सीएम विंडो पर कई मामलों की सुनवाई अब नहीं होगी
जागरण संवाददाता, पानीपत : सीएम विंडो पर अब फिजूल या फिर मनमानी शिकायतें आप दर्ज नहीं करा पाएंगे। विंडो पर की जा रही अनर्गल शिकायतों को लेकर सरकार प्रदेश के सभी उपायुक्तों को दिशा निर्देश जारी कर दिया गया है। इसके तहत अब सीएम विंडो पर किसी के तबादला, आरटीआइ, कोर्ट केस और नौकरी से संबंधित शिकायतों पर सुनवाई नहीं होगी। शिकायतकर्ता को बकायदा इन शिकायतों पर लिख कर दिया जाएगा कि सीएम विंडो पर यह प्रक्रिया नहीं अपनाई जाती है। उपायुक्त समीर पाल सरो ने बुधवार को लघु सचिवालय में जिले के अधिकारियों की एक बैठक ली और आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
उन्होंने सीएम विंडो को लेकर जारी नए दिशा निर्देश के अनुरूप ही शिकायतों को सीएम विंडो पर अपलोड करने का निर्देश देते हुए कहा कि इस बात का विशेष ध्यान रखें।
दो सप्ताह में रिमाइंडर भेजें
सरो ने कहा कि जानकारी के अभाव में कई बार अधिकारी और कर्मचारी सीएम विंडो पर आने वाली शिकायतों का निपटान सही तरीके से नहीं कर पाते है। उन्होंने संबंधित कर्मचारी जो सीएम विंडो का कार्य देखते है, वे अगर शिकायत की प्रति पुष्टि नहीं पाते है तो दो सप्ताह में उसका रिमाइंडर जरूर भेंजे।
हर हाल में जवाब दें
उपायुक्त सरो ने कहा कि सीएम सेल से जो भी शिकायतें क्लेरीफिकेशन के लिए आती है, उन्हे तीन से चार दिन में जवाब देकर वापिस जरूर भेज दें। क्योंकि जिन शिकायतों पर सीएम सेल की संतुष्टि नहीं होती है, उन शिकायतों को क्लेरीफिकेशन के लिए दोबारा सम्बन्धित विभाग को भेजा जाता है। यह शिकायत उसी अधिकारी के पास क्लेरीफिकेशन के लिए आएगी, जिसे पहले स्तर पर शिकायत प्राप्त हुई थी।
गलत मार्किंग को तुरंत भेजें
उपायुक्त ने कहा कि कई बार शिकायतें गलत मार्किग हो जाती है, उन्हे तुरन्त प्रभाव से नगराधीश या डीआईओ को भेज दें। उन्होंने सीएम विण्डो पर उपायुक्त कार्यालय की अधीक्षक और शिकायत लिपिक की भी डयूटी लगाने के निर्देश दिए।
इंतकालों की शिकायतें डीआरओ देखेंगे
सरो ने कहा कि सभी ई-सेवाओं के लिए डेस्क बोर्ड बना दिया गया है। मुख्यमंत्री सप्ताह में इस प्रक्रिया को व्यक्तिगत तौर पर देखते है। उन्होंने जिला राजस्व अधिकारी को कहा कि जिले की जमाबन्दियों और इंतकालों से सम्बन्धित सारी शिकायतें आप देंखे।
दोबारा शिकायत ना लें
उपायुक्त ने कहा कि सीएम विंडो पर पहले से ही गई शिकायत को दोबारा न लें। इसके लिए कोई जोर जबरदस्ती करता है तो उनके संज्ञान में लाए। क्योंकि सीएम विंडो में शिकायत एक बार रजिस्टर्ड होने के बाद दोबारा नहीं होती है। अगर दोबारा अपलोड करते है तो उसका विगत स्टेटस आ जाता है।बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त सुजान सिंह, नगराधीश विवेक चौधरी, एसडीएम समालखा गौरव कुमार, सचिव आरटीए धर्मबीर सिंह, डीआरओ वीके बठला, डीडीपीओ रूपेन्द्र मलिक, तहसीलदार हरिओम अत्री, तहसीलदार समालखा डा मनोज अहलावत के अतिरिक्त सभी विभागाध्यक्ष मौजूद थे।www.facebook.com/teacherharyana www.teacherharyana.blogspot.in (Recruitment , vacancy , job , news)
