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चौटाला परिवार की पहली महिला चुनाव मैदान में
प्रवीण पाण्डेय
चंडीगढ़। इंडियन नेशनल लोकदल ने मंगलवार को अपने कोटे की शेष सात सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है। खास बात यह है कि डबबाली सीट से उतरी नैना सिंह ताऊ देवीलाल परिवार को पहली महिला है, जो सक्रिय राजनीति में आएंगी। इसके अलावा ऊंचाना सीट से सांसद दुष्यंत चौटाला भाजपा प्रत्याशी और चौधरी बीरेंद्र सिंह की पत्नी प्रेमलता को चुनौती देंगे। गौरतलब हो कि बीते विधानसभा चुनाव में ओमप्रकाश चौटाला ने चौधरी बीरेंद्र को मात दी थी।
जेबीटी भर्ती मामले में इस समय पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला जेल में हैं। लिहाजा पार्टी ने नई पीढ़ी को विशेष रणनीति के तहत आगे किया है। भाजपा के सारथी बन चुके बीरेंद्र सिंह के सामने जहां पिछली हार का बदला लेेने की चुनौती है, वहीं दुष्यंत चौटाला के सामने अपने दादा की सीट को बचाए रखने की चुनौती है।
डबवाली सीट पर भी इस बार मुकाबला रोचक होगा। यह सीट भी इनेलो की परंपरागत सीट है। बीते विधानसभा चुनाव में यहां से अजय चौटाला चुनाव जीत कर विधानसभा में पहुंचे थे। उन्होंने अपने ही परिवार के कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े डा. केबी सिंह को डबवाली से चुनाव हराया था। हालांकि डा. केबी सिंह पिछले पांच वर्ष से विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय हैं, लेकिन फिर भी इस बार यहां से अजय चौटाला की पत्नी नैना सिंह के मैदान में होने से मुकाबला रोचक होगा।
डबवाली से अजय की पत्नी को कमान
ओम प्रकाश की विरासत बचाने आगे को आएं दुष्यंत
चौटाला की नई पीढ़ी देगी बीरेंद्र को चुनौती
दुष्यंत को 51 हजार की लीड मिली थी उंचाना से
उंचाना सीट पर मुकाबला इसीलिए भी रोचक हो गया है, क्योंकि इस लोकसभा चुनाव में दुष्यंत चौटाला ने उंचाना विधानसभा क्षेत्र से 51 हजार की लीड प्राप्त की है। दुष्यंत यदि उंचाना से चुनाव जीतते हैं और इस बीच कोर्ट का फैसला यदि ओम प्रकाश चौटाला के हक में आता है तो ऐसे में उंचाना सीट छोड़ कर दुष्यंत अपने दादा की राह आसान बना सकते हैं।
लाडवा से बड़शामी की पत्नी को टिकट
इनेलो ने लाडवा से शेर सिंह बड़शामी की पत्नी बचन कौर बड़शामी को चुनाव मैदान में उतारा है। बड़शामी भी जेबीटी भर्ती प्रकरण में जेल में हैं।
प्रत्याशियों की सूची
जींद। अभय सिंह चौटाला ने कहा कि इनेलो ने अपने सहयोगी दल अकाली दल को दो सीटें दी है, बाकी 88 सीटों पर उसने अपने सभी उम्मीदवारों की घोषणा कर दी। अभय सिंह चौटाला तथा प्रदेशाध्यक्ष अशोक अरोड़ा ने बताया कि डबवाली से अजय सिंह चौटाला की धर्मपत्नी नैना सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है। कलानौर से फकीरचंद, उचाना कलां से दुष्यंत चौटाला, पानीपत शहरी से नीलम नारंग, फरीदाबाद ओल्ड से प्रवेश मेहता, बखड़ल से चंद्रभाटिया, लाडवा से शेर सिंह बड़शामी की धर्मपत्नी बच्चन कौर बड़शामी को मैदान में उतारा गया है।
नवरात्र से परवान पकड़ेगा प्रचार
चंडीगढ़ (ब्यूरो)। हरियाणा विधानसभा चुनाव प्रचार में तेजी नवरात्र के साथ ही आएगी। राजनीतिक दल नवरात्र के शुभ मुहूर्त में नामांकन करने की तैयारी मेें हैं। हालांकि कुछ निर्दलीय और अन्य प्रत्याशियों ने नामांकन किए हैं लेकिन राजनीति के दिग्गज और बड़े दलों के प्रत्याशियों का चुनाव प्रचार नवरात्र के साथ ही परवान चढ़ेगा। 20 सितंबर से हरियाणा में नामांकन पत्र भरने का काम शुरू हो चुका है। अब तक 47 प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किए हैं।
