जागरण संवाददाता, जींद : पिछले कई महीनों से एचटेट के लिए तैयारी कर रहे परीक्षार्थियों की मेहनत आज बर्बाद हो गई। जींद में हुए पेपर लीक के चलते बोर्ड ने परीक्षा रद कर दी।
जिले में जींद तथा नरवाना के 32 सेंटरों पर परीक्षा का आयोजन किया गया था। शनिवार को 7230 परीक्षार्थियों ने लेवल-तीन की दी। दोपहर एक बजे से ही सभी सेंटरों पर उम्मीदवार पहुंचने शुरू हो गए थे और दो बजे तक परीक्षा केंद्रों के बाहर परीक्षार्थियों की भारी भीड़ जमा हो गई थी। परीक्षा केंद्रों के मुख्य गेटों को भी सुबह दस बजे के बाद बंद कर दिया गया था। केवल उन्हीं लोगों को अंदर जाने दिया जा रहा था, जो परीक्षा या फिर किसी जरूरी काम से आए थे। बाकी लोगों को अंदर नहीं जाने दिया गया। परीक्षार्थियों के अलावा उनके साथ आए लोगों को केंद्र के अंदर नहीं जाने दिया गया। मुख्य गेट पर ही परीक्षार्थियों के पहचान पत्र व रोल नंबरों की जांच की गई। उसके बाद अंदर दूसरे गेट पर भी एक-एक करके आवेदक के पहचान पत्र जांच गए, तभी उन्हें अंदर जाने दिया गया। इसके बाद कंप्यूटरकृत जांच की गई और बायोमीट्रिक हाजिरी लगाने का काम कुछ सेंटरों पर हुआ, लेकिन आवेदकों की भीड़ होने के कारण अधिकतर सेंटरों पर बिना जांच के ही परीक्षार्थियों को अंदर जाने दिया गया। परीक्षा को देखते हुए सभी केंद्रों पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। स्वयं डीएसपी स्तर के अधिकारियों के अलावा बोर्ड के अधिकारी भी बार-बार परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण कर रहे थे। पूरे तय समय पर तीन बजे परीक्षा का संचालन कर दिया गया और साढ़े पांच बजे परीक्षार्थियों को केंद्रों से बाहर भेजा गया। परीक्षा को लेकर जहां कुछ उम्मीदवारों में उत्साह बना हुआ था
तो कुछ उदास भी दिखे, लेकिन जैसे-जैसे उम्मीदवारों को पता चला कि पेपर लीक हो चुका है और रद हो सकता है कि उनकी मायूसी ओर ज्यादा बढ़ गई। उम्मीदवारों का कहना था कि वह कई माह से कड़ी मेहनत कर रहे थे, लेकिन कुछ लोगों की वजह से उनका पेपर रद हो गया और अब यह पता नहीं कब होगा और उनकी दोबारा परीक्षा की तैयारी कैसे हो पाएगी।
कर्मचारियों को लगी फटकार
राजकीय महिला कॉलेज के मुख्य गेट पर सिक्योरिटी गार्ड को कॉलेज प्रशासन ने तैनात कर रखा था जबकि अंदर आने वाले परीक्षार्थियों की तलाशी महिला व पुरुष कर्मचारी ले रहे थे। ऐसे में जब डीएसपी दौरे पर आए तो उन्होंने कर्मचारियों को झाड़ लगाई कि पहचान पत्र व रोल जांच का काम कॉलेज प्रशासन का है न की पुलिस का। यदि पुलिस यह काम करेगी तो सुरक्षा कौन देखेगा।उन्होंने तुरंत कॉलेज प्रशासन को अन्य कर्मचारी की ड्यूटी लगाने को कहा।
पहले रोका, फिर जाने दिया
राजकीय महिला कॉलेज में पहचान पत्र न होने की वजह से कई महिला उम्मीदवारों को अंदर जाने से रोक दिया गया। कई महिला उम्मीदवार आसपास खड़े लोगों से मोबाइल लेकर पहचान पत्र मंगवाती नजर आई, लेकिन जब परीक्षा का समय हो गया तो राजकीय महिला कॉलेज में बिना पहचान पत्र देखे ही सभी परीक्षार्थियों को अंदर जाने दिया गया ताकि कोई परीक्षा देने से वंचित न रह जाए। वहीं राजकीय पीजी कॉलेज में पहचान पत्र न होने की वजह से कुछ महिला परीक्षार्थियों को रोक दिया गया।
