एचटेट स्थगित, अब अक्टूबर में
htet 2015 |
Sat, 22 Aug 2015
चंडीगढ़। हरियाणा पात्रता परीक्षा (एचटेट) स्थगित कर दी गई है। यह परीक्षा 30 व 31 अगस्त को होनी थी। अब यह अक्टूबर में होगी, हालांकि इसी तिथि की
घोषणा अभी नहीं की गई है। यह निर्णय दिल्ली में श्ािक्षामंत्री रामबिलास शर्मा की अध्यक्षता में हुई बैठक में किया गया। बोर्ड ने एडमिट कार्ड रद कर दिया है। इन्हें नए सिरे जारी किया जाएगा। इस वर्ष हरियाणा में शिक्षक पात्रता परीक्षा लगभग 4 लाख 51 हजार अभ्यर्थी देंगे।
अब हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड गृह जिले में परीक्षा केंद्र के लिए सात दिनों में अभ्यर्थियों से विकल्प मांगेगा। दरअसल, गृह जिलों से बाहर परीक्षा केंद्र बनाने को लेकर उठे विवाद के कारण सरकार ने यह निर्णय लिया है। इस परीक्षा की सारी तैयारी हो गई थी, ऐसे में इसकी तिथि आगे बढ़ाने से हरियाणा विद्यालय परीक्षा बोर्ड को भारी नुकसान होगा।
शिक्षा बोर्ड वर्ष 2011 से प्रदेश के सात जिलों भिवानी, जींद, झज्जर, महेंद्रगढ़, रोहतक, मेवात और पलवल में परीक्षा केंद्र नहीं बना रहा है। इन जिलों को छोड़कर दूसरे या तीसरे जिले में परीक्षा केंद्र बनाए जाते हैं। इस बार भी बोर्ड ने ऐसा ही किया, जिस पर बवाल मच गया।
सात जिलों के अभ्यर्थियों की शिकायत पर शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने बिना देर किए गृह जिलों में ही केंद्र बनाने की घोषणा कर दी। इससे शिक्षा बोर्ड के अधिकारी सकते में आ गए। उन्होंने समय न होने की दुहाई दे असमर्थता जताई तो शिक्षा मंत्री इस मुद्दे पर बोर्ड और शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों की दिल्ली में बैठक बुला ली।
नई दिल्ली स्थित हरियाणा भवन में जिला शिक्षा अधिकारियों व शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ हुई बैठक में शिक्षा मंत्री के तर्क के आगे अधिकारियों की एक न चली और उन्हें गृह जिलों में परीक्षा केंद्र बनाने पर राजी होना पड़ा। अब इन सात जिलों के साथ ही सभी अभ्यर्थियों के जिलों में एचटेट के केंद्र बनाए जाएंगे।
परीक्षा के लिए नहीं जाना पड़ेगा घर से दूर
शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने कहा कि अब गृह जिले में ही परीक्षा केंद्र बनाए जाएंगे। अभ्यर्थियों को पचास से सौ किलोमीटर की दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी। बैठक में इस पर सहमति बन गई है। बैठक में मुख्यमंत्री के विशेष प्रधान सचिव राजेश खुल्लर, शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव टीसी गुप्ता व भिवानी बोर्ड के सचिव पंकज आदि मौजूद रहे
शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने कहा कि अब गृह जिले में ही परीक्षा केंद्र बनाए जाएंगे। अभ्यर्थियों को पचास से सौ किलोमीटर की दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी। बैठक में इस पर सहमति बन गई है। बैठक में मुख्यमंत्री के विशेष प्रधान सचिव राजेश खुल्लर, शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव टीसी गुप्ता व भिवानी बोर्ड के सचिव पंकज आदि मौजूद रहे
अक्टूबर में सेमेस्टर परीक्षा से होगी दिक्कत
अक्टूबर में स्कूलों में बोर्ड की सेमेस्टर परीक्षा भी हाेनी है। ऐसी हालत मेें इस परीक्षा के आयोजन के लिए बोर्ड को एचटेट परीक्षा के आयोजन के लिए खासी माथापच्ची करने पड़ेगी। यह परीक्षा आगे खिसक जाने से उम्मीदवारों काे भी नुकसान होगा। 21 अगस्त से पीजीटी भर्ती के आवेदन भी शुरू हो गए हैं। जितनी देरी से ये परीक्षा होगी नई भर्ती भी उतनी ही देरी से होगी।
परीक्षा केंद्र को लेकर शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा की पिछले दिनों घोषणा के बाद गतिरोध पैदा हुआ था। रामबिलास शर्मा ने कहा था कि एचटेट के परीक्षा केंद्र उम्मीदवारों के गृह जिलों में ही होंगे। हरियाणा विद्यालय परीक्षा बोर्ड के अधिकारियों का कहना था कि परीक्षा की सारी तैयारियों पूरी हो चुकी हैं, ऐेसे में अगले साल से ही इस व्यवस्था को लागू किया जा सकता है।
अफसरों को माननी पड़ी मंत्री की बात
परीक्षा केंद्र तय करने से पहले अगर अधिकारियों ने सरकार से बातचीत कर ली होती तो ये नौबत आती ही नहीं। बोर्ड व विभाग के अधिकारी पहले तो आनाकानी करते रहे लेकिन मंत्री के सख्त रुख के कारण उन्हें बात माननी ही पड़ी। एचटेट के परीक्षा केंद्रों में बदलाव को लेकर गतिरोध पिछले कई दिनों से बना हुआ था। शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा परीक्षा केंद्र परीक्षार्थियों के अपने गृह जिले में करने के अपने एलान को किसी कीमत पर मूर्तरूप देना चाहते थे।
परीक्षा केंद्र तय करने से पहले अगर अधिकारियों ने सरकार से बातचीत कर ली होती तो ये नौबत आती ही नहीं। बोर्ड व विभाग के अधिकारी पहले तो आनाकानी करते रहे लेकिन मंत्री के सख्त रुख के कारण उन्हें बात माननी ही पड़ी। एचटेट के परीक्षा केंद्रों में बदलाव को लेकर गतिरोध पिछले कई दिनों से बना हुआ था। शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा परीक्षा केंद्र परीक्षार्थियों के अपने गृह जिले में करने के अपने एलान को किसी कीमत पर मूर्तरूप देना चाहते थे।
बोर्ड के चेयरमैन टीसी गुप्ता ने शुक्रवार को कहा था कि शिक्षा मंत्री की बात पर विचार किया जा रहा है लेकिन फिलहाल यह मुश्किल है। शिक्षामंत्री का टेलीफोन आया था, लेकिन उनका कोई लिखित आदेश हमारे पास नहीं है। फिर भी इस पर विचार करेंगे। लेकिन अब यह मुश्किल है क्योंकि समय बहुत कम बचा है। हां, अगले सत्र के लिए जरूर इस पर विचार किया जा सकता है। अगर अभी बदलाव किया जाता है तो बोर्ड पर करीब दस करोड़ रुपये का नुकसान होगा।
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