मांगे मनवाने को अध्यापकों ने डीईओ को सौंपा ज्ञापन
जागरण संवाददाता जींद : हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ संबद्ध सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा ने आरएमएसए में शिफ्ट किए गए पीजीटी अध्यापकों को वापस मूल शिक्षा विभाग में लेने व इनका वेतन तुरंत जारी करने की मांग को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी जींद को ज्ञापन सौंपा ।
अध्यापकों को संबोधित करते हुए राज्य कोषाध्यक्ष महताब सिंह मलिक ने कहा कि राज्य के हजारों पीजीटी अध्यापकों को पिछले पाँच पाँच महिने से वेतन नहीं मिला है इस मंहगाई के दौर में एक महिना वेतन न मिलने से ही घर का खर्च चलाना मुश्किल हो जाता है । घर परिवार के सैकड़ों तरह के खर्च होते हैं बिना वेतन के कैसे खर्च चलाया जा रहा है वे ही जानते हैं । अब तो हालत यहाँ तक आ पहुँची है कि दुकानदारों ने भी उधार देना बंद कर दिया है ।
जिला सचिव वेदपाल रिढ़ाल ने कहा कि मुख्यमंत्री महोदय के आदेशों के बाद भी स्थिति ज्यों की त्यों बनी हुई है अध्यापक संघ से बैठक में मुख्यमंत्री महोदय ने अधिकारियों को तुरंत वेतन जारी करने के आदेश दिए थे लेकिन आज तक वेतन का बजट नहीं आया है । अध्यापक संघ आज पूरे प्रदेश में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को उपरोक्त समस्या बारे ज्ञापन देकर अध्यापकों का वेतन तुरंत जारी करने की माँग करता है । मुख्यमंत्री से हुई बैठक में मानी गई मांगो पर कार्यवाही रिपोर्ट लेने बारे अध्यापक संघ शीघ्र ही निदेशक से बैठक करेगा ।
राज्य संगठन सचिव बलबीर सिंह ने कहा कि नई शिक्षा नीति के नाम पर ढोंग किया जा रहा है । इसके पिछे तर्क पर आधारित वैज्ञानिक चिंतन वाले पाठ्यक्रम की जगह अंधविश्वास व आडंबरो को बढ़ावा देने वाले व लोगों में धार्मिक कट्टरता बढ़ाने वाले पाठ्यक्रम को लागू करने का प्रयास किया जा रहा है । धर्म विशेष के लेखक की पुस्तकें सब पर थोपने की कोशिश की जा रही है जबकि भारत में सभी धर्मों के लोग रहते हैं व धर्मनिरपेक्षता को ही बढ़ावा दिया जाना चाहिए । अध्यापक संघ प्रस्तावित धर्म विशेष के लेखक की पुस्तकें लागू करने का विरोध करेगा ।
जिला कोषाध्यक्ष संजीव सिंगला ने जानकारी दी की देश के स्तर पर उच्च शिक्षा व स्कूली शिक्षा को बचाने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर एक बड़े मोर्चे का गठन किया गया है जिसमें स्कूली शिक्षक , महाविद्यालय शिक्षक , विश्वविद्यालय शिक्षक , भारत ज्ञान विज्ञान समिति , छात्र , नौजवान , केंद्रीय विद्यालयों के शिक्षक एवं विश्वविद्यालयों के गैर शैक्षिक कर्मचारी भी शामिल हैं । इस मोर्चे की और से आने वाली 14 अक्टूबर को दिल्ली में राष्ट्रीय कन्वैंशन की जाएगी । इस कन्वैंशन में अध्यापक संघ के 70 प्रतिनिधि शामिल होंगे ।
जिला प्रैस प्रवक्ता भूप सिंह वर्मा ने बताया कि अध्यापक संघ सर्व कर्मचारी संघ के प्रस्तावित आंदोलन में पूर्ण समर्थन देगा व बढ़ चढ़कर भाग लेगा ।इस अवसर पर रोहताश आसन , सत्येन्द्र गौतम , समशेर सिंह , रोहताश सरोहा , प्रवीण ढुल , ईश्वर सिंह , कलीराम आदि मौजूद थे ।www.facebook.com/teacherharyana www.teacherharyana.blogspot.in (Recruitment , vacancy , job , news)
