खिलाड़ियों के खाने का फंड दो रुपये अधिकारी भी परेशान


खिलाड़ियों के खाने का फंड दो रुपये अधिकारी भी परेशान

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जागरण संवाददाता, सिरसा : प्रदेश सरकार खेलों को बढ़ावा देने के लिए खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने का दावा करती है
और शिक्षा विभाग के माध्यम से स्कूलों में खेल प्रतियोगिताओं के माध्यम से विद्यार्थियों को खेलों के प्रति प्रोत्साहित करने का भी दावा है। लेकिन सच्चाई इसके ठीक विपरीत है। खेलों में भाग लेने वाले विद्यार्थियों के लिए रिफ्रेशमेंट का प्रावधान है, लेकिन केवल प्रति विद्यार्थी दो रुपये का। ऐसे में स्पष्ट है कि दो रुपये में कैसे रिफ्रेशमेंट दी जा सकती है। विद्यार्थियों के साथ-साथ संबंधित स्टाफ और जिला स्तरीय अधिकारी भी परेशान हैं। शिक्षा विभाग की ओर से खंड स्तरीय खेल प्रतियोगिताओं काआयोजन किया गया। इन खेलों के माध्यम से स्कूली विद्यार्थियोंको खेलों के प्रति प्रोत्साहित करना और आकर्षित करना उद्देश्यहै। ऐसे में जरूरी है कि विद्यार्थियों को रिफ्रेशमेंट भी दी जाए।हालाकि रिफ्रेशमेंट का प्रावधान भी है लेकिन पुरानी पद्धति परचल रहा प्रावधान आज भी जारी है जो अब मजाक बनता जा रहाहै।सूत्र बताते हैं कि विभाग की ओर से विद्यार्थियों के रिफ्रेशमेंट केलिए प्रति विद्यार्थी दो रुपये के हिसाब से फंड मिलता है। लेकिनयह सच्चाई है कि दो रुपये में कुछ भी नहीं मिलता। ऐसे में स्कूल स्टाफके साथ-साथ अधिकारी भी परेशान है कि आखिर दो रुपये मेंविद्यार्थियों को कैसे रिफ्रेशमेंट उपलब्ध कराई जाए।जेब से खर्च करना पड़ता हैखेलों में भाग लेने आने वाले विद्यार्थियों को बेशक सरकारी तौर
पर दो रुपये रिफ्रेशमेंट के रूप में मिलते हों लेकिन गाव से शहर आने केलिए विद्यार्थियों को न केवल जेब से किराया भुगतना पड़ता हैजबकि खाना-पीना भी स्वयं ही वहन करना पड़ता है।खेल प्रतियोगिताएं आयोजित लेकिन फंड नहीं मिलानियम है कि खेल प्रतियोगिताओं से पहले ही विभाग की ओर सेपर्याप्त फंड भेजा जाए ताकि विद्यार्थियों और स्कूल स्टाफ कोपरेशानी न हो। लेकिन सूत्रों की मानें तो खंड स्तर की खेलप्रतियोगिताएं चल रही है लेकिन अभी तक भी कुछ खंडों में तोरिफ्रेशमेंट के लिए विभाग की ओर से फंड भी नहीं मिल पाया है।ऐसे में खिलाड़ियों के साथ आने वाले संबंधित स्कूलों के स्टाफ कोएक बार जेब से खर्चा वहन करना पड़ता है, बाद में विभाग की ओर सेफंड मिलते के बाद समायोजित करनी पड़ती है।'यह बात सही है कि स्कूल स्तरीय खिलाड़ियों को खेलप्रतियोगिताओं में भाग लेने के दौरान दो रुपये रिफ्रेशमेंट के रूप मेंमिलते है और कई जगह तो अभी तक फंड भी जारी नहीं हुआ। लेकिनयह समस्या प्रदेश स्तर की है फैसले भी प्रदेश स्तर पर होते है। जिला
स्तर पर विभाग के निर्देश अनुसार ही काम किया जाता है।'- सुरेद्र शर्मा, डिप्टी डीईओ, सिरसा।

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      ईद के दिन आमरण अनशन पर बैठी कंप्यूटर टीचर

