तन विसंगति आयोग से वार्ता पर टिकी कर्मियों की निगाहें
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़ : सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा बृहस्पतिवार को वेतन विसंगति आयोग के सामने छठा वेतन आयोग लागू करने में पैदा हुई विसंगतियों पर अपना पक्ष रखेगा। प्रदेश के मिनिस्ट्रीयल स्टाफ व पुलिस कर्मचारियों की निगाहें इस वार्ता पर टिकी हुई है। सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा पंजाब के समान वेतन-भत्तों की माग को लेकर पिछले तीन-चार वर्षों से संघर्ष कर रहा है।
हरियाणा मिनिस्ट्रीयल स्टाफ एसोसिएशन ने पूर्व वित मंत्री हरमो¨हद्र सिंह चट्ठा के कुरुक्षेत्र आवास पर एक वर्ष से ज्यादा अवधि तक निरंतर धरना दिया, जिस कारण पूर्व की काग्रेस सरकार ने अंतिम समय पर पंजाब के समान वेतन देने की घोषणा की थी। इनेलो और भाजपा ने चुनाव घोषणा पत्र में इस मुद्दे को शामिल किया था। हरियाणा का क्लर्क व सिपाही पंजाब के क्लर्क एवं सिपाही से 16 हजार कम वेतन पा रहे हैं। पूर्व काग्रेस सरकार ने हरियाणा के कर्मचारियों को न तो केंद्रीय कर्मचारियों के बराबर वेतन-भत्ते दिए और न ही पड़ोसी राज्य पंजाब के बराबर दिए। मकान किराया, शिशु शिक्षा, वाहन भत्ते व ग्रेड पे में भारी अंतर है। भाजपा ने पंजाब के समान वेतनमान देने का वादा चुनाव में किया। भाजपा ने इसका राजनीतिक फायदा भी उठाया, लेकिन अभी तक अमल नहीं किया गया, जिस कारण कर्मचारियों में नाराजगी बढ़ रही।सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के महासचिव सुभाष लांबा व उप महासचिव जीवन सिंह ने बताया कि संघ ठोस तर्को के साथ आयोग के समक्ष अपनी बात रखेगा। इसकी तैयारी कर ली गई हैं।www.facebook.com/teacherharyana www.teacherharyana.blogspot.in (Recruitment , vacancy , job , news)
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़ : सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा बृहस्पतिवार को वेतन विसंगति आयोग के सामने छठा वेतन आयोग लागू करने में पैदा हुई विसंगतियों पर अपना पक्ष रखेगा। प्रदेश के मिनिस्ट्रीयल स्टाफ व पुलिस कर्मचारियों की निगाहें इस वार्ता पर टिकी हुई है। सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा पंजाब के समान वेतन-भत्तों की माग को लेकर पिछले तीन-चार वर्षों से संघर्ष कर रहा है।
हरियाणा मिनिस्ट्रीयल स्टाफ एसोसिएशन ने पूर्व वित मंत्री हरमो¨हद्र सिंह चट्ठा के कुरुक्षेत्र आवास पर एक वर्ष से ज्यादा अवधि तक निरंतर धरना दिया, जिस कारण पूर्व की काग्रेस सरकार ने अंतिम समय पर पंजाब के समान वेतन देने की घोषणा की थी। इनेलो और भाजपा ने चुनाव घोषणा पत्र में इस मुद्दे को शामिल किया था। हरियाणा का क्लर्क व सिपाही पंजाब के क्लर्क एवं सिपाही से 16 हजार कम वेतन पा रहे हैं। पूर्व काग्रेस सरकार ने हरियाणा के कर्मचारियों को न तो केंद्रीय कर्मचारियों के बराबर वेतन-भत्ते दिए और न ही पड़ोसी राज्य पंजाब के बराबर दिए। मकान किराया, शिशु शिक्षा, वाहन भत्ते व ग्रेड पे में भारी अंतर है। भाजपा ने पंजाब के समान वेतनमान देने का वादा चुनाव में किया। भाजपा ने इसका राजनीतिक फायदा भी उठाया, लेकिन अभी तक अमल नहीं किया गया, जिस कारण कर्मचारियों में नाराजगी बढ़ रही।सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के महासचिव सुभाष लांबा व उप महासचिव जीवन सिंह ने बताया कि संघ ठोस तर्को के साथ आयोग के समक्ष अपनी बात रखेगा। इसकी तैयारी कर ली गई हैं।www.facebook.com/teacherharyana www.teacherharyana.blogspot.in (Recruitment , vacancy , job , news)
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