स्कूलों में रेशनेलाइजेशन प्रक्रिया अब छठी से दसवीं तक लागू होगी। हरियाणा शिक्षा विभाग ने रेशनेलाइजेशन प्रक्रिया में फेरबदल के लिए 15 जुलाई को हिसार व रोहतक कमिश्नरी की मीटिंग पंचकुला में बुलाई है।
17 जुलाई को गुडग़ांव व अंबाला के कमिश्नरी ऑफिसर की मीटिंग होंगी। पहले रेशनेलाइजेशन सिस्टम छटी से आठवीं कक्षा तक किया गया था। जिसमें 45 विद्यार्थियों पर एक अध्यापक को नियुक्त किया गया था। अब 25 विद्यार्थियों पर एक अध्यापक के हिसाब से 150 विद्यार्थियों तक यही स्थिति रहेगी।
150 विद्यार्थियों के बाद 40 विद्यार्थियों पर एक अध्यापक की नियुक्ति की जाएगी। पहले लागू हुई रेशनेलाइजेशन सिस्टम के तहत 45 विद्यार्थियों पर एक अध्यापक को नियुक्ति के हिसाब से नौवीं व दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए लेक्चरर न के बराबर रह गए। हरियाणा शिक्षा विभाग का मौजूदा स्थिति में 8 हजार लेक्चरर है। शिक्षा विभाग के एक अनुमान के अनुसार पहले वाले रेशनेलाइजेशन सिस्टम के तहत लगभग 33 हजार लेक्चररों की और आवश्यकता पड़ती।
मीटिंग में तय होगा: डीपीसी
जिला कार्यक्रम संयोजक यज्ञदत्त वर्मा ने कहा कि रेशनेलाइजेशन में फेरबदल को लेकर 15 जुलाई को हिसार व रोहतक कमिश्नरी ऑफिसर की मीटिंग होगी। मीटिंग में रेशनेलाइजेशन सिस्टम का कार्यरूप निर्धारित किया जाएगा।
अब ऐसे होगा रेशनेलाइजेशन
25 विद्यार्थियों पर एक, 25 से 60 पर 2, 60 से 91 पर 3 अध्यापक, 91 से 120 पर 4, 120 से 150 पर 5, 151 से 200 विद्यार्थियों पर पांच अध्यापक नियुक्त किए जाएंगे। 200 विद्यार्थियों से आगे 40 विद्यार्थियों पर एक अध्यापक के हिसाब से नियुक्ति की जाएगी।
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