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दसवीं के खराब परीक्षा परिणाम की सदन में गूंज
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़ : प्रदेश के सरकारी स्कूलों में दसवीं कक्षा के खराब परीक्षा परिणाम की गूंज सोमवार को सदन में भी सुनाई पड़ी। इनेलो विधायक अभय चौटाला ने पंद्रह स्कूलों में दसवीं का परीक्षा परिणाम शून्य आने पर सदन में चिंता जताई और सरकार से उचित कदम उठाने के लिए कहा। 1इनेलो के अशोक अरोड़ा, बिशन लाल सैनी, नरेंद्र सांगवान, कांग्रेस की सुमिता सिंह और आनंद सिंह दांगी ने भी इस चर्चा में हिस्सेदारी की। शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने विधानसभा के बजट सत्र के दौरान इस पर जवाब देते हुए कहा कि यह चिंताजनक विषय है। दसवीं कक्षा का शून्य से 20 प्रतिशत परिणाम आने पर अधिकारियों की जवाबदेही निर्धारित की गई है तथा दूसरे समेस्टर में परिणाम में काफी सुधार हुआ है। गीता भुक्कल ने कहा कि तीसरी से आठवीं कक्षा के लिए शिक्षा दीक्षा कार्यक्रम शुरू किया गया है। शिक्षा का अधिकार अधिनियम के केंद्रीय अधिनियम होने के कारण प्रदेश सरकार अपने स्तर पर कुछ नहीं कर सकती। मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रलय को पत्र लिखा है और आठवीं का बोर्ड फिर से लागू करने की मांग की है।1भुक्कल ने सदन में बताया कि केंद्रीय उप समिति की अध्यक्ष होने के कारण वह स्वयं भी प्रयास कर रही हैं चूंकि बोर्ड खत्म होने से विद्यार्थियों में परीक्षा का भय नहीं रहा है। यही कारण है कि दसवीं का परिणाम प्रभावित हो रहा है। प्रदेश सरकार आठवीं कक्षा में बोर्ड परीक्षा दोबारा लागू करने पर विचार कर रही है। उन्होंने जानकारी दी कि शिक्षा अधिकार अधिनियम लागू होने के कारण आठवीं तक के विद्यार्थियों को फेल न करना अनिवार्य है। 1इसका नौवीं व दसवीं कक्षा के परीक्षा परिणाम पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। इनेलो के नरेंद्र सांगवान द्वारा घरौंडा विधानसभा क्षेत्र में स्कूल अपग्रेड करने व दसवीं कक्षा के खराब परीक्षा परिणाम को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में भुक्कल ने कहा कि घरौंडा विधानसभा क्षेत्र में 13 और प्रदेश में 207 स्कूल अपग्रेड हुए हैं।राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़ : प्रदेश के सरकारी स्कूलों में दसवीं कक्षा के खराब परीक्षा परिणाम की गूंज सोमवार को सदन में भी सुनाई पड़ी। इनेलो विधायक अभय चौटाला ने पंद्रह स्कूलों में दसवीं का परीक्षा परिणाम शून्य आने पर सदन में चिंता जताई और सरकार से उचित कदम उठाने के लिए कहा। 1इनेलो के अशोक अरोड़ा, बिशन लाल सैनी, नरेंद्र सांगवान, कांग्रेस की सुमिता सिंह और आनंद सिंह दांगी ने भी इस चर्चा में हिस्सेदारी की। शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने विधानसभा के बजट सत्र के दौरान इस पर जवाब देते हुए कहा कि यह चिंताजनक विषय है। दसवीं कक्षा का शून्य से 20 प्रतिशत परिणाम आने पर अधिकारियों की जवाबदेही निर्धारित की गई है तथा दूसरे समेस्टर में परिणाम में काफी सुधार हुआ है। गीता भुक्कल ने कहा कि तीसरी से आठवीं कक्षा के लिए शिक्षा दीक्षा कार्यक्रम शुरू किया गया है। शिक्षा का अधिकार अधिनियम के केंद्रीय अधिनियम होने के कारण प्रदेश सरकार अपने स्तर पर कुछ नहीं कर सकती। मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रलय को पत्र लिखा है और आठवीं का बोर्ड फिर से लागू करने की मांग की है।1भुक्कल ने सदन में बताया कि केंद्रीय उप समिति की अध्यक्ष होने के कारण वह स्वयं भी प्रयास कर रही हैं चूंकि बोर्ड खत्म होने से विद्यार्थियों में परीक्षा का भय नहीं रहा है। यही कारण है कि दसवीं का परिणाम प्रभावित हो रहा है। प्रदेश सरकार आठवीं कक्षा में बोर्ड परीक्षा दोबारा लागू करने पर विचार कर रही है। उन्होंने जानकारी दी कि शिक्षा अधिकार अधिनियम लागू होने के कारण आठवीं तक के विद्यार्थियों को फेल न करना अनिवार्य है। 1इसका नौवीं व दसवीं कक्षा के परीक्षा परिणाम पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। इनेलो के नरेंद्र सांगवान द्वारा घरौंडा विधानसभा क्षेत्र में स्कूल अपग्रेड करने व दसवीं कक्षा के खराब परीक्षा परिणाम को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में भुक्कल ने कहा कि घरौंडा विधानसभा क्षेत्र में 13 और प्रदेश में 207 स्कूल अपग्रेड हुए हैं।
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