जागरण संवाददाता, पानीपत : सीएम विंडो पर अब फिजूल या फिर मनमानी शिकायतें आप दर्ज नहीं करा पाएंगे। विंडो पर की जा रही अनर्गल शिकायतों को लेकर सरकार प्रदेश के सभी उपायुक्तों को दिशा निर्देश जारी कर दिया गया है। इसके तहत अब सीएम विंडो पर किसी के तबादला, आरटीआइ, कोर्ट केस और नौकरी से संबंधित शिकायतों पर सुनवाई नहीं होगी। शिकायतकर्ता को बकायदा इन शिकायतों पर लिख कर दिया जाएगा कि सीएम विंडो पर यह प्रक्रिया नहीं अपनाई जाती है। उपायुक्त समीर पाल सरो ने बुधवार को लघु सचिवालय में जिले के अधिकारियों की एक बैठक ली और आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
उन्होंने सीएम विंडो को लेकर जारी नए दिशा निर्देश के अनुरूप ही शिकायतों को सीएम विंडो पर अपलोड करने का निर्देश देते हुए कहा कि इस बात का विशेष ध्यान रखें।
दो सप्ताह में रिमाइंडर भेजें
सरो ने कहा कि जानकारी के अभाव में कई बार अधिकारी और कर्मचारी सीएम विंडो पर आने वाली शिकायतों का निपटान सही तरीके से नहीं कर पाते है। उन्होंने संबंधित कर्मचारी जो सीएम विंडो का कार्य देखते है, वे अगर शिकायत की प्रति पुष्टि नहीं पाते है तो दो सप्ताह में उसका रिमाइंडर जरूर भेंजे।
हर हाल में जवाब दें
उपायुक्त सरो ने कहा कि सीएम सेल से जो भी शिकायतें क्लेरीफिकेशन के लिए आती है, उन्हे तीन से चार दिन में जवाब देकर वापिस जरूर भेज दें। क्योंकि जिन शिकायतों पर सीएम सेल की संतुष्टि नहीं होती है, उन शिकायतों को क्लेरीफिकेशन के लिए दोबारा सम्बन्धित विभाग को भेजा जाता है। यह शिकायत उसी अधिकारी के पास क्लेरीफिकेशन के लिए आएगी, जिसे पहले स्तर पर शिकायत प्राप्त हुई थी।
गलत मार्किंग को तुरंत भेजें
उपायुक्त ने कहा कि कई बार शिकायतें गलत मार्किग हो जाती है, उन्हे तुरन्त प्रभाव से नगराधीश या डीआईओ को भेज दें। उन्होंने सीएम विण्डो पर उपायुक्त कार्यालय की अधीक्षक और शिकायत लिपिक की भी डयूटी लगाने के निर्देश दिए।
इंतकालों की शिकायतें डीआरओ देखेंगे
सरो ने कहा कि सभी ई-सेवाओं के लिए डेस्क बोर्ड बना दिया गया है। मुख्यमंत्री सप्ताह में इस प्रक्रिया को व्यक्तिगत तौर पर देखते है। उन्होंने जिला राजस्व अधिकारी को कहा कि जिले की जमाबन्दियों और इंतकालों से सम्बन्धित सारी शिकायतें आप देंखे।
दोबारा शिकायत ना लें
उपायुक्त ने कहा कि सीएम विंडो पर पहले से ही गई शिकायत को दोबारा न लें। इसके लिए कोई जोर जबरदस्ती करता है तो उनके संज्ञान में लाए। क्योंकि सीएम विंडो में शिकायत एक बार रजिस्टर्ड होने के बाद दोबारा नहीं होती है। अगर दोबारा अपलोड करते है तो उसका विगत स्टेटस आ जाता है।बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त सुजान सिंह, नगराधीश विवेक चौधरी, एसडीएम समालखा गौरव कुमार, सचिव आरटीए धर्मबीर सिंह, डीआरओ वीके बठला, डीडीपीओ रूपेन्द्र मलिक, तहसीलदार हरिओम अत्री, तहसीलदार समालखा डा मनोज अहलावत के अतिरिक्त सभी विभागाध्यक्ष मौजूद थे।www.facebook.com/teacherharyana www.teacherharyana.blogspot.in (Recruitment , vacancy , job , news)
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