मुख्याध्यापकों को नहीं मिली शक्तियां
रवि हसिजा, जींद : शिक्षा विभाग ने मौलिक स्कूल मुख्याध्यापकों की नियुक्ति करके उन्हें कार्य स्थान जारी कर दिए हैं, लेकिन अब तक मौलिक स्कूल मुख्याध्यापकों को उनकी शक्तियों और कार्यो के बारे में जानकारी शिक्षा विभाग ने जारी नहीं की है। 1इससे मौलिक स्कूल मुख्याध्यापक इस असमंजस में हैं कि आखिर उनके कार्य क्या होंगे और उनकी शक्तियां क्या-क्या होंगी। शिक्षा विभाग ने हाल ही में पांच हजार से अधिक मिडिल स्कूल मुख्याध्यापकों की नियुक्ति के साथ-साथ उन्हें स्कूलों में कार्यभार ग्रहण करा दिया है, लेकिन मौलिक स्कूल मुख्याध्यापकों में इस बात को लेकर असमंजस बना हुआ है कि आखिर स्कूल का प्रभार संभालने के बाद उन्हें क्या-क्या काम करने होंगे। यह भी असमंजस बना हु
आ है कि उन्हें मिडिल व हाई स्कूलों की डीडी पावर मिलेगी या केवल मिडिल स्कूल की, क्योंकि हाई स्कूलों की डीडी पावर हाई स्कूल हेडमास्टर के पास है। 1प्रदेश के 18 और शिक्षकों ने मौलिक स्कूल मुख्याध्यापक के पद पर पदोन्नति लेने से इंकार कर दिया है और विभाग ने उसे स्वीकार भी कर लिया है। इससे पूर्व भी 152 शिक्षकों ने पदोन्नति लेने से इंकार कर दिया था। वहीं, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी दिलबाग मलिक ने कहा कि मौलिक स्कूल मुख्याध्यापकों को स्कूल अलाट कर दिए गए हैं। जहां तक शक्तियों का सवाल है, उस बारे में पत्र जारी नहीं हुआ है। उन्हें कक्षा एक से आठ तक मिडिल स्कूल तो संभालना ही नहीं है और हाई स्कूल में फिलहाल डीडी पावर हाई स्कूल मुख्याध्यापक के पास है। जहां तक कक्ष व फर्नीचर का सवाल है तो यह स्कूलों में उपलब्ध हैं
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