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अब कोर्ट जाने की तैयारी में पीजीटी के परिजन
6सोमवार तक नियुक्ति न मिलने पर करेंगे मानसिक प्रताड़ना का दावा16शैक्षणिक दस्तावेजों के सत्यापन का काम पूरा
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़ : नव चयनित पीजीटी और शिक्षा विभाग के बीच नियुक्ति पत्र जारी करने को लेकर चल रहा टकराव लंबा खिंचने के आसार दिखाई दे रहे हैं। शिक्षा निदेशालय ने जहां नव चयनित पीजीटी के शैक्षणिक दस्तावेजों का सत्यापन करने के बावजूद नियुक्ति आदेश जारी नहीं किए हैं, वहीं पीजीटी के परिजन पंजाब एवं हरियाणा उच्च्च न्यायालय जाने की तैयारी में हैं। सोमवार तक नियुक्ति पत्र जारी नहीं हुए तो पीजीटी के परिजन कोर्ट में मानहानि व मानसिक प्रताड़ना का दावा ठोकेंगे।1नव चयनित पीजीटी सोमवार तक शिक्षा निदेशालय के रुख का इंतजार करेंगे, इसके बाद आगामी आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी। पीजीटी ने संकेत दिए हैं कि जल्द नियुक्ति न मिलने पर वे उग्र आंदोलन भी कर सकते हैं। चूंकि पंचकूला स्थित शिक्षा निदेशालय के बाहर उनका धरना बीते 27 दिन व क्रमिक भूख हड़ताल 24 दिन से चल रही है। उनके सब्र का बांध किसी भी वक्त टूट सकता है और वे मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री और शिक्षा निदेशालय के घेराव का निर्णय भी ले सकते हैं। इसमें उनके परिजन भी साथ रहेंगे। भीषण गर्मी में क्रमिक भूख हड़ताल व धरना दे रहे पीजीटी का स्वास्थ्य भी बिगड़ता जा रहा है। अनेक पीजीटी दस्त व वायरल का शिकार हो चुके हैं। बीते सोमवार को नव चयनित पीजीटी की मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा के प्रधान ओएसडी एमएस चोपड़ा से वार्ता हुई थी। इसमें चोपड़ा ने सात दिन के अंदर अनुभव के आधार पर चयनित पीजीटी को नियुक्ति पत्र जारी करने का आश्वासन दिया था, इसकी मियाद 23 जून को पूरी हो रही है। अब पीजीटी की निगाहें शिक्षा निदेशालय पर टिकी हुई हैं कि उच्च्च अधिकारी सोमवार को नियुक्ति आदेश जारी करते हैं या नहीं। चूंकि शैक्षणिक प्रमाण पत्र के सत्यापन का काम भी पूरा हो चुका है। 1 लखविंदर, मुकेश, परगट सिंह व बीरेंद्र सिंह का कहना है कि नव चयनित पीजीटी को शिक्षा विभाग के अधिकारी सत्यापन के नाम पर जानबूझ कर परेशान कर रहे हैं। अनेक बार उनके प्रमाण पत्रों की जांच हो चुकी है, जबकि मेवात कैडर में बिना दस्तावेजों के सत्यापन के ही पीजीटी को नियुक्ति दी जा चुकी है। प्रदेश सरकार को शिक्षा विभाग के अधिकारियों के दोहरे रवैये की जांच करानी चाहिए।
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