जागरण संवाददाता जींद : हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ संबद्ध सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा ने आरएमएसए में शिफ्ट किए गए पीजीटी अध्यापकों को वापस मूल शिक्षा विभाग में लेने व इनका वेतन तुरंत जारी करने की मांग को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी जींद को ज्ञापन सौंपा ।
अध्यापकों को संबोधित करते हुए राज्य कोषाध्यक्ष महताब सिंह मलिक ने कहा कि राज्य के हजारों पीजीटी अध्यापकों को पिछले पाँच पाँच महिने से वेतन नहीं मिला है इस मंहगाई के दौर में एक महिना वेतन न मिलने से ही घर का खर्च चलाना मुश्किल हो जाता है । घर परिवार के सैकड़ों तरह के खर्च होते हैं बिना वेतन के कैसे खर्च चलाया जा रहा है वे ही जानते हैं । अब तो हालत यहाँ तक आ पहुँची है कि दुकानदारों ने भी उधार देना बंद कर दिया है ।
जिला सचिव वेदपाल रिढ़ाल ने कहा कि मुख्यमंत्री महोदय के आदेशों के बाद भी स्थिति ज्यों की त्यों बनी हुई है अध्यापक संघ से बैठक में मुख्यमंत्री महोदय ने अधिकारियों को तुरंत वेतन जारी करने के आदेश दिए थे लेकिन आज तक वेतन का बजट नहीं आया है । अध्यापक संघ आज पूरे प्रदेश में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को उपरोक्त समस्या बारे ज्ञापन देकर अध्यापकों का वेतन तुरंत जारी करने की माँग करता है । मुख्यमंत्री से हुई बैठक में मानी गई मांगो पर कार्यवाही रिपोर्ट लेने बारे अध्यापक संघ शीघ्र ही निदेशक से बैठक करेगा ।
राज्य संगठन सचिव बलबीर सिंह ने कहा कि नई शिक्षा नीति के नाम पर ढोंग किया जा रहा है । इसके पिछे तर्क पर आधारित वैज्ञानिक चिंतन वाले पाठ्यक्रम की जगह अंधविश्वास व आडंबरो को बढ़ावा देने वाले व लोगों में धार्मिक कट्टरता बढ़ाने वाले पाठ्यक्रम को लागू करने का प्रयास किया जा रहा है । धर्म विशेष के लेखक की पुस्तकें सब पर थोपने की कोशिश की जा रही है जबकि भारत में सभी धर्मों के लोग रहते हैं व धर्मनिरपेक्षता को ही बढ़ावा दिया जाना चाहिए । अध्यापक संघ प्रस्तावित धर्म विशेष के लेखक की पुस्तकें लागू करने का विरोध करेगा ।
जिला कोषाध्यक्ष संजीव सिंगला ने जानकारी दी की देश के स्तर पर उच्च शिक्षा व स्कूली शिक्षा को बचाने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर एक बड़े मोर्चे का गठन किया गया है जिसमें स्कूली शिक्षक , महाविद्यालय शिक्षक , विश्वविद्यालय शिक्षक , भारत ज्ञान विज्ञान समिति , छात्र , नौजवान , केंद्रीय विद्यालयों के शिक्षक एवं विश्वविद्यालयों के गैर शैक्षिक कर्मचारी भी शामिल हैं । इस मोर्चे की और से आने वाली 14 अक्टूबर को दिल्ली में राष्ट्रीय कन्वैंशन की जाएगी । इस कन्वैंशन में अध्यापक संघ के 70 प्रतिनिधि शामिल होंगे ।
जिला प्रैस प्रवक्ता भूप सिंह वर्मा ने बताया कि अध्यापक संघ सर्व कर्मचारी संघ के प्रस्तावित आंदोलन में पूर्ण समर्थन देगा व बढ़ चढ़कर भाग लेगा ।इस अवसर पर रोहताश आसन , सत्येन्द्र गौतम , समशेर सिंह , रोहताश सरोहा , प्रवीण ढुल , ईश्वर सिंह , कलीराम आदि मौजूद थे ।www.facebook.com/teacherharyana www.teacherharyana.blogspot.in (Recruitment , vacancy , job , news)
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