चंडीगढ़ : हरियाणा के सरकारी कर्मचारी 2 सितंबर की हड़ताल से उत्साहित होकर मांगें पूरी कराने के लिए नए सिरे से मैदान में उतरेंगे। सर्व कर्मचारी संघ ने हड़ताल के बाद सरकार के रुख की समीक्षा करने के लिए 13
सितंबर को राज्य कार्यकारिणी की बैठक रोहतक में बुलाई है।
सर्व कर्मचारी संघ के महासचिव सुभाष लांबा ने बताया कि 2 सितंबर की हड़ताल से सबक लेते हुए सरकार को तुरत बातचीत के द्वारा तमाम मांगों एवं समस्याओं का निदान करने की पहल करनी चाहिए। पंजाब के समान वेतनमान देने पर भाजपा के एक सासद, मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री के अलग-अलग बयान आने से कर्मचारी खुद को ठगा महसूस कर रहे है।
भाजपा सरकार पूर्व काग्रेस की आऊटसोर्सिग-ठेका प्रथा की नीतियो को ही तेज गति से आगे बढ़ा रही है। अंतर केवल इतना है कि पहले ठेकेदार कांग्रेस के नजदीकी होते थे, अब भाजपा के है। उन्होने आरोप लगाया कि देहात की जनता की माग है कि सरकारी बसें उनके गाव से ही चलनी चाहिए, लेकिन सरकार रोडवेज के लबी दूरी के परमिट भी निजी हाथों में देने पर आमादा है। बिजली निगमो का घाटा बढ़कर लगभग 30 हजार करोड़ का हो चुका है।
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