कक्षा तीन से आठ तक के बोर्ड तैयार करेगा प्रश्नपत्र,हाथों से बने प्रश्नपत्रों पर रोक, बोर्ड करेगा जारी


कक्षा तीन से आठ तक के बोर्ड तैयार करेगा प्रश्नपत्र

जागरण संवाददाता, अंबाला : प्रदेश में लगातार गिर रहे परीक्षा परिणाम में सुधार लाने के लिए शिक्षा विभाग ने कमर कस ली है। मनमाने तरीके से पेपर तैयार कर, बच्चों को पास करके अच्छा रिजल्ट दिखाने पर शिक्षा विभाग ने सख्त रवैया अपना लिया है। अब शिक्षा निदेशालय ने पूरे प्रदेशभर में एक ही जैसा प्रश्न पत्र बनवाने का निर्णय लिया है। यह प्रश्न पत्र किसी प्राइवेट एजेंसी से तैयार नहीं कराया जाएगा बल्कि बोर्ड खुद इसे अपने अधीन आने वाले स्कूलों के शिक्षकों से तैयार कराएगा। इतना ही नहीं मासिक परीक्षाओं की तरह पूरे प्रदेशभर में परीक्षा की डेट शीट भी एक जैसी ही रहेगी। बाकायदा इसके लिए पंचकूला मौलिक शिक्षा निदेशक ने डेट शीट भी जारी कर दी है। अब इसी डेट शीट के आधार पर परीक्षाएं ली जाएंगी। केवल पहली और दूसरी कक्षा का प्रश्न पत्र ही स्कूल मुखिया अपनी मर्जी से प्रकाशित करवा सकेंगे। हालांकि उत्तर पुस्तिका की जांच स्कूल शिक्षक ही करेंगे लेकिन इसमें कोई गड़बड़ हुई तो फंसना तय है क्योंकि इन उत्तर पुस्तिकाओं को उन्हें छह माह तक अपने पास ही सुरक्षित रखना होगा। इनकी कभी भी जांच की जा सकती है।
दरअसल बोर्ड की हरियाणा शिक्षा विद्यालय बोर्ड से संबंधित स्कूलों का परीक्षा परिणाम हर साल बद से बदत्तर हो रहा है। कभी 40 फीसद तो कभी 35 फीसद बच्चे ही बोर्ड की परीक्षाओं में उत्तीर्ण हो पाते हैं। इसका एक मुख्य कारण बच्चों को बेस खराब होना माना जा रहा है। दरअसल पहली से आठवीं कक्षा तक किसी भी विद्यार्थी को फेल नहीं कर सकते। इसी कारण स्कूलों में शिक्षक बच्चे को पढ़ाना भी जरूरी नहीं समझते। इसी कारण परीक्षा परिणाम लगातार खराब होता जा रहा था। इसको ध्यान में रखते हुए इसी शैक्षणिक सत्र में स्कूलों में मासिक टेस्ट प्रणाली की शुरुआत की गई थी। अब इसी सुधार प्रक्रिया के तहत बोर्ड से प्रश्न पत्र तैयार करने का निर्णय भी शिक्षा निदेशालय ने लिया है। परीक्षाओं में बोर्ड की परीक्षा की तरह विभिन्न उड़नदस्ते परीक्षा की पवित्रता को भंग होने से रोकने के लिए जांच करेंगे। साथ ही एक विद्यालय के शिक्षक की दूसरे विद्यालय में परीक्षा के लिए ड्यूटी इस तरह लगाई जाएगी कि एक स्कूल का शिक्षक दूसरे स्कूल में और दूसरे स्कूल का शिक्षक तीसरे स्कूल में जाएगा, ताकि वहां भी कोई गड़बड़ी न हो सके। पहले स्कूल शिक्षक एक दूसरे के स्कूल में अदला बदली कर लेते थे इसी कारण इसका प्रभाव नहीं पड़ता था।
14 से 22 मार्च तक चलेंगी पहली से आठवीं कक्षा की परीक्षाएं
कक्षा तिथि 14 तारीख 15 तारीख 16 तारीख 17 तारीख 18 तारीख 21 तारीख 22
एक इंग्लिश ¨हदी गणित ---- ---- ---- ----
दो इंग्लिश ¨हदी गणित ---- ---- ---- ----
तीन गणित ¨हदी इंग्लिश ईवीएस ---- ---- ----
चार गणित ¨हदी इंग्लिश ईवीएस ---- ---- ----
पांच गणित ¨हदी इंग्लिश ईवीएस ---- ---- ----
छह ¨हदी इंग्लिश संस्कृत/पंजाबी/उर्दू साइंस ड्राइंग/म्यूजिक/होम साइंस/कृषि सोशल साइंस गणित
सात इंग्लिश साइंस गणित संस्कृत/पंजाबी/उर्दू सोशल साइंस ¨हदी ड्राइंग/म्यूजिक/होम साइंस/कृषि
आठ गणित ¨हदी इंग्लिश सोशल साइंस संस्कृत ड्राइंग/म्यूजिक/होम साइंस/कृषि साइंस
बोर्ड से ही लेकर आने होंगे प्रश्नपत्र
कक्षा तीन से आठवीं तक के प्रश्न पत्र लेने के लिए प्रदेशभर के सभी डीईईओ अपने कार्यालय से एक अधिकारी को अथॉरिटी लेटर देकर हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी भेंजेंगे। यही से उन्हें प्रश्न पत्र दिए जाएंगे। इसके बाद 10 तारीख को सभी खंड कार्यालयों में इन प्रश्न पत्रों को भिजवाया जाएगा। यहां से इन प्रश्न पत्रों को 11 मार्च को स्कूलों में भेजा जाएगा।