महिला को ले गई पुलिस
जैसे ही साढ़े पांच बजे परीक्षा खत्म हुई, उसके तुरंत बाद जैसे ही संदिग्ध युवती परीक्षा देकर बाहर निकली तो तुरंत पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया और अपनी गाड़ी में बैठाकर तुरंत अपने साथ ले गई। पुलिस की जिप्सी काफी तेज गति से महिला कॉलेज से निकली, लेकिन मुख्य गेट पर आकर जाम में फंस गई, जिस पर पुलिस कर्मचारी आपस में उलझते भी दिखाई दिए।
बच्चों को साथ लेकर आए परीक्षार्थी
एचटेट देने आए परीक्षार्थी अपने साथ अपने छोटे बच्चों को लेकर भी पहुंचे। विवाहित आवेदक अपने छोटे बच्चों को साथ लेकर पहुंचे थे। उम्मीदवारों द्वारा परीक्षा केंद्र में जाने के बाद उनके परिजन बच्चों को संभालते नजर आए। रोहतक निवासी एक महिला अपनी बेटी की लड़की को लार्ड शिवा स्कूल के बाहर ही बैठकर संभालती नजर आई। इसी प्रकार से महिला कॉलेज के बाहर भी कई पुरुष अपने बच्चों को साथ लेकर खड़े देखे गए।
एक साथ दो परीक्षाओं से उठे सवाल
मोतीलाल नेहरू पब्लिक स्कूल में शनिवार को जहां एचटेट की परीक्षा थी, वहीं सीए की परीक्षा का आयोजन भी जारी था। साढ़े चार बजे सीए की परीक्षा देकर आवेदक बाहर आए। ऐसे में एक साथ एक ही सेंटर पर दो परीक्षाओं के आयोजन सवाल खड़ा करता है। यही नहीं इसी केंद्र से पुलिस ने एक आरोपी को हिरासत में लिया है।
बनी रही जाम की समस्या
परीक्षा से पूर्व तथा बाद में परीक्षा केंद्रों के बाहर जाम की समस्या बनी रही। जाम को नियंत्रित करने के लिए मुख्य मार्ग पर पड़ने वाले केंद्रों के बाहर ट्रैफिक पुलिस भी तैनात थी। साथ ही ट्रैफिक एसएचओ स्वयं अपनी गाड़ी में केंद्रों का दौरा कर केंद्रों के बाहर खड़े लोगों को हटने का निर्देश देते नजर आए, क्योंकि केंद्रों के आसपास धारा 144 लगी हुई थी।
परीक्षार्थी प्रोमिला ने बताया की वह उचाना से परीक्षा देने के लिए जींद के राजकीय पीजी कालेज में आई थी। लेकिन जल्दबाजी के चलते आईडी प्रुफ घर पर भुल आई थी, लेकिन ईमेल के माध्यम से जब तक आईडी मंगवाई तो परीक्षा से समय से पांच मिनट लेट हो चूकी थी। जिसके चलते सुरक्षा कर्मियों ने कालेज में प्रवेश होने से मना कर दिया, और आईडी के कारण परीक्षा से वंचित रहना पड़ा। यह घटना जींद निवासी सीमा के साथ भी आईडी प्रुफ के चक्कर मे पांच मिनट लेट के कारण हुआ।
अर्बन स्टेट निवासी दीपिका ने कहा कि परीक्षा को लेकर बहुत दिनों से इंतजार था। लेकिन प्रशासन की लापरवाही के कारण विद्यार्थियों को बार बार परीक्षा देनी पडे़गी। जिससे पैसे और समय की बर्बादी का सामना करना पडेगा।
अर्बन स्टेट निवासी कुसुम ने कहा कि परीक्षा के रद्द होने से विधार्थियों को मानसिक परेशानी का सामना करना पड़ेगा। समय और धन व्यय होगा। कई महीनों से की गई मेहनत बर्बाद हो जाएगी।
पटियाला चौक निवासी आशा ने बताया कि उसकी पुत्रवधू का आज पेपर है और उसकी चार माह की पोती को वह साथ लेकर आई है। स्थानीय स्तर पर परीक्षा के आयोजन से काफी सुकून मिला है, लेकिन इससे पहले अंबाला में परीक्षा हुई थी, जहां काफी दिक्कत आई थी।
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