हजकां और हजपा अपने प्रत्याशियों की घोषणा 25 सितंबर को करेगी। इस दिन पहला नवरात्र है। दोनों दलों में समझौता 65 और 25 पर हुआ है। लिहाजा हजकां 90 में से 65 सीटों पर और विनोद शर्मा की हरियाणा जन चेतना पार्टी 25 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। भाजपा ने अपने सभी 90 प्रत्याशियाें के नामों की घोषणा कर दी है, लेकिन नामांकन की तैयारी के लिए 25 की तिथि ही मुफीद मानी जा रही है। कुछ प्रत्याशियों ने भी अपनी सहमति नवरात्र के दौरान ही नामांकन करने पर सहमति जताई है।
उधर, कांग्रेस की सूची में हो रहा विलंब भी प्रत्याशियों को सीधे रण में उतरने के लिए मजबूर करेगा। कांग्रेस ने पिछली बार भी प्रत्याशियों की सूची नामांकन के अंतिम दिन से कुछ समय पहले ही तय किया था, इस बार भी ऐसी संभावना बन रही है।
पार्टी की सूची की घोषणा की चर्चा तो रोजाना हो रही है, लेकिन अब तक सूची की घोषणा नहीं हुई है। 24 सितंबर को अंतिम श्राद्ध हैं, लिहाजा कांग्रेसी खेमे में भी यही चर्चा है कि पार्टी अब नवरात्र में सूची जारी करेगी। इनेलो ने अपने अपनी पार्टी के 88 प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है। इनेलो केअधिकतर प्रत्याशियों का चुनाव प्रचार भी नवरात्र के साथ ही शुरू होगा। हालांकि अधिकतर चुनाव कार्यालय पार्टी प्रत्याशियों ने टिकट की घोषणा के साथ ही खोल दिए हैं। हजकां और हजपा अपना चुनावी घोषणा पत्र तो जारी कर चुके हैं, लेकिन सूची के लिए उन्हें भी नवरात्र का इंतजार है।
किसी दल का समर्थन नहीं करेंगी खापें
नरवाना (ब्यूराे)। सर्वखाप जाट पंचायत ने हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव में किसी भी राजनीतिक दल को खुला समर्थन न देने का निर्णय लिया है। इसी के साथ संगठन द्वारा 28 सितंबर को जींद में प्रस्तावित खाप पंचायतों के प्रतिनिधियों की महापंचायत स्थगित कर दी गई है। सर्वखाप जाट पंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष नफे सिंह नैन ने मंगलवार को जारी विज्ञप्ति में बताया कि खाप पंचायत सामाजिक मुद्दों पर अपना दायित्व पहले की तरह निभाती रहेंगी। गौरतलब है कि सर्वखाप जाट पंचायत के बैनर तले 13 सितंबर को नरवाना में विभिन्न खाप पंचायतों के जाट प्रतिनिधियों की बैठक हुई थी। इसमें 50 से ज्यादा खापों के प्रतिनिधि शामिल हुए थे। इस बैठक में विधानसभा चुनाव के दृष्टिगत राजनीतिक दबाव बनाने और विधानसभा चुनावों में सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाने की रणनीति बनाई गई थी। बैठक में उपस्थित खापों के प्रतिनिधियों ने विधानसभा चुनाव में एकजुट होकर अपने वोट की ताकत दिखाने का फैसला लिया था। इस संदर्भ में निर्णय लेने और आगामी रणनीति तय करने के लिए 28 सितंबर को जींद में खाप पंचायतों के प्रतिनिधियों की दोबारा महापंचायत बुलाई थी लेकिन इस बीच कई खाप पंचायतों ने सर्वखाप जाट पंचायत के इस फैसले पर विरोध दर्ज करवाते हुए राजनीतिक मामलों को अलग रखने की घोषणाएं की थी।
इसी के मद्देनजर सर्वखाप जाट पंचायत ने भी अपने फैसले पर यू टर्न लेकर राजनीति को खाप पंचायत के अधिकार क्षेत्र से बाहर रखने का निर्णय लिया है। इसी के तहत जींद में होने वाली महापंचायत को स्थगित कर दिया गया है।
इनेलो ने बाकी प्रत्याशियों की सूची जारी की।
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