इस बार प्रदेश में पहली बार हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी तीसरी कक्षा से आठवीं कक्षा तक की वार्षिक परीक्षा के प्रश्न पत्र बोर्ड तैयार कराएगा। पूरे प्रदेशभर में एक ही डेट शीट परीक्षा के लिए निर्धारित कर दी गई है। हालांकि उत्तर पुस्तिकाओं की जांच पहले की तरह खुद स्कूल संचालक ही करेंगे। स्कूल संचालकों को बच्चों के यह पेपर करीब छह माह तक संभालकर रखने होंगे ताकि किसी भी तरह की गड़बड़ी न हो सके।
राजकुमार सैनी, सहायक सचिव, कंडक्ट ब्रांच, हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी।

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हाथों से बने प्रश्नपत्रों पर रोक, बोर्ड करेगा जारी

हरीश कोचर, अंबाला
शिक्षा विभाग की ओर से सरकारी स्कूलों में मासिक परीक्षाओं
के नाम पर नौनिहालों के भविष्य से खिलवाड़ किया गया है।

जिन मासिक परीक्षाओं के बलबूते विभाग विद्यार्थियों की
शिक्षा का आंकलन करना चाहता है उसे नीचे गिराने वाला भी
स्वयं विभाग ही है। नौनिहालों को बिना सिलेबस बताए ही यह
परीक्षाएं ली हैं। वहीं इस महीने स्कूलों में हाथों से बनाए गए प्रश्न
पत्रों पर भी विभाग ने रोक लगा दी है। अगस्त महीने में होने वाले
मासिक परीक्षाओं में नौवीं और ग्यारहवीं कक्षाओं के प्रश्न पत्र
अब निदेशालय की ओर से ही जारी कराए जाएंगे। इसी महीने
पहली से आठवीं कक्षा का रिजल्ट भी ऑनलाइन किया जाना है,
लेकिन उसकी प्रक्रिया भी अभी तक शुरू नहीं की गई है।
शिक्षा विभाग ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को पूरे
साल स्कूलों में मासिक परीक्षाओं को लेकर एक फरमान जारी
किया हुआ है। इसके मुताबिक स्कूलों में 25 से 31 जुलाई तक पहली से
नौवीं और 11वीं के विद्यार्थियों के लिए मासिक परीक्षाओं
का आयोजन किया गया था। पहली से आठवीं कक्षा तक के प्रश्न
पत्र तो हरियाणा विद्यालय शिक्षा भिवानी बोर्ड ने जारी
किए थे लेकिन नौवीं और 11वीं कक्षा के प्रश्न पत्र स्कूलों में संबंधित
विषय के अध्यापकों की ओर से ही तैयार किए गए थे, लेकिन
निदेशालय अधिकारियों ने हाथ से बने प्रश्न पत्रों पर इस महीने
रोक लगा दी है। अगस्त माह में नौवीं और 11वीं कक्षा की
मासिक परीक्षाओं में भी प्रश्न पत्र अब बोर्ड जारी करेगा।
हालांकि इस बारे में जिला शिक्षा अधिकारियों को पहले ही
सूचित किया जा चुका है। वहीं, अब शिक्षकों को इस टेंशन से तो
छुटकारा मिल जाएगा। सूत्रों के मुताबिक सरकारी स्कूलों को
मासिक परीक्षाओं के बाद अब परीक्षाओं का रिजल्ट बनाना है
और बाद में उसे निदेशालय की वेबसाइट पर अपलोड करना है। इसके
साथ ही शिक्षकों को इसी महीने बोर्ड कक्षाओं के फार्म
ऑनलाइन का काम भी पूरा करना है। इसके साथ ही अब बोर्ड
कक्षाओं का एनरोलमेंट का ऑफलाइन काम भी विभाग को इसी
महीने में पूरा करके देना है।

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