राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा घोषित किए गए शारीरिक प्रशिक्षण अनुदेशक ग्रेड-सेकंड व थर्ड (पीटीआई ग्रेड सेकंड व थर्ड) माध्यमिक शिक्षा विभाग प्रतियोगी परीक्षा, 2011 के परिणाम भी विवादों में घिरते नजर आ रहे हैं।
आयोग द्वारा विकलांगों का कोटा अलग से जारी नहीं किए जाने से इनका मानना है कि आयोग उन्हें भूल गया है। इस संवर्ग के अभ्यर्थियों की अलग से कट ऑफ मार्क्स भी जारी नहीं किए जाने से इस संवर्ग के अभ्यर्थियों में खासी नाराजगी है। अब ये अभ्यर्थी भी कोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं।
आयोग की ओर से पूर्व में घोषित किए गए कुछ परिणाम पूर्व में विवादों में घिर चुके हैं। अब आयोग द्वारा घोषित पीटीआई ग्रेड सेकंड व थर्ड के परिणामों की भी यही दुर्दशा बनने के आसार बन गए हैं।
आयोग ने पीटीआई ग्रेड सेकंड के 223 और पीटीआई ग्रेड थर्ड के 1263 अभ्यर्थियों के परिणाम घोषित किए हैं। विकलांग संवर्ग के अभ्यर्थियों का कहना है कि आयोग ने अलग से उनकी कट ऑफ मार्क्स भी जारी नहीं किए हैं। जबकि उनसे आवेदन पत्र भरवाने के समय विकलांग कोटा अलग बताया था।
अब आयोग ने शारीरिक रूप से विकलांग अभ्यर्थियों का अलग से कट ऑफ मार्क्स जारी नहीं किया है। ग्रेड सेकंड टीचर्स भर्ती परीक्षा (गणित, विज्ञान और अंग्रेजी विषय) में पहले ही विवादों में हैं।
अकाउंटेंट जूनियर अकाउंटेंट भर्ती परीक्षा का परिणाम भी विवादों में आ गया था। प्रधानाध्यापक (माध्यमिक शिक्षा) भर्ती परीक्षा का परिणाम भी विवादों में आया हुआ है। स्कूल व्याख्याता कॉमर्स के परिणाम भी विवाद में आ गया था।
'विकलांग संवर्ग के अभ्यर्थी होरीजेंटल रिजर्वेशन में शामिल हैं। आवेदन पत्र में कैटेगरी वाइज कॉलम होते हैं। विकलांग कैटेगरी का भी एक कॉलम होता है। आयोग ने विकलांगों की अनदेखी नहीं की है।'
डॉ. के के पाठक, सचिव, राजस्थान लोक सेवा आयोग
'विकलांग संवर्ग के अभ्यर्थी होरीजेंटल रिजर्वेशन में शामिल हैं। आवेदन पत्र में कैटेगरी वाइज कॉलम होते हैं। विकलांग कैटेगरी का भी एक कॉलम होता है। आयोग ने विकलांगों की अनदेखी नहीं की है।'
डॉ. के के पाठक, सचिव, राजस्थान लोक सेवा आयोग