मांगों को लेकर शहर में निकाला जुलूस, एडीसी को सौंपा ज्ञापन चयनित उम्मीदवारों को जल्द नौकरी देने की मांग1
अतिथि अध्यापक करेंगे संघर्ष को तेज : मलिक
दिनभर अलर्ट रही पुलिस1पात्र अध्यापकों के प्रदर्शन को लेकर दिनभर पुलिस अलर्ट रही है। सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के शहर में होने के कारण दिनभर खुफिया विभाग के कर्मचारी भी पात्र अध्यापकों की रणनीति की जानकारी लेते रहे। उधर पुलिस ने सीएम आवास की तरफ जाने वाले सभी रास्तों पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रखा। किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए सुभाष चौक पर बैरिकेड लगाए गए। 13
वरिष्ठ संवाददाता, रोहतक : पात्र अध्यापक संघ के प्रदेशाध्यक्ष राजेंद्र शर्मा ने कहा कि अगर उनकी मांगों को नहीं माना गया तो 22 सितंबर से पात्र अध्यापक आमरण अनशन करेंगे। यह उनकी अंतिम लड़ाई होगी, जिसे आर पार के लिए लड़ा जाएगा। अगर पात्र अध्यापकों को न्याय नहीं मिला तो सरकार को चुनाव में इसका खमियाजा भुगतना पड़ेगा। 1वह रविवार को छोटूराम धर्मशाला में हुए पात्र अध्यापक संघ की रोहतक मंडलस्तरीय बैठक को संबोधित कर रहे थे। इसके बाद पात्र अध्यापकों ने धर्मशाला से लेकर लघु सचिवालय तक जुलूस निकाला। इस दौरान पात्रों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। बाद में उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन एडीसी आरसी बिधान को सौंपा। 1संघ के प्रधान राजेंद्र शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार पात्र अध्यापकों के साथ खिलवाड़ कर रही है। लेकिन अब इसे सहन नहीं किया जाएगा। महिला प्रदेशाध्यक्ष अर्चना सुहासिनी ने कहा कि प्रदेश सरकार पात्र अध्यापकों को गुमराह करने की कोशिश कर रही है, जबकि सबसे पहले नौकरी के लिए पात्रों को मौका मिलना चाहिए। आज हजारों पात्र लोग नौकरी के लिए दर दर की ठोकरें खा रहे हैं। उन्होंने कहा कि 1 सितंबर को गुड़गांव व 8 सितंबर को पंचकूला में मंडलस्तरीय प्रदर्शन होगा। इस मौके पर प्रेम अहलावत, अनिल अहलावत, रविंद्र शर्मा, विजेंद्र गुर्जर, जसबीर गुर्जर, पवन, ईश्वर कैथल, ममता कुंडू, उधम सिंह, नवीन शर्मा, सुदीप राठी, गौरवदीप, गुरमीत सिंह, निर्भय सिंह व काफी संख्या में पात्र अध्यापक मौजूद थे।1यह हैं मांगें : संघ की मांग है कि पीजीटी की भर्ती की जाए और जिनका चयन इसके लिए हो चुका है उनकी ज्वाइनिंग कराई जाए। इसके साथ ही टीजीटी के खाली पड़े 11 हजार पदों को भरा जाए। आरटीई के तहत अध्यापक छात्र का अनुपात 1:30 रखा जाए और कालेज कैडर प्राध्यपकों के पदों को विज्ञापित किया जाए।रोहतक में प्रदर्शन करते पात्र अध्यापक संघ के सदस्य। जागरणवसं, रोहतक : प्रदेश सरकार की बेरूखी को देखते हुए अतिथि अध्यापक संघर्ष को तेज करेंगे। संघर्ष का निर्णय 7 सिंतबर को लिया जाएगा। यह बात हरियाणा अतिथि अध्यापक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अरुण मलिक ने कही।1 वे रविवार को सेक्टर-छह स्थित अनशन स्थल पर अतिथि अध्यापकों को संबोधित कर रहे थे। अनशन के 14वें दिन जिला पानीपत के अतिथि अध्यापक बैठे। मलिक ने कहा कि 7 सितंबर को रोहतक के सेक्टर-छह स्थित धरनास्थल पर शहीद राजरानी को श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाएगा। जिसमें प्रदेश भर के अतिथि अध्यापक शहरी राजरानी को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। उन्होंने कहा कि अतिथि अध्यापकों के महापड़ाव के बाद भी सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी है, इसलिए अब संघर्ष तेज करने का समय आ गया है।1 अतिथि अध्यापक अपने रोजगार के लिए आखिरी दम तक संघर्ष करेंगे। उन्होंने कहा कि अब अतिथि अध्यापकों को आर-पार की लड़ाई करने के लिए खुद को तैयार करने की जरूरत है। सरकार शांतिपूर्ण ढंग से अतिथि अध्यापकों की बात सुनने को तैयार नहीं है। जिला पानीपत के अध्यक्ष राजेंद्र कुंडू ने कहा कि अब अतिथि अध्यापक संघर्ष से अपने हाथ पीछे नहीं खींचेंगे। अतिथि अध्यापक अपना हक लेकर भी शांत बैठेंगे, इससे पहले किसी भी आश्वासन पर संघर्ष खत्म नहीं होगा।www.teacherharyana.blogspot.com (Recruitment , vacancy , job , news)
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