फतेहाबाद के शिक्षाविद की बड़ी उपलब्धि, देश में एकमात्र गूगल सर्टिफाइड टीचर बने दुनिया को ऑनलाइन पढ़ाएंगे हरियाणा के नरेंद्

फतेहाबाद। परंपरागत शिक्षा से ऊपर उठकर फतेहाबाद का एक शिक्षाविद बच्चों को आधुनिक तकनीक के सहारे शिक्षा दिलाने के लिए जी-तोड़ मेहनत कर रहा है। फतेहाबाद के शिक्षाविद नरेंद्र गिल्होत्रा ऐसे शख्स हैं, जो दुनिया भर में बच्चों को तकनीक के सहारे शिक्षा दे रही गूगल के साथ जुड़े हैं। पूरे देश में वे गूगल सर्टिफाइड टीचर कम्युनिटी से जुड़े एकमात्र अध्यापक हैं। यह एक बड़ी उपलब्धि है। गूगल सर्टिफाइड टीचर कम्युनिटी गूगल की ओर से चलाई गई है। इसमें पूरे विश्व से 750 अध्यापक जुड़े हुए हैं, जो ऑनलाइन बच्चों की शिक्षा संबंधी दुविधाओं को दूर करते हैं। गुगल से जुड़ने के बाद नरेंद्र गिल्होत्रा सिडनी में हाल ही में तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में भाग लेकर आए हैं।
ऐसे हुआ चयन
गूगल सर्टिफाइड टीचर कम्युनिटी से जुड़ने के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे गए थे। इसमें अध्यापकों को शिक्षा में नई क्रांति लाने के लिए अपना प्रजेंटेशन देना था। गिल्होत्रा ने बच्चाें को शिक्षा के लिए मोटिवेशन और लर्निंग विषय पर एक वीडियो बनाकर गूगल अकादमी सिडनी को भेज दिया। इस आधार पर उनका चयन हो गया और उन्हें तीन दिन के लिए प्रशिक्षण शिविर के लिए सिडनी बुला लिया गया।
नई तकनीक से दी जाएगी शिक्षा
गिल्होत्रा ने बताया कि तीन दिन के इस प्रशिक्षण शिविर में बच्चों के लिए शिक्षा में नए प्रयोगों के बारे में जानकारी दी गई। विशेष तौर पर बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ गूगल एप्स, मैप, डॉक्स, कैलेंडर, यू-ट्यूब, स्क्रिप्ट की जानकारी देने और उन्हें आधुनिक शिक्षा की ओर अग्रसर करने के लिए यह शिविर आयोजित किया गया। शिविर में इस बात पर विचार किया गया कि शिक्षा में गूगल एप्स का प्रयोग कैसे किया जाए।
उन्होंने बताया कि विदेशों में बच्चे किताबों का प्रयोग नहीं करते बल्कि टैब, लैपटॉप व कंप्यूटर से शिक्षा ग्रहण करते हैं। वे क्लासरूम में टैब आदि का प्रयोग करते हैं और ऑनलाइन इंटरनेट से जुड़कर शिक्षा ग्रहण करते हैं। उनका टेस्ट भी ऑनलाइन होता है और रिजल्ट भी ऑनलाइन ही जारी होता है। अगर भारत में भी इसी तरह बच्चों को शिक्षा दी जाए तो यहां के बच्चे क्रिएटिव होंगे और उनकी प्रतिभा निखरेगी।
ऑनलाइन जुड़ेंगे अध्यापकों से
इसके अलावा बच्चों से अध्यापक यू-ट्यूब पर जुड़े रहेंगे। वे ऑनलाइन ही बच्चों की शिक्षा संबंधी समस्याओं का समाधान करेंगे और उसे दूसरे अध्यापकों से शेयर भी करेंगे। यानी बच्चों को उनकी शिक्षा संबंधी समस्या का हल ऑनलाइन उसी समय मिल जाएगा।
सोशल नेटवर्किंग साइट भी शिक्षा में ला सकते हैं क्रांति
गूगल टीचर नरेंद्र गिल्होत्रा ने बताया कि सोशल नेटवर्किंग साइट का इस्तेमाल अगर शिक्षा के लिए किया जाए तो यह शिक्षण प्रणाली में एक नई क्रांति होगी। अगर बच्चे सोशल नेटवर्किंग साइट का प्रयोग पॉजिटिव वे में करें यानी शिक्षा के प्रति अपने नए आइडिया, असाइनमेंट, होमवर्क और प्रोजेक्ट इन साइट पर शेयर करें और दूसरे विद्यार्थी इस पर अपने कमेंट दें तो यह सभी विद्यार्थियों के लिए बेहतर होगा।
यह केवल एक विद्यार्थी के लिए नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में बच्चों व अध्यापकों के लिए काफी फायदेमंद होगा।

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