शिमला। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बीएड प्रमाणपत्र फर्जीवाडे़ में सीबीआई जांच पूरी कर ली है। ब्यूरो ने संबंधित चार्जशीट को कोर्ट में पेश कर दिया है। अब कोर्ट में जिला कांगड़ा के ढलियारा कॉलेज निदेशक राजेश ठाकुर, बिहार निवासी डिलेश कुमार, फर्जी प्रमाणपत्र हासिल करने के आरोपी यशवीर, अनुज, वीरेंद्र सिंह और किरण कुमारी के खिलाफ मुकदमा शुरू हो गया है। सीबीआई के पुलिस अधीक्षक आर. उपासक ने इसकी पुष्टि की है।
हाईकोर्ट के आदेश पर ही यह मामला सीबीआई में दर्ज हुआ था। राजेश ठाकुर पर आरोप हैं कि उन्होंने बिहार निवासी डिलेश कुमार की मदद लेते हुए अपने संबंधियों के फर्जी प्रमाणपत्र बना लिए। ये दोनों लगभग तीन महीने तक न्यायिक हिरासत में भी रह चुके हैं। इस संबंध में सीबीआई ने आईपीसी की धारा 420, 467 और 461 के तहत जांच पूरी करने के बाद चार्जशीट तैयार की है, जिसके बाद अब इस पर चालान कोर्ट में पेश कर दिया गया है। सीबीआई के पुलिस अधीक्षक आर. उपासक ने बताया कि जांच में यह पाया गया है कि राजेश ठाकुर ने डिलेश कुमार की मदद लेकर अपने भाई यशवीर, अनुज, वीरेंद्र सिंह और किरण कुमारी के फर्जी प्रमाणपत्र बना लिए। इन प्रमाणपत्रों के आधार पर कुछ ने नौकरी भी पा ली। ये प्रमाणपत्र मगध विश्वविद्यालय के बनाए गए हैं।
छानबीन में जब इनकी असलियत पता की गई, तो ये जाली पाए गए हैं। इनका वांछित रिकार्ड नहीं मिल पाया है। हाईकोर्ट से सीबीआई को मामला मिलने के बाद इसकी गंभीरता से जांच की गई। अब इसका चालान कोर्ट में पेश कर मुकदमा शुरू हो गया है।
•सीबीआई की जांच पूरी कॉलेज निदेशक समेत 6 पर मुकदमा शुरू
रिश्तेदारों के जाली प्रमाणपत्र बनाने के आरोप
हाईकोर्ट के आदेश पर सीबीआई कर रही जांच
मगध विवि के नाम पर बनवाए जाली सर्टिफिकेट
बीएड फर्जीवाड़े की चार्जशीट कोर्ट में पेश
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment
thanks for your valuable comment