प्रश्न :- मुख्यमंत्री महोदय, हमने वर्ष 2008 में हरियाणा के विभिन्न सरकारी विभागों में निकाले गए लाइट व्हीकल ड्राइवर पद के लिए आवेदन किया था। जुलाई, 2009 में लिखित परीक्षा उत्तीर्ण कर इंटरव्यू भी दिया था, लेकिन अब तक इस परीक्षा का परिणाम घोषित नहीं किया गया। महोदय, हम आपसे जानना चाहते हैं कि लाइट व्हीकल ड्राइवर के पद के लिए हुए इंटरव्यू का परिणाम कब तक घोषित होगा।
गौतम, सुरेश रमेश, सोनीपत
उत्तर- हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने विभिन्न विभागों, बोर्डों, कारपोरेशन के लाइट व्हीकल ड्राइवर पद के विज्ञापन नंबर-1/2008, कैटेगरी नंबर-11 का परिणाम 23 अप्रैल, 2013 को घोषित कर दिया है। यह परिणाम आयोग की वेबसाइट (डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू डाट एचएसएससी डाट जीओवी डाट इन) पर भी उपलब्ध है।
प्रश्न :- मुख्यमंत्री महोदय, मेरी विकलांगता 100 प्रतिशत है। मेरे पास आजीविका का कोई साधन नहीं है। महोदय, मैं यह जानना चाहता हूं कि हरियाणा में विकलांगों को दी जाने वाली सहायता, भत्ता और अन्य सुविधाओं के बारे में क्या प्रावधान है। आप मेरी इस समस्या के समाधान के लिए संबंधित विभाग को निर्देश देने की कृपा करें।
सुशील कुमार पुत्र श्री रघुवीर सिंह, बाल्मीकि मोहल्ला, पानी की टंकी के पास, गांव फतेहपुर।
उत्तर :- हरियाणा सरकार द्वारा निशक्तों को पेंशन दी जाती है। इसके अतिरिक्त, बेरोजगार युवाओं को नियमानुसार बेरोजगारी भत्ता प्रदान किया जाता है। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के महानिदेशक ने अवगत करवाया है कि आपको 750 रुपये की पेंशन सहायता मई, 2013 से स्वीकृत कर दी गई है, आप सरकार द्वारा चलाई जा रही बेरोजगारी भत्ता योजना का लाभ भी उठा रहे हैं।
प्रश्न :- मुख्यमंत्री महोदय, मेरे बेटे का जन्म सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, मुस्तफाबाद में 16 जुलाई 1996 को हुआ था। इसके बाद मैंने कई बार बेटे के जन्म प्रमाणपत्र के लिए आवेदन किया, लेकिन अब तक जन्म प्रमाणपत्र नहीं बनाया गया है। मेरी आपसे प्रार्थना है कि आप संबंधित विभाग को निर्देश देकर इस समस्या का समाधान कराने की कृपा करें।
सुमन कुमारी पत्नी राजकुमार पाराशर मकान नंबर. 139 महेशपुर, सेक्टर 21, पंचकूला।
उत्तर :- आपके बच्चे का जन्म सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में हुआ था। गांव के चौकीदार द्वारा जन्म की सूचना समय पर नहीं देने के कारण ही यह दर्ज नहीं हो सका। वर्ष 2004 तक जन्म-मृत्यु दर्ज करने का कार्य थाना प्रबंधक द्वारा किया जाता था। अब इस बच्चे का विलंबित जन्म दर्ज करवाने के लिए आप सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुस्तफाबाद की जन्म-मृत्यु शाखा में संपर्क करें।
प्रश्न :- मुख्यमंत्री महोदय, हमारे गांव में लगभग डेढ़ दर्जन बुजुर्गों को वर्ष 2011 के दौरान चार से छह महीने की बकाया बुढ़ापा पेंशन नहीं मिली है। हमने इस संबंध में अधिकारियों से समस्या के समाधान की गुहार लगाई, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। महोदय, हम आपसे जानना चाहते है कि हमें पेंशन की बकाया राशि का भुगतान क्यों नहीं किया गया और अब हमें पेंशन की बकाया राशि कब तक मिलेगी।
पतराम कंडारा पूर्व सरपंच, गांव माधना-भोज मटौर, खंड मोरनी, जिला पंचकूला।
