स्टूडेंट के फेल होने पर टीचर पर गिरेगी गाज
एनडीएमसी ने शुरू की मिनिमम एजुकेशन लेवल्स तय की कवायद•नगर संवाददाता, नई दिल्ली
एनडीएमसी ने शुरू की मिनिमम एजुकेशन लेवल्स तय की कवायद•नगर संवाददाता, नई दिल्ली
एनडीएमसी के स्कूलों में काफी संख्या में स्टूडेंट्स फेल हो रहे हैं। यही वजह है कि एनडीएमसी ने इस संबंध में मिनिमम
एजुकेशन लेवल्स तय करने की कवायद शुरू की है। ऐसे में स्टूडेंट्स के बेहतर परफॉर्म नहीं करने पर टीचर्स पर गाज गिर सकती है। एनडीएमसी काउंसिल ने अपने स्कूलों में मिनिमम एजुकेशन लेवल्स पाने के लिए गाइडलाइंस तैयार किए हैं। गाइडलाइंस को तय करने के लिए टीचर्स के एक पैनल ने ड्राफ्ट तैयार किया था। ड्राफ्ट में बताया गया कि स्टूडेंट्स किस वजह से बेहतर परफॉर्म नहीं कर पा रहे हैं।
काउंसिल के अधिकारी ने बताया कि एनडीएमसी के एजुकेशन डिपार्टमेंट ने कई स्कूलों के टीचर्स को इस पैनल में शामिल किया था। इसके बाद पैरामीटर्स तय किए गए और अगर अब स्टूडेंट्स असफल होते हैं तो इसके लिए टीचर्स को जिम्मेदार ठहराया जाएगा। साथ ही ऐसे टीचर्स के प्रमोशन पर भी असर पर सकता है। मिनिमम एजुकेशन लेवल्स के तहत तीन सब्जेक्ट्स- मैथ्स, इंग्लिश और हिंदी में मिनिमम स्टैंडर्ड को हासिल करने पर स्पेशल फोकस होगा। अधिकारी का कहना है कि ये तीनों सब्जेक्ट फाउंडेशन कोर्सेज हैं। अधिकारी के मुताबिक एनडीएमसी 70 स्कूलों को चला रहा है। इनमें 56 काउंसिल के पालिका स्कूल हैं। 11 नवयुग स्कूल हैं, 24 प्राइमरी , 18 नर्सरी, 6 मिडिल, 4 सेकेंडरी और 18 सिनियर सेकेंडरी स्कूल हैं। इस रिपोर्ट के मुताबिक, 9वीं और 11वीं क्लास में काफी अधिक फेलयोर रेट है। अधिकारी ने बताया कि ऐसे में प्राइमरी क्लासेज में ही स्टूडेंट्स को मिनिमम एजुकेशन स्टैंडर्ड हासिल करवाने पर ज्यादा जोर है ताकि हाइयर क्लासेज में उसपर ज्यादा प्रेशर न रहे। साथ ही रिपोर्ट के आधार
पर स्टूडेंट्स ज्यादा एबसेंट
न रहें, इसको लेकर भी कड़े रूल्स बनेंगे। एबसेंट होना भी खराब परफॉरमेंस का एक बड़ा कारण है।
काउंसिल ने मौजूदा फाइनेंशल ईयर के लिए 150.37 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। इसमें 5 स्कूलों में नई तकनीक से लैस क्लासरूम बनाए जाएंगे। लड़कों के लिए स्टेट-ऑफ द आर्ट टेक्निकल इंस्टिट्यूट बनाया जाएगा। इसमें उन्हें इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट(आईटीआई) की तर्ज पर जॉब ऑरिएंटेड स्कील डिवेलपमेंट सिखाई जाएंगी। साथ ही चार इलाकों में लाइब्रेरी भी शुरू होगी।
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