष्कर्म किए जाने की जानकारी पीडि़त परिवार को 13 अक्टूबर को लगी। जिसके बाद मामले की सूचना पुलिस को दे दी गई। इसी दौरान स्कूल से पीडि़त छात्रा व उसकी दो बहनों का नाम काट दिया गया। छात्रा के पिता का आरोप रहा कि उसे जबरन लिखाकर लड़कियों को स्कूल से हटाया गया है। जबकि खाई स्थित राजकीय स्कूल के अध्यापकों ने कहा कि लड़की के पिता ने ही तीनों लड़कियों को स्कूल से हटाया है