प्रदेश सरकार और शिक्षा विभाग शिक्षक बनने की चाहत रखने वाले प्रदेश के हजारों युवाओं के सपनों पर पानी फेरने में जुटा हैं। यही कारण है कि शिक्षक बनने की योग्यता के लिए एचटेट परीक्षा तो ले ली जाती है लेकिन इसके बाद भर्ती सालों तक
नहीं निकाली जाती। जिसके कारण कड़ी मेहनत कर एचटेट परीक्षा पास करने वाले विद्यार्थी भर्ती निकलने का इंतजार करते रह जाते हैं।
ऐसा ही टीजीटी गणित की 2011 में एचटेट परीक्षा पास करने वाले आवेदकों के साथ हुआ है। प्रदेशभर से आवेदकों ने खुद को शिक्षक के लिए पात्र बनाने के लिए परीक्षा दी और इसे पास भी किया, प्रदेश सरकार और विभाग ने चार साल बीतने के बावजूद टीजीटी गणित की भर्ती नहीं निकाली।
हरियाणा शिक्षक पात्रता परीक्षा एचटेट की वैधता पांच साल के लिए है। अगर पांच साल तक भर्ती नहीं भी निकलती तो पांच साल के बाद दोबारा एचटेट परीक्षा पास करनी होगी।
मामले का लूंगा संज्ञान : हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के चेयरमैन भारत भूषण भारती ने कहा कि वे सोमवार को आयोग कार्यालय में जाकर पूरे मामले का संज्ञान लेंगे। उन्होंने भी माना कि गणित विषय बहुत महत्वपूर्ण होता है।
इन विषयों की निकली भर्ती : हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की ओर से विज्ञापन संख्या 3-2015 के माध्यम से 895 साइंस, 662 शारीरिक शिक्षक, 31 उर्दू, 34 संगीत, 72 होम साइंस और 694 अंग्रेजी टीजीटी की भर्ती निकाली गई है।
पात्रों को बेरोजगार बनाए सरकार :
युवा इनेलो के जिला प्रधान सुनील राणा ने कहा कि सरकार एचटेट की परीक्षा लेकर पात्र शिक्षक नहीं बल्कि पात्र बेरोजगार बनाने का काम कर रही है। राणा ने कहा कि प्रदेश के पास पात्र शिक्षक हैं तो उन्हें रोजगार उपलब्ध कराया जाए।
युवा इनेलो के जिला प्रधान सुनील राणा ने कहा कि सरकार एचटेट की परीक्षा लेकर पात्र शिक्षक नहीं बल्कि पात्र बेरोजगार बनाने का काम कर रही है। राणा ने कहा कि प्रदेश के पास पात्र शिक्षक हैं तो उन्हें रोजगार उपलब्ध कराया जाए।
टीजीटी गणित की एचटेट परीक्षा पास करने वाली गोमती ने कहा कि विद्यार्थियों के लिए गणित विषय सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। बोर्ड की परीक्षाओं में भी सबसे अधिक विद्यार्थी गणित विषय में ही फेल होते हैं। ऐसे में गणित विषय के शिक्षक की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाती है। इसके बावजूद प्रदेश सरकार गणित टीजीटी के पदों को भरने के लिए गंभीर नहीं है।
एचटेट की 2011 में परीक्षा पास करने वाली अनीता, विद्या, कुसुम, विनीत, विरेंद्र, पवन और पुनीत ने कहा कि अगर प्रदेश सरकार को भर्तियां ही नहीं निकालनी हैं तो फिर एचटेट की परीक्षा को बंद किया जाए। पात्र शिक्षकों ने कहा कि सरकार का यह नियम पूरी तरह से गलत है कि वे एचटेट परीक्षा तो लेते हैं लेकिन भर्ती नहीं निकालते। पात्र शिक्षकों ने कहा कि एचटेट की परीक्षा आयोजित होने के एक साल के अंदर-अंदर सभी एचटेट विषयों के पात्र शिक्षकों के लिए भर्ती निकलनी चाहिए।
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