भिवानी के दंपती को बेहतरीन कार्य के लिए दी गई दो साल की विशेष सेवावृद्धि को शिक्षा विभाग ने नहीं किया लागू
स्टेट अवॉर्ड प्राप्त एक शिक्षक दंपती अपनी मांगों को लेकर मंगलवार से यहां शिक्षा सदन के सामने धरने पर बैठा। दंपती ने शिक्षा विभाग पर उन्हें मिलने वाली सुविधाओं से वंचित रखने का आरोप लगाया है।
मूल रूप से भिवानी के रहने वाले प्रताप सिंह और उनकी पत्नी सरोज देवी को उनकी विशिष्ट सेवाओं के लिए नेशनल व स्टेट अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है। प्रताप सिंह को 30 जून २०११ को गवर्नर जगन्नाथ पहाडिय़ा ने सम्मानित किया जबकि सरोज देवी को उनके बेहतरीन कार्य के लिए 31 दिसंबर 2012 को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने नेशनल अवॉर्ड दिया था। पुरस्कार स्वरूप दोनों को दो साल की विशेष सेवावृद्धि का लाभ दिया गया था। प्रताप सिंह और सरोज का आरोप है कि उन्हें इसका लाभ शिक्षा विभाग ने आज तक नहीं दिया।
प्रताप सिंह ने बताया कि उन्होंने इसकी शिकायत शिक्षा विभाग के अधिकारियों को भी दी लेकिन किसी ने कोई कार्रवाई नहीं की। सरोज देवी ने कहा कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाएंगी, वह शिक्षा सदन के बाहर धरना जारी रखेंगे। सरोज देवी ने कहा कि उनकी बेटी मेजर सुमनलता को भी बेहतर कार्यशैली के लिए पूर्व राष्ट्रपति ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ने 2006 में पुरस्कृत किया था। इस दंपती का कहना है कि एक तरफ तो सरकार अच्छे काम के लिए उन्हें अवॉर्ड देती है और दूसरी तरफ उसे लागू नहीं करती।
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