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जागरण संवाददाता, पंचकूला : देश में जहां शनिवार को ईद की खुशियां बांटी जा रही थी वहीं यमुनानगर की रहने वाली
महिला कंप्यूटर टीचर रजिया सुल्तान अपनी नौकरी बहाली की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठ गई। गौरतलब है प्रदेश के कंप्यूटर टीचर 6 महीने से रोजी-रोटी की जंग लड़ रहे हैं। 9 बार लाठियां खाने के बाद भी जब कोई हल निकलता नजर
नहीं आया तो शिक्षकों ने अपनी जान को दांव लगा दिया। 15 कंप्यूटर शिक्षकों को आमरण अनशन पर बैठे चार दिन हो गए मगर सरकार की तरफ से किसी ने उनकी सुध नहीं ली। यमुनानगर की रहने वाली रजिया ने बताया कि यह उनकी जिन्दगी में दूसरा मौका आया जब ईद के दिन उसे घर से बाहर रहना पड़ा। आज रजिया सुल्तान की आंखों में खुशियों की बजाय आंसू थे। नम आंखों से रजिया ने बताया कि पिछले वर्ष इन्हीं दिनों में  आमरण अनशन पर बैठी थी। सरकार की गलत नीतियों की वजह से उसका भविष्य बर्बाद हो गया। स्वास्थ्य सेवाएं लेने से इनकार आमरण अनशन पर बैठे 15 कंप्यूटर टीचर्स ने सरकार की स्वास्थ्य सेवाएं लेने से साफ इनकार कर दिया। भूख हड़ताल पर बैठे कंप्यूटर टीचर्स की जाच के लिए आई स्वास्थ्य विभाग की टीम को खाली हाथ  वापस लौटना पड़ा। इससे प्रशासन के माथे पर पसीने छूट गए। अनशन
पर बैठे शिक्षक संघ के प्रधान बलराम धीमान ने कहा अगर सरकार को हमारी इतनी ही चिंता है तो सरकार हमारा रोजगार बहाल करे। कैंडल मार्च शुरू किया कंप्यूटर शिक्षकों ने मांगों को मनवाने के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं। अपने आन्दोलन को जन आन्दोलन में बदलने के लिए शिक्षकों ने एक अनूठा फैसला लिया। अब आमरण अनशन के साथ-साथ शिक्षकों ने अपनी आवाज को जन-जन तक पहुंचाने की लिए हर रोज शाम को कैंडल मार्च निकालना शुरू कर दिया है। शिक्षकों का कहना कि
जब तक सरकार मांगें पूरी नहीं करती तब तक आन्दोलन को हर रोज तेज किया जाएगा। अब सोमवार को कंप्यूटर शिक्षक भारी मात्रा में सड़कों पर उतर कर आन्दोलन और तेज करेंगे।

 सीएम की रैली में हंगामा, डीएसपी सहित तीन घायल

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भिवानी : यहां नई अनाज मंडी में शनिवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल की रैली के दौरान हंगामा हो गया। विवाद भाजपा
कार्यकर्ता द्वारा एक पुलिसकर्मी थप्पड़ जडऩे के कारण हुआ। इसके बाद झगड़ा शुरू हाे गया। इसमें डीएसपी अभिमन्यु, दो इंस्पेक्टर सहित चार पुलिस कर्मचारी घायल हो गए।पुलिस ने मुख्य आरोपी भाजपा कार्यकर्ता हरीओम को गिरफ्तार कर लिया है। ई अनाज मंडी में शनिवार को आयोजित मुख्यमंत्री मनोहर लाल की विकास रैली में मनोरंजन के लिए लोक गायिका सपना को बुलाया गया था। गायिका के नृत्य पर कुछ लोग जमकर हुड़दंग कर रहे थे। इंस्पेक्टर पवन ने आरोप लगाया कि इसी दौरान हुड़दंग कर रहे भाजपा कार्यकर्ता हरिओम को रोकने का प्रयास किया तो उसने उन्हें थप्पड़ जड़ दिया। इसे लेकर जमकर हंगामा हुआ। हंगामे के दौरान डीएसपी अभिमन्यु, इंस्पेक्टर प्रदीप, इंस्पेक्टर पवन, सब इंस्पेक्टर कर्मवीर घायल हो गए। चारों को उपचार के लिए शनिवार शाम को सामान्य अस्पताल लाया गया। डीएसपी अभिमन्यु ने कहा कि आरोपी हरिओम व उसके कुछ साथियों ने कानून व्यवस्था खराब करने का प्रयास किया। आरोपी को पुलिस ने मौके पर ही दबोच लिया। शहर थाना प्रभारी अमित कुमार ने बताया कि भाजपा कार्यकर्ता हरिओम द्वारा पुलिस कर्मचारियों से मारपीट की गई
थी। इसी दौरान चार पुलिस कर्मचारी घायल हुए। चारों को उपचार के लिए सामान्य अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। पुलिस
ने आरोपी हरिओम के खिलाफ मारपीट करने, सरकारी काम में बाधा डालने का मामला दर्ज किया है।

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