गुडग़ांव त्न पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान फर्जी वोट बनवाने के मामले में खेल राज्य मंत्री सुखबीर कटारिया की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। शनिवार को ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट (जेएमआईसी) सीमा की अदालत ने एक मामले में कटारिया सहित 8 लोगों पर एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए जबकि एक अन्य मामले में कटारिया समेत सात लोगों के खिलाफ समन जारी हो गए। इस संबंध में मतदाता जागरूकता मंच के ओ.पी. कटारिया ने चार दिन पहले कोर्ट में शिकायत दी थी।
फर्जी वोट बनाने के मामले में सुखबीर कटारिया के खिलाफ अब तक 34 शिकायतें आ चुकी हैं जिनमें से 8 में अदालत ने उन्हें आरोपी करार दिया है। इनमें से 6 मामलों में उन्हें समन जारी हो चुके हैं, जबकि दो मामलों में थाने में एफआईआर दर्ज हो चुकी है।
इन पर होगी एफआईआर : कोर्ट ने सुखबीर कटारिया के अलावा ओम प्रकाश, उनकी पत्नी संगीता, बेटे पौरुष व बेटी रिची, गुडग़ांव के एसीपी नरेंद्र कादियान, तत्कालीन बीएलओ और एईआरओ के खिलाफ केस दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। इन सभी को फर्जी वोट बनाने में मदद करने के लिए आरोपी बनाया गया है। मामले की अगली सुनवाई 9 जनवरी को होगी।
दूसरे मामले में इनके समन : फर्जी वोट के ही एक अन्य मामले में कोर्ट ने सुखबीर कटारिया, प्रवीन नांदल, ओसी नांदल, तत्कालीन डीएफएसओ देवेंद्र कादियान, एसीपी नरेंद्र कादियान, एईआरओ और बीएलओ के समन जारी किए हैं। सभी को अगली सुनवाई के लिए 30 जनवरी को कोर्ट में मौजूद रहने के लिए कहा गया है।
याचिकाकर्ता ओ.पी. कटारिया ने पुलिस कमिश्नर आलोक मित्तल को दी शिकायत में खुद की जान को खतरा बताया है। उनका कहना है कि शनिवार को जब वह कोर्ट में पेशी पर आ रहे थे तो दो युवकों ने पीछा किया। इसकी शिकायत 100 नंबर पर दी गई। युवक पीछा करते हुए कोर्ट तक आए। यहां पुलिस ने पीछा करने वाले आनंद और गौरव से पूछताछ भी की। कटारिया का आरोप है कि खेल राज्यमंत्री ने पिछले चुनाव में करीब 40 हजार फर्जी वोट बनवाए और इन्हीं के दम पर वह चुनाव में जीते।
14 नवंबर को कोर्ट के आदेश पर सुखबीर कटारिया मंत्री के अलावा पवन डबास, उनकी मां सुदेश डबास, अनीता शर्मा, एसीपी नरेंद्र कादियान और एक अन्य व्यक्ति के खिलाफ सिटी थाना में एफआईआर दर्ज हुई थी। गुडग़ांव के पुलिस कमिश्नर आलोक मित्तल ने इस मामले की जांच के लिए विशेष जांच टीम (एसआईटी) बनाई थी जिसे 30 नवंबर तक रिपोर्ट सौंपनी थी। हालांकि टीम शनिवार तक रिपोर्ट नहीं दे पाई। इस मामले में पुलिस को 24 दिसंबर तक कोर्ट में जांच रिपोर्ट सौंपनी है। www.teacherharyana.blogspot.com (Recruitment , vacancy , job , news)
फर्जी वोट बनाने के मामले में सुखबीर कटारिया के खिलाफ अब तक 34 शिकायतें आ चुकी हैं जिनमें से 8 में अदालत ने उन्हें आरोपी करार दिया है। इनमें से 6 मामलों में उन्हें समन जारी हो चुके हैं, जबकि दो मामलों में थाने में एफआईआर दर्ज हो चुकी है।
इन पर होगी एफआईआर : कोर्ट ने सुखबीर कटारिया के अलावा ओम प्रकाश, उनकी पत्नी संगीता, बेटे पौरुष व बेटी रिची, गुडग़ांव के एसीपी नरेंद्र कादियान, तत्कालीन बीएलओ और एईआरओ के खिलाफ केस दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। इन सभी को फर्जी वोट बनाने में मदद करने के लिए आरोपी बनाया गया है। मामले की अगली सुनवाई 9 जनवरी को होगी।
दूसरे मामले में इनके समन : फर्जी वोट के ही एक अन्य मामले में कोर्ट ने सुखबीर कटारिया, प्रवीन नांदल, ओसी नांदल, तत्कालीन डीएफएसओ देवेंद्र कादियान, एसीपी नरेंद्र कादियान, एईआरओ और बीएलओ के समन जारी किए हैं। सभी को अगली सुनवाई के लिए 30 जनवरी को कोर्ट में मौजूद रहने के लिए कहा गया है।
याचिकाकर्ता ओ.पी. कटारिया ने पुलिस कमिश्नर आलोक मित्तल को दी शिकायत में खुद की जान को खतरा बताया है। उनका कहना है कि शनिवार को जब वह कोर्ट में पेशी पर आ रहे थे तो दो युवकों ने पीछा किया। इसकी शिकायत 100 नंबर पर दी गई। युवक पीछा करते हुए कोर्ट तक आए। यहां पुलिस ने पीछा करने वाले आनंद और गौरव से पूछताछ भी की। कटारिया का आरोप है कि खेल राज्यमंत्री ने पिछले चुनाव में करीब 40 हजार फर्जी वोट बनवाए और इन्हीं के दम पर वह चुनाव में जीते।
14 नवंबर को कोर्ट के आदेश पर सुखबीर कटारिया मंत्री के अलावा पवन डबास, उनकी मां सुदेश डबास, अनीता शर्मा, एसीपी नरेंद्र कादियान और एक अन्य व्यक्ति के खिलाफ सिटी थाना में एफआईआर दर्ज हुई थी। गुडग़ांव के पुलिस कमिश्नर आलोक मित्तल ने इस मामले की जांच के लिए विशेष जांच टीम (एसआईटी) बनाई थी जिसे 30 नवंबर तक रिपोर्ट सौंपनी थी। हालांकि टीम शनिवार तक रिपोर्ट नहीं दे पाई। इस मामले में पुलिस को 24 दिसंबर तक कोर्ट में जांच रिपोर्ट सौंपनी है। www.teacherharyana.blogspot.com (Recruitment , vacancy , job , news)
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