जागरण संवाददाता, रोहतक : वर्ष 2011 में भर्ती हुए 33 जेबीटी शिक्षक कानून के शिकंजे में फंस गए हैं। एचटेट-एसटेट परीक्षा के दौरान लिए गए उनके हस्ताक्षर और अंगूठे के निशानों की पड़ताल में धांधली पाई गई। इसके चलते हाईकोर्ट ने
उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश दिए थे। अदालत के आदेश के बाद डीइइओ ने पुलिस अधीक्षक रोहतक को धांधली करने वाले 33 जेबीटी शिक्षकों की सूची भेजी थी। अब पुलिस इनके खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कर ली है।1वर्ष 2009 में जेबीटी शिक्षक भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया गया था। वर्ष 2010-2011 में एचटेट-एसटेट परीक्षा में बैठने वालों के अंगूठे के निशान लिए गए थे। परीक्षा पास करने वालों को जेबीटी शिक्षकों में भर्ती की गई। जेबीटी शिक्षक भर्ती में धांधली पर एक याचिका हाईकोर्ट में डाली गई थी। 1याचिका पर सुनवाई कर हाईकोर्ट ने भर्ती की जांच कराने के निर्देश दिए थे। अदालत के आदेश पर जेबीटी भर्ती की जांच कराई गई। इनमें परीक्षा पास कर जेबीटी शिक्षक पद पर भर्ती होने वाले शिक्षकों के हस्ताक्षर व अंगूठे के निशान भी एफएसएल मधुबन में जांच के लिए भेजे गए थे। इनमें 33 शिक्षकों के हस्ताक्षर और अंगूठे के निशान मेल नहीं खाए हैं। इनमें 22 शिक्षकों के हस्ताक्षर और 11 के अंगूठे के निशान मेल नहीं खाए। इससे जेबीटी शिक्षक परीक्षा में धांधली की पुष्टि हुई है। पुलिस ने सभी शिक्षकों पर मुकदमा दर्ज किया हैwww.facebook.com/teacherharyana www.teacherharyana.blogspot.in (Recruitment , vacancy , job , news)
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