62 की जंग से अब तक हुए शहीदों के आश्रित को नौकरी


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पूर्व सैनिकों के सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने की घोषणा

 
वन रैंक-वन पेंशन में बदलाव का विरोध होगा : हुड्‌डा 
62 की जंग से अब तक हुए शहीदों के आश्रित को नौकरी 
सैनिकों-पूर्व सैनिकों के लिए ये घोषणाएं
रियायती दरों पर फ्लैट मिलेंगे ही, साथ ही बैंक कर्ज के ब्याज का भुगतान भी राज्य सरकार करेगी
बहादुरी पुरस्कार विजेता सैिनक रोडवेज की बसों में मुफ्त यात्रा कर सकेंगे
किसी भी लड़ाई या आतंकी हमले में शहीद हुए सैनिकों के एक परिजन को सरकारी नौकरी दी जाएगी।
शहीदों के बच्चों को मिलने वाली मासिक पेंशन 200 से बढ़ाकर 500 रु. की गई।
युद्ध वीरांगना को विवाह पर मिलने वाले अनुदान 21,000 से बढ़ाकर 51,000 रुपए किया गया।
ड‌्यूटी पर तैनात सैनिक की बेटी के विवाह पर मिलने वाले अनुदान 11 हजार से बढ़ाकर 21 हजार रु. किया गया।
भास्कर न्यूज| झज्जर
1962की जंग और उसके बाद से अब तक की तमाम लड़ाइयों या आतंकी हमले में शहीद हुए सैनिकों के किसी एक परिजन को सरकारी नौकरी मिलेगी। रविवार को यहां पूर्व सैनिकों के सम्मेलन में मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने यह घोषणा की। चुनावी माहौल है तो पूर्व सैनिकों को लुभाने के लिए कई सौगातें दी गईं। अब विधवा पेंशन भत्ते और युद्ध वीरांगना को विवाह पर 21,000 के बजाय 51,000 रुपए दिया जाएगा।
इसके अलावा बहादुरी पुरस्कार विजेता अब हरियाणा राज्य परिवहन की बसों में नि:शुल्क यात्रा कर सकेंगे। सेना में कार्यरत सैनिकों, पूर्व सैनिकों के साथ ही पैरामिलिट्री के जवानों-कर्मचारियों के लिए फरीदाबाद, महेंद्रगढ़, गुड़गांव, पलवल, रेवाड़ी, झज्जर, रोहतक, बवानीखेड़ा, सांपला, पिंजौर, पंचकूला जैसे शहरों में 50,000 और रोहतक में 18,000 फ्लैट रियायती दरों पर देने की घोषणा पहले की जा चुकी है। अब सिपाही या जेसीओ रैंक तक वाले पूर्व सैनिकों को आवंटित फ्लैट के लिए बैंक ऋण पर जो ब्याज लगेगा, उसका भुगतान सरकार करेगी। अपने संबोधन में हुड्‌डा ने कहा कि उन्होंने ही सबसे पहले वन रैंक-वन पेंशन की सिफारिश की थी जब वे पहली बार सांसद बनकर संसद की डिफेंस कमेटी में शामिल हुए थे। उस वक्त शरद पवार रक्षा मंत्री थे। सीएम ने कहा कि यूपीए सरकार द्वारा मंजूर वन रैंक-वन पेंशन में भाजपा सरकार ने कोई बदलाव किया तो वे इसका विरोध करेंगे। सेवारत, पूर्व सैिनकों और उनके आिश्रतों की प्रदेश में संख्या तकरीबन 19 लाख है। 

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