आठ जिलों के 40 स्कूलों में शुरू होना था प्रोजेक्ट
लेवल 2 में शुरू होगा प्रोजेक्ट
भारत सरकार ने पूरे देश में एक मात्र राज्य चुना था, वोकेशनल सबजेक्ट की शुरुआत नहीं हो पाई,
विलंब
जब सरकार द्वारा यह प्रोजेक्ट प्रदेश के स्कूलों को दिया गया था। तब यह लेवल 1 पर था। अब एक साल की देरी होने से यह लेवल दो पर आरंभ होगा। लेवल 1 पर छात्रों को परीक्षाओं के लिए दो वर्ष का समय मिलता पर लेवल 2 पर होने से एक वर्ष का ही समय मिलेगा। लेवल 2 में शुरू होगा प्रोजेक्ट 84 शिक्षक अनुबंध पर लगेंगे इन विषयों को पढ़ाने के लिए राज्य सरकार द्वारा 84 अध्यापक नियुक्त किए जाने थे। ये सभी अध्यापक मार्च 2014 तक अनुबंध आधार पर प्रति महीने 25 हजार के हिसाब से लगाए जाने थे। लेकिन अब अध्यापकों की नियुक्ति प्रक्रिया दिसंबर तक चलेगी और इनका अनुबंध मार्च 2015 तक रहेगा। हर रोज एक सब्जेक्ट के दो लेक्चर: इन चारों में से कोई दो सब्जेक्ट छात्र अपनी इच्छा से ले सकता है। शिक्षा विभाग के आदेशानुसार हर रोज एक विषय के दो लेक्चर लगेंगे। सभी लेक्चर में छात्रों की सौ प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य होगी। स्कूल बनाएंगे लैब और कक्षा
वोकेशनल कोर्स के लिए स्कूलों को खुद ही लैब और कक्षाएं बनानी होंगी। इसके लिए उन्हें सरकार की ओर से कोई अलग बजट नहीं दिया गया है। जिले के एक स्कूल को भी प्रोजेक्ट के तहत चुना गया है। प्रोजेक्ट शुरू न हो पाने का बड़ा कारण कक्षाओं और लैब का निर्माण पूरा न हो पाना है। चार वोकेशनल सब्जेक्ट
इस प्रोजेक्ट में कुल चार वोकेशनल सब्जेक्ट हैं। आइटी, रिटेल, सिक्योरिटी और ऑटोमोबाइल। नेशनल वोकेशनल एजुकेशन क्वालीफिकेशन फ्रेमवर्क योजना के तहत भारत सरकार द्वारा दो राज्यों में से एकमात्र हरियाणा को चुना गया है। आठ जिलों के 40 सेकेंडरी स्कूलों में यह कोर्स पढ़ाया जाना है। आठ जिलों के 40 स्कूलों में शुरू होना था प्रोजेक्ट प्रियंका शुक्ला. रोहतक
भारत सरकार और नेशनल स्किल काउंसिल द्वारा हरियाणा को सितंबर 2012 में पायलेट प्रोजेक्ट के लिए चुना गया था। इसमें सेकेंडरी कक्षा के छात्रों को चार वोकेशनल कोर्सेज पढ़ाए जाने थे। प्रोजेक्ट मार्च 2013 से ही आरंभ होना था।www.teacherharyana.blogspot.com (Recruitment , vacancy , job , news)
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