मुख्यमंत्री तक भी पहुंचा नये पीजीटी का मामला: चंडीगढ़, 13 जुलाई (ट्रिन्यू) हरियाणा के स्कूलों में नियुक्त हुए करीब 4 हजार शिक्षकों पर लगाई एक वर्ष के भीतर शैक्षणिक योग्यता पूरी करने की शर्त ने विभिन्न विषयों के इन शिक्षकों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। शिक्षकों के नियुक्ति-पत्र में लगायी गयी यह शर्त ऐसी है, जो एक वर्ष की इस अवधि में तकनीकी रूप से पूरी हो ही नहीं सकती। इस मामले को लेकर पीजीटी शिक्षक मुख्यमंत्री भूपेंद्र ङ्क्षसह हुड्डा से भी मिल चुके हैं। बताते हैं कि मुख्यमंत्री की ओर से उन्हें आश्वासन दिलाया गया था कि इस मामले का कोई न कोई हल निकाला जाएगा। शिक्षा विभाग के अधिकारियों से भी पीजीटी शिक्षक मिले, लेकिन उन्हें दो-टूक जवाब मिला कि यह शर्त तो पूरी करनी ही होगी। मगर इस बात का कोई जवाब शिक्षा विभाग के पास भी नहीं है कि दो वर्ष के प्रोबेशन पीरियड के पूरा होने से पहले ये शिक्षक पढ़ाई कैसे कर सकते हैं। क्या है मजबूरी नियमित बीएड करने के लिए शिक्षकों को एक साल की स्टडी या एकेडेमिक लीव लेनी होगी। यह लीव तभी मिलेगी, जब उनका प्रोबेशन पीरियड पूरा होगा। प्रोबेशन पीरियड 2 वर्ष का है और शिक्षकों को एक वर्ष में बीएड करनी है। इसी तरह से पत्राचार से बीएड 2 वर्ष में होगी, लेकिन इसके लिए 2 वर्ष का टीङ्क्षचग अनुभव रखने वाले शिक्षक को ही दाखिला मिलेगा। वह भी तब, जब वह पढ़ाई के साथ-साथ टीङ्क्षचग भी करता होगा।
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