उत्तर :- आपने अपनी शिकायत में गांव मादना भोज मटोर, खंड मोरनी, जिला पंचकूला के करीब डेढ़ दर्जन बुजुर्गों को वर्ष 2011 के दौरान चार से छह महीने की वृद्धावस्था पेंशन नहीं मिलने का उल्लेख किया है, लेकिन आपने अपनी शिकायत में किसी व्यक्ति विशेष के संबंध में कोई जानकारी नहीं दी है, जिसके अभाव में सूचना दिया जाना संभव नहीं है। आप अपना पूर्ण प्रस्ताव एक सप्ताह के भीतर भेजें ताकि मामले की जांच करके आपको स्थिति से अवगत करवाया जा सके।
प्रश्न :- मुख्यमंत्री महोदय, मैंने अपना मोटर लाइसेंसिंग विभाग को लाइसेंस रिनुअल कराने के लिए जमा कराया था। इस संबंध में सभी डाक्यूमेंट और फीस भी जमा कर दी थी। इसके बाद मैंने लाइसेंस लेने के लिए एसडीएम कार्यालय के कई चक्कर लगाए, लेकिन चार वर्ष चार माह बाद भी मुझे लाइसेंस नहीं मिला है। महोदय, आप मेरी इस समस्या का समाधान कराने के लिए संबंधित विभाग को निर्देश देने की कृपा करें।
कीर्ति कुमार पुत्र श्री देश राज गोयल, बिश्नाई धर्मशाला, बुढलाड़ा रोड रतिया, फतेहाबाद।
उत्तर :- आपकी शिकायत के संबंध में उपमंडलाधीश से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार ड्राइविंग लाइसेंस नंबर 23489 दिनांक 27 जनवरी, 2009 को नवीनीकरण करने के उपरांत डीटीडीसी नामक कंपनी द्वारा प्रार्थी के पते पर कोरियर द्वारा भेजा गया था। उस समय इस कंपनी के मार्फत कोरियर द्वारा डाक भेजी जाती थी, लेकिन प्रार्थी ने लाइसेंस लाइसेंस नवीनीकरण करने के लिए आवेदन करने के बाद इस कार्यालय में न तो व्यक्तिगत रूप से और न ही पत्राचार के माध्यम से संपर्क किया। शिकायत प्राप्त होने पर आपसे मोबाइल पर संपर्क किया गया और सभी औपचारिकताएं पूरी करने के उपरांत आपको ड्राइविंग लाइसेंस जारी कर दिया गया है, जोकि आपको प्राप्त हो चुका है।
प्रश्न :- श्रीमान जी, मेरे पति की नियुक्ति राजकीय उच्च विद्यालय में संस्कृत प्राध्यापक के पद पर हुई थी। उनके निधन से पहले मेरे पति विभाग के नियमों के अनुसार एलटीसी सुविधा के हकदार थे, लेकिन उस समय तक उनकी फाइल जमा नहीं की गई। विभाग के नियमों के अनुसार एलटीसी की सुविधा लेने वाले कर्मचारी को एक माह का वेतन मिलता है। मैं उनकी आश्रित हूं और मैंने फरवरी 2012 को फाइल मौलिक शिक्षा अधिकारी कैथल को भेजी थी, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। महोदय, मैं आपसे जानना चाहती हूं कि शिक्षा विभाग की ओर से एलटीसी सुविधा देने के संबंध में क्या प्रावधान है। क्या इस सुविधा का लाभ कर्मचारी या उनकी आश्रित को मिल सकता है।
आरती अग्रवाल पत्नी स्व. श्री करनेश कुमार संस्कृत अध्यापक, मित्तन निवास,
भाट मोहल्ला, गांव व डाक- राजौंद, कैथल।
उत्तर :- खंड शिक्षा अधिकारी राजौंद के माध्यम सेे जिस समय श्री करनेश कुमार, संस्कृत अध्यापक का आवेदन जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी, कैथल के कार्यालय में प्राप्त हुआ तो उसे पूर्व कर्मचारी का निधन हो चुका था। इसलिए, वित्त विभाग के पत्र क्रमांक 13/19/ 2008-0903 18 मई, 2009 के अनुसार एलटीसी देय नहीं बनती है।
परिणाम आयोग की वेबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डाट एचएसएससी डाट जीओवी डाट इन पर भी उपलब्ध
आपके सवाल, सीएम के